पूनम की मदमस्त जवानी
आज मैं आपको एक रोमांटिक और प्यारी सी सेक्स कथा बताने जा रहा हूँ।
आज मैं आपको एक रोमांटिक और प्यारी सी सेक्स कथा बताने जा रहा हूँ।
हस्तमैथुन masturbation के कारण मेरा यौन जीवन शुरू होने से पूर्व ही बर्बादी की कगार पर है।
लेखिका : दिव्या डिकोस्टा
अब तक की इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि संजय अपनी मुँहबोली बहन की बेटी यानि भांजी पूजा को बिस्तर पर लिटा कर उसकी चुत चाट कर उसको मजा दे रहा था। मजा रस को लेकर अब पूजा भी कहने लगी थी कि उसको भी ये रस चाट कर मजा लेना है।
हैलो मित्रो, मेरा नाम योगू है मैं एक स्टूडेंट हूँ और महाराष्ट्र से हूँ.
हाय! आइ एम सुनीता डूइंग सीए फ़्रोम जोधपुर।आज मैं आपको अपनी एक रियल स्टोरी बताने जा रही हूं जो लास्ट वीक मेरे साथ हुई मेरी होबीज़ चैट करने की है मैं रोज चैट करती हूं। पर एक दिन मेरी मुलाकात एसकुमार से हुई। बातों बातों मैं ना जाने हम दोनो कब दोस्त बन गये। हम रोज घंटो बातें करने लगे। उसके साथ बात करना मुझे भी अच्छा लगने लगा। फ़िर वो सेक्स की बातें करने लगा। पहले तो मुझे बुरा लगता पर धीरे धीरे अच्छी लगने लगी। जब वो सेक्सी बातें करता तो मुझे कुछ कुछ होने लगता। फ़िर हम रोल प्लेयिंग करने लगे और नेट पर ही सेक्स करते।
अभी हम चाट चाट कर मज़े ले ही रही थी कि गर्शिया आया और उसने सोनल को मेरे ऊपर से उठा दिया और सीधा करके मेरे ऊपर लेटा दिया।
प्रेषक : अशोक कुमार
यह हिंदी सेक्स स्टोरी मेरी खुद की आपबीती है।
अब तक की इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि संजय की मुँहबोली भांजी पूजा संजय के साथ सोने की जिद करने लगी।
अब तक आपने पढ़ा..
मौसी की बेटी की शादी में शादी से पन्द्रह दिन पहले पहली बार एक साथ पांच बुड्ढों ने और एक जवान लड़का रिश्ते के भाई ने मेरी बेदम चुदाई की, इनमें दो मेरे सगे रिश्तेदार हैं, यह कटु सत्य घटना है।
‘क्या आप इस संडे को मिल सकते हैं?’ उसने एक पल भी गँवाए बगैर पूछा।
मेरा नाम पायल है, मैं तेईस साल की और एक बच्चे की माँ हूँ।
फ़ुलवा
कैसे हो दोस्तो, आप सबको मेरा नमस्कार!
यह घटना इसी होली की है। 6 साल के बाद मैं होली में अपने घर पर था। मेरी उम्र 19 साल की है। मैं अपने शहर से बहुत दूर एक कॉलेज में तकनीकी की पढ़ाई कर रहा हूँ। हड़ताल होने के कारण कॉलेज एक महीने के लिए बन्द हो गया था।
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दोस्तो, मेरा नाम शुभ है, मैं 22 साल का हूँ. मैं दिखने में साधारण … परंतु चुस्त और जोशीला हूँ.
वे एकसाथ तीनों मिल कर उसे रगड़ने लगे। राकेश ने भी लिंग निकाल लिया और उसके होंठ चूसने लगा। तीनों ही उसे बुरी तरह रगड़ रहे थे, चाट रहे थे और चूस रहे थे… उसके होंठ, वक्ष, चुचुक, योनि और नितंब कुछ भी महरूम न रहा और बार-बार तीनों में से कोई न कोई अपना लिंग उसके मुंह में दे देता, जिसे वह चपड़-चपड़ कर चूसने लगती।
एक कुत्ते ने दूसरे कुत्ते को
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नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम दिलजीत है, पंजाब का जालंधर सिटी का रहने वाला हूँ। मैं अन्तर्वासना का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ और सभी कहानियाँ पढ़ चुका हूँ।
सभी ने जोर दार तालियां उनके लिये बजाई और फिर अमित ने सुहाना से पूछा कि उसे कैसा लगा।
जवानी के दौर में हर लड़के के दिमाग में चुदाई के अलावा कोई ख़याल आता ही नहीं है। यह वह समय होता है जब उसका लंड उसका सबसे प्रिय खिलौना होता है। मौका मिलते ही वो उसके साथ खेलने लगता है।