कुंवारी बुर की सील सगे भाई ने तेल लगाकर तोड़ी
मेरा नाम पूनम है, मेरी उम्र 19 साल और शरीर का साइज़ 38-36-38 है। मेरी मोटी गांड, गोल-गोल चूतड़ हैं, गुलाबी-गुलाबी होंठ.. गाल पर तिल.. और एकदम गोरा रंग है।
मेरा नाम पूनम है, मेरी उम्र 19 साल और शरीर का साइज़ 38-36-38 है। मेरी मोटी गांड, गोल-गोल चूतड़ हैं, गुलाबी-गुलाबी होंठ.. गाल पर तिल.. और एकदम गोरा रंग है।
आंटी, भाभी, और लौंडियों के साथ मेरे चुदासे भाइयों को नमस्कार…
मेरी चुदाई की हिन्दी कहानी के पिछले भाग
नमस्कार दोस्तो, मैं काफी समय बाद ये कहानी लेकर आया हूँ, मेरी कहानियाँ अक्सर अन्तर्वासना पर आती रहती हैं। जिन्हें आप सब पसंद करते हैं.. उसके लिए मैं आप सभी का शुक्रगुजार हूँ।
प्रेषक : सोनू कुमार
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दोस्तो, एक बार फिर आप सबके सामने आपका प्यारा शरद एक नई काल्पनिक कहानी के साथ हाजिर है।
मेरी पोर्न स्टोरी का पिछ्ला भाग : मेरे चाचू ने बेरहमी से चोदा-1
मेरे प्रिय मित्रो, कैसे हैं आप सब! काफी दिनों बाद आज फिर मैं शिव राज आप सबके लिए एक सच्ची कहानी लेकर आया हूँ.
मैं मुकेश, राजस्थान से, एक अच्छे व्यक्तित्व वाला और अच्छा दिखने वाला लड़का हूँ। मैं आप को एक कहानी सुनाने जा रहा हूँ।
मित्रो, मेरी शादी सात महीने पहले हुई थी।
दोस्तो, यह कहानी मेरे एक दोस्त साजिद ने भेजी है, उसी की जुबानी सुनिये।
जूही परमार
मैंने बड़ी मुश्किल से आंखें खोल कर ध्यान से उसके हाथों को देखा, उसकी हरेक उंगली मेरे पति के लौड़े जितनी मोटी थी। जब उसने उंगली का बाकी तीसरा हिस्सा भी अंदर सरका दिया तो उसके रूखेपन ने मेरी जान ही निकल दी। मज़ा एक बार फिर तेज़ दर्द की एक लहर में बदल गया।
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मेरा नाम मयंक है, मैं पटना से हूँ, मैं देखने मैं आकर्षक हूँ।
प्रेषक : संजय शर्मा
सम्पादक – जूजा जी
प्रियंका चोपड़ा- लड़कों का कॉमनसेंस बिल्कुल जीरो होता है।
हैलो गाइज, मैं ऐ के, पुणे से हूँ. दरअसल मैं पुणे के पास एक शहर है, वहां से हूँ.. लेकिन अभी मैं पुणे में रहता हूँ. मैं दिखने में हैंडसम हूँ और मैं बिस्तर में बहुत मजेदार हूँ. किसी भी लड़की भाभी या आंटी को पूरा खुश कर सकता हूँ. ये सेक्स स्टोरी मेरी खुद की है.. और एकदम सच में आपबीती है.
मैं सोनू रुड़की उत्तराखंड का रहने वाला हूँ, हमारे पड़ोस में ही मेरी गर्लफ़्रेंड रहती है, मैं अपनी गर्लफ़्रेंड से बहुत प्यार करता हूँ।
फलक भाभी और मैं, हम दोनों झड़ गए, रिंकी और पिंकी भी अपना अपना पानी निकाल कर लेटी हुई थी, हम भी वहीं लेट गए।
सम्पादक – जूजा जी
प्रिय पाठको नमस्कार !