नये साथी की तलाश में!
प्रेषक : संदीप नैन
प्रेषक : संदीप नैन
🔊 यह कहानी सुनें
दोस्तो.. मैंने अन्तर्वासना पर प्रकाशित सबकी कहानियों को पढ़कर सोचा मैं भी अपने एक आपबीती लिखूँ।
मैंने कुछ सुना नहीं, उनके बिस्तर पर धकेला… उनके पैर नीचे लटक रहे थे… मैंने सलवार की इलास्टिक खींची तो साथ में गुलाबी रंग की पैंटी भी नीचे आ गई।
दोस्तो, इस विषय पर आपने मेरा हालिया लेख
वेटर निकल गया और जाते हुए दरवाज़ा बंद कर गया।
प्रिय पाठको, इस बार एक बिल्कुल नए मिजाज की कहानी लेकर हाजिर हूँ। आज की युवा पीढ़ी बहुत फास्ट और बिंदास है। उसमें टैलेंट है, सामर्थ्य है, और भविष्य का कोई भय या फिक्र भी नहीं है। इसी युवा पीढ़ी की एक लड़की (अब श्रीमती) ने अपने बेलौस स्वभाव में जो कर डाला यह उसी की गाथा है। मुझसे कई पाठक-पाठिकाएँ अपनी आपबीती पर कहानी लिखने के लिए अनुरोध करती रहती हैं। उन्हें लिखना संभव नहीं हो पाता। लेकिन यह घटना असाधारण थी इसलिए इसे लिखना जरूरी लगा। इस पाठिका ने मेरी कहानी ‘शालू की गुदाई’ पढ़कर अपनी आपबीती मुझे भेजी थी। घटना घटे ज्यादा दिन नहीं हुए। पिछले के पिछले, यानी 2016 की दीवाली की बात है।
नमस्कार.. मेरा नाम विक्की है.. मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। य मेरी पहली और सच्ची कहानी है, जो मैं आपको बताने जा रहा हूँ.. तो अब मैं कहानी शुरू करता हूँ।
हैलो दोस्तो.. आज मैं बड़े ही सोचने-विचारने के बाद लिख रहा हूँ। हो सकता है कि किसी को मेरी कहानी पाप से परिपूर्ण लगे पर जो भी वास्तव में हुआ है.. वो मैं आपके सामने कहानी के रूप में लिख रहा हूँ।
टोनी की जिद पर हार कर हमने अपने कपड़े पहन लिए।
‘नमस्कार चटर्जी बाबू, क्या चल रहा है?’ कहते कहते घोष बाबू दरवाज़ा खोल कर अन्दर आ गए।
🔊 यह कहानी सुनें
कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा…
प्रेषक : राजवीर
रात को नंगी होकर वाईब्रेटर का प्रयोग करके दोनों बहनों ने खूब लेस्बियन सेक्स किया आपस में।
मेरे प्यारे दोस्तो.. जैसा कि मैंने आपको अपनी कहानी के पिछले भाग में बताया था कि कैसे मुझे एक गैर आदमी ने अपनी बाहों में जकड़ कर मेरी वासना को जगाया था.. और मुझे धकापेल चोदने लगा था।
मेरी बहन मुझसे चुदने के लिए तैयार थी साथ ही वो मुझे बता रही थी कि उसको चुदाई के दौरान गालियां सुनना पसंद है।
एक दिन सविता भाभी अपने पति अशोक के वीकएंड में भी काम करने के कारण खुद को काफी बोर महसूस कर रही थीं, उनका किसी काम में मन नहीं लग रहा था।
सभी को मेरा नमस्कार!
प्रेषक : हॉटमैन
अब तक आपने पढ़ा..
भाभी बोली- ठीक है, नहीं बोलूंगी!! अब जाओ और मुझे पढ़ने दो, रात को नौ बजे आना, मैं तुम्हें तुम्हारी किताब वापस कर दूंगी!
🔊 यह कहानी सुनें
मैं रोहित वर्मा 24 साल का हूँ, चण्डीगढ़ में जॉब करता हूँ, अभी मेरा विवाह नहीं हुआ है।
दोस्तो, लड़की को सिड्यूस (कामोत्तेजित) करने में बड़ा मजा आता है. बस उसको कामोत्तेजित करने का तरीका ठीक होना चाहिए. मैंने अपने घर की नौकरानी को ऐसे ही कामोत्तेजित करके खूब चोदा. आज मैं आप सब को वही कहानी सुनाने जा रहा हूँ. मेरा नाम है विजय. मेरे घर में उलूल-जुलूल नौकरानियों के बाद एक दिन बहुत ही सुन्दर नौकरानी काम करने के लिए आई. वह बहुत ही खूबसूरत थी. सुन्दर होने के साथ-साथ वह सेक्सी भी लग रही थी. उसकी हाइट मीडियम थी, बदन सुडौल था. उसका फीगर 33-26-34 का रहा होगा. वह शादीशुदा भी थी.