मोऽ से छल किये जा … सैंयां बे-ईमान-6
लेखक : प्रेम गुरु
लेखक : प्रेम गुरु
बात उन दिनों की है जब मैं स्कूल में पढ़ता था। उस वक्त मैं शारीरिक रूप ठीक था, कहने का मतलब औसत कद-काठी का था, जैसा कि लड़कों के साथ होता है।
प्रेषक : राज वानखेड़े (बदला हुआ नाम)
मेरे दोस्तो, मेरा नाम परमजीत कौर है और मैं पटियाला, पंजाब में रहती हूँ।
पिछले भाग में जैसा कि आपने पढ़ा कैसे हम तीनों ने मस्त चुदाई की और फिर पीटर का मन मेरी गाण्ड मारने का था पर मैंने मना कर दिया।
मेरी दो सहेलियां आपस में समलिंगी सेक्स कर रही थी. एक सहेली डिल्डो से दूसरी की चूत चोद रही थी. मैं बाहर से ये सब देख रही थी और गर्म हो रही थी.
लेखक : माइक डिसूज़ा
प्रेषक : आसज़
हैलो दोस्तो.. मेरा नाम विराज मैडी है. मैं 20 साल का जवान लड़का हूँ, मेरी हाईट 5 फीट 6 इंच है. मेरा रंग हल्का सांवला है.. लेकिन ठीक ठाक दिखता हूँ, डील डौल ठीक ठाक है.
प्रिय पाठको,
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मेरा नाम साहिल है, मैं छत्तीसगढ़ का रहने वाला हूँ. मैं आज आप सबको अपनी एक रियल सेक्स कहानी सुनाने वाला हूँ, जो मेरे साथ हुआ. मैंने और मेरी भतीजी ने इस मजे को एंजाय किया. मैं इस कहानी में कुछ जगहों के नाम और मेरी भतीजी का नाम बदल रहा हूँ क्योंकि अब उसकी शादी हो गयी है.
मेरे चाहने वाले चूत चोदू चुदक्कड़ दोस्तों को मेरा प्यार!
हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम पिंकी है. मैं एक काल सेंटर से जॉब करती हूँ. मैं आज आप सब को अपनी चुदाई की सच्ची कहानी बताने जा रही हूँ कि कैसे मैं दीदी की शादी में उनके देवर से चुदी. यह मेरी एकदम सच्ची कहानी है.
दोस्तो, मेरा नाम अमित शर्मा है, मैं जयपुर राजस्थान का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 31 साल है और मैं एक मल्टिनेशनल कम्पनी में अच्छे पद पर हूँ. अन्तर्वासना पर ये मेरी पहली इंडियन सेक्स स्टोरी है और पूरी तरह काल्पनिक है. अगर कुछ भूल हुई हो तो माफ़ कीजिएगा और अपने विचार भेजना ना भूलिएगा.
अब तक की इस चुदाई की गन्दी कहानी में आपने पढ़ा था कि सभी पात्र अपनी चुदाई और विभिन्न मजे लेकर सो गए थे और हम सभी उनको एक-एक करके उठता हुआ देख रहे थे।
मैंने अपने पति को अपनी किसी सहेली की शादी में जाने का बहाना करके उसे पेपर से 2 पहले यूनिवर्सिटी जाने के लिए मना लिया था। इसके अलावा मैंने लहंगा चोली का प्रबंध भी कर लिया था। मैंने बेहद ऊंची एड़ी की सैंडल ले ली थी, और ऊपर से नीचे तक अपने जिस्म की दो बार वैक्सिंग करवा ली थी जिसमें फुद्दी और गांड भी शामिल थी। मेरे सर और आंखों के अलावा अब मेरे जिस्म पर बाल नाम की कोई चीज़ मौजूद नहीं थी।
दोस्तो, मैं आपका रवि खन्ना फिर से अपनी सच्ची कहानी इश्क़ विश्क प्यार व्यार और लंबा इंतजार का अगला पार्ट लेकर हाजिर हूँ.
अब तक आपने पढ़ा..
दीवाली के दिन चल रहे थे.. और गाँव में कार्तिक का मेला लगा हुआ था। मेरे लिए यह मेरी शादीशुदा गर्लफ्रेंड मीना भाभी को चोदने का बड़ा सही मौका था। मीना भाभी को चोदना मुझे बहुत अच्छा लगता था और मीना थी ही ऐसी कि उसे देख कर चोदने का मन हो जाता था।
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अब तक आपने पढ़ा कि कैसे नशा उतरने के बाद भी पंकज की बहन और उसकी पत्नी इस सारे भाई बहन की चुदाई के प्रकरण से खुश थे और किसी को कोई अफ़सोस नहीं था। इसका कारण यह था कि सोनाली भी अपने भाई के लंड के सपने देखा करती थी और पंकज रूपा ने उसे वादा किया कि वो उसका सपना पूरा करने में उसकी मदद करेंगे।
मेरी शादी हुये लगभग चार साल हो चुके थे। कुछ अभागी लड़कियों में से मैं भी एक हूँ। शादी के दिन मैं बहुत खुश थी। लगा था कि जवानी की सारी खुशियाँ मैं अपने पति पर लुटा दूंगी। मैं भी मस्ती से लण्ड खाऊंगी… कितना मजा आयेगा। पर हाय री मेरी किस्मत… सुहाग रात को ही जैसे मुझ पर वज्र प्रहार हुआ। मेरा पति रात को दोस्तों के साथ बहुत दारू पी गया था। आते ही जैसे वो मुझ पर चढ़ गया। मेरे कपड़े उतार फ़ेंके और खुद भी नशे में नंगा हो गया। लण्ड देखा तो मामूली सा… शायद पांच इन्च का दुबला सा… जैसे कोई नूनी हो… एक दम कडक… मैंने भी लण्ड खाने के लिये अपनी टांगे ऊपर उठा ली… तेज बीड़ी की सड़ांध उसके मुख से आ रही थी जो दारू की महक के साथ और भी तेज बदबू दे रही थी। मैंने अपना चेहरा एक तरफ़ कर लिया, राह देखने लगी कि कब उसका लण्ड चूत में जाये और मेरी जवानी की आग बुझाये।
दोस्तो, मैं राज रोहतक से अपनी नई कहानी लेकर हाजिर हूँ। जो मुझसे अपरिचित हैं उनके लिए, मैं छह फिट का गोरा और तगड़ा लड़का हूँ, मैं जिगोलो बनना चाहता हूँ।
दोस्तो, मेरी पिछली कहानी