बाल ब्रह्मचारी पुजारी
प्रेषक : सियाराम प्रसाद सिंह
प्रेषक : सियाराम प्रसाद सिंह
Bahan Ke Sath Prem-leela-5
नमस्ते दोस्तो, मैं करीब 4 साल से अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ. यह कहानी मेरा पहला अनुभव है, जो कि इसी दिसंबर महीने में हुआ.
दोस्तो, मेरी कहानियों पर बहुत से अनजान मित्रों के मेल आते रहते हैं। यह कहानी उन्हीं में से एक मित्र की है जो उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।
मैं राहुल शर्मा लुधियाना का रहने वाला हूँ। यह मेरी पहली कहानी है जो मैं आपको बताने जा रहा हूँ।
प्रेषिका :गुड़िया
अक्षित
बाइक को सड़क के एक तरफ ले जाकर मैंने लॉक कर दिया और हम दोनों किसी तरह उस छोटी पहाड़ी पर चढ़ कर फायर वाचर के रूम में पहुँच गए पर वहाँ कोई नहीं था। बारिश होने से आग लगने की कोई गुंजाइश नहीं रह गई थी इसलिए वो शायद अपने घर चला गया होगा।
इस सेक्स कहानी का पिछला भाग : ऑफ़िस गर्ल की चुदाई ऑफिस में -1
हैलो फ्रेंड्स, मैं अन्तर्वासना का बहुत ही बड़ा फैन हूँ और मैं हर रोज इसकी कहानियाँ पढ़ता हूँ और मुठ मारता हूँ.
सम्पादक जूजा
सबसे पहले आप सभी का धन्यवाद कि मेरी प्रकाशित पंजाबी चुदाई कहानी
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नमस्ते मित्रो, मेरा नाम प्रिया है।
प्रणाम दोस्तो, एक बार फिर से आपका गांडू सनी आपके लिए अपनी चुदाई लेकर हाज़िर है। मुझे बहुत ज़रूरी काम के लिए आगरा जाना पड़ा, एक तो पहले से ही स्टेशन पर ही एक लंड ने मेरी गांड गर्म कर दी, मेरी बुकिंग थी छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस की लेकिन बीस नंबर वेटिंग में मिला था, मुझे वहाँ टी.सी। ने कहा था कि तुम काउंटर टिकट खरीद लो, जब ट्रेन चलेगी तो वहाँ ट्रेन वाले टी.सी को थोड़ा बहुत सेवा पानी देकर कोई सीट कन्फर्म करवा लेना।
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अशोक कुमार
हमारे देश में यौन, खास तौर से हस्त-मैथुन के प्रति बहुत सी भ्रांतियाँ हैं जो कि या तो अनपढ़ लोगों ने या फिर निहित-स्वार्थ से प्रभावित लोगों ने समाज में फैलाई हुई हैं। पर जैसे जैसे समाज में शिक्षा फैली है और इस विषय पर शोध हुआ है इनमें से कई भ्रांतियों का पर्दा-फाश हुआ है।
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बस में एक औरत अपने पीछे खड़े लड़के को- बस में हम दोनों के खड़े होने के लिए भी जगह नहीं है, तुम तीसरे को क्यों खड़ा कर रहे हो?
मैं आनन्द अपनी मम्मी प्रभा का पति!
यशोदा पाठक
दोस्तो, अन्तर्वासना में मैंने जब कहानियाँ पढ़ी तो मेरा भी मन हुआ कि मैं भी अपने बारे में अन्तर्वासना के पाठकों को बताऊँ!
अन्तर्वासना के सभी पाठक व पाठिकाओं को नमस्कार !
प्रेषक : रोहित खण्डेलवाल