भाभी की ननद उनकी प्रेयसी
दोस्तो, मेरा नाम कविता है और मैं अम्बाला (हरियाणा) के पास एक गाँव में रहती हूँ।
दोस्तो, मेरा नाम कविता है और मैं अम्बाला (हरियाणा) के पास एक गाँव में रहती हूँ।
सभी ने जोर दार तालियां उनके लिये बजाई और फिर अमित ने सुहाना से पूछा कि उसे कैसा लगा।
दोस्तो, मैं विकी केपर अन्तर्वासना का पुजारी या यूँ कहो तो पाठक आपके सामने एक नई और सच्ची सेक्स स्टोरी लेकर आया हूँ। मैं काफ़ी सालो से अन्तर्वासना की लगभग सभी कहानियों को पढ़ता आया हूँ जिनमें से मुझे कुछ सच्ची और कुछ बकवास लगी।
मैं खड़े होकर उनके चेहरे को चूसने लगा फिर उनके होंठों को छोड़ कर पूरे चेहरे से मांड निकाल लिया।
दोस्तो, मेरा नाम राज शर्मा है. मेरा कद 5′ 8″ है. मेरे लंड का साइज़ 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. पर्सनॅलिटी के हिसाब से मैं काफी आकर्षक व्यक्तित्व वाला हूँ. मैं केवल अपने जीवन से सम्बंधित सच्ची कहानियाँ अर्थात अपने अनुभव ही लिखता हूँ.
दोस्तो! मैं राजवीर, पंजाब से. आप सब ने मेरी कहानी
गौसिया स्खलित होने के बाद सनसनाते दिमाग के साथ बेजान सी पड़ गई जैसे बेहोश हो गई हो। मैं भी थक गया था तो मैं भ उसकी बगल में लेट कर अपनी साँसें दुरुस्त करने लगा।
दरअसल अन्तर्वासना की वजह से सेक्स, उत्तेजना और कामुकता को पसंद करने वाले लड़के-लड़कियाँ, स्त्री-पुरुष को एक मंच मिल गया है जिसमें इस विषय को पसंद करने वाले लोग आपस में जुड़ रहे हैं और अपने विचारों का आदान-प्रदान कर रहे हैं।
दोस्तो, मेरा नाम राज शर्मा है। यह कहानी मेरी मकान मालकिन की सहेली की है.. जो उसके साथ ही बैंक में नौकरी करती थी। जैसा कि मेरी मकान मालकिन ने कहा था कि मैं अपनी सहेली को भी तुमसे चुदवाऊँगी।
मेरे ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी मुझे ऊपर से नीचे तक कुछ देर तक निहारते ही रह गये। उनके होंठों से एक सीटी जैसी आवाज निकली, जैसी आवाज आवारा टाईप के मजनूं निकाला करते हैं।
जिया पटेल
मेरा नाम भारत है, मैंने आज तक किसी लड़की से चुदाई नहीं की है, मैं बहुत शर्मीला हूँ..
🔊 यह अन्तर्वासना कहानी हिन्दी में सुनें
मेरा नाम जूही परमार है। आपको मेरी कहानी मेरा पहला सांड अच्छी लगी और आपके ईमेल मिले उन सभी के लिए आपका धन्यवाद।
मेरा नाम राज है मैं सीकर (राजस्थान) रहता हूं। मेरी उम्र 27 साल है, मेरी बॉडी एवरेज है। मेरे लण्ड का साइज 7 इंच है और मोटाई काफी अच्छी है।
मेरा नाम पूनम है, दिल्ली की रहने वाली हूँ, उम्र लगभग 24 है।
दोस्तो, यह मेरी प्रथम आपबीती और अनुभव है क्योंकि इससे पहले मुझे सेक्स का कोई न तो अनुभव था न कोई किताब या कहानी पढ़ी थी। बस दो या तीन कहानियाँ अपने दोस्त राम के साथ छुप कर ज़रूर पढ़ी थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं था कि कोई इच्छा हो या मन करता हो कुछ करने का, क्योंकि मैं कुछ जानता ही नहीं था।
लेखक: अमित कुमार
प्रेषक : निक्की
पिछले भाग में आपने पढ़ा।
बात उन दिनों की है, जब मैं अपने छोटे से कस्बे से शिफ्ट होकर एनसीआर में रहने लगा। चूंकि किराए का फ्लैट तलाशने से लेकर जरूरत की चीजें खरीदवाने में मेरा दोस्त हर्ष हर समय मेरे साथ रहा, इसलिए हमारी दोस्ती स्वाभिविक तौर पर गाढ़ी होती चली गई। वैसे भी मेरी वाइफ नीना के एक करीबी रिश्तेदार से हर्ष के साथ बहुत अच्छे ताल्लुकात रहे, लिहाजा अपने साथ भी उनके बेहतर रिलेशन बनने लगा।
इतने में माया आई और मुझे फिर से अपने बच्चों के सामने ही चुम्बन करके बोली- मैं अपने बच्चों से बस प्यार ही मांगती हूँ और कुछ भी नहीं।
हिंदी सेक्सी स्टोरी पसन्द करने वाले मेरे प्यार दोस्तो, लंड के राजाओं और चूत की रानियो.. आप सबको मैं आज एक सेक्स और चाहत से भरपूर सेक्सी स्टोरी सुनाने वाला हूँ।
मैं अपनी मारू गाण्ड को हिलाते हुए गया, जाकर बैड के नीचे बैठ गया और हिलते हुए लण्ड का चुम्मा लिया। वह तो बावला और मस्त होकर देखने लगा कि कोई उसका लण्ड भी चूसेगा। मैंने चार-पांच चूपे मारे।