सीढ़ियों में पटा कर छत पे चोदा Hindi Sex Story
मैं आज आपको अपनी जिन्दगी की दो साल पुरानी एक घटना बताने वाला हूँ जो मेरे साथ हुई थी. मैं जिस जगह पर रहता हूँ, वहाँ हर साल नए नए लोग ट्रान्सफर होकर आते हैं.
मैं आज आपको अपनी जिन्दगी की दो साल पुरानी एक घटना बताने वाला हूँ जो मेरे साथ हुई थी. मैं जिस जगह पर रहता हूँ, वहाँ हर साल नए नए लोग ट्रान्सफर होकर आते हैं.
दोस्तो, आज मैं आपको अपने जीवन में घटी वह घटना बताने जा रहा हूँ.. जो आज से पहले मैंने किसी के भी साथ कभी भी शेयर नहीं की और शायद कभी दोबारा शेयर भी नहीं करूँगा।
नंदा – वृन्दा भाभियों का चोदन और सोयी हुई मेहमान औरतों के चूत दर्शन
जीजू की चचेरी बहन की बुर चोदन की कहानी-1
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हैलो दोस्तो, मेरा नाम दीपक है और मैं हरियाणा के सोनीपत ज़िले का रहने वाला हूँ।
मेरे प्यारे दोस्तो, मेरा नाम हेमन्त शर्मा है। मैं जयपुर में रहता हूँ। मैं पहली बार कहानी लिख रहा हूँ। अगर कोई गलती हो जाये तो माफ कर देना। लड़कियाँ चूत में उंगली करने के लिये और लड़के मुठ मारने के लिये तैयार हो जायें।
हाय दोस्तो, मैं शाहिद एक बार फिर आपके सामने अपनी बीती बातें रखने आया हूँ।
इमरान
मैं अपनी पत्नी अंशु की चूत चाट रहा था और उसके यार से गांड मरवा रहा था. फिर अंशु की चूत गीली हो गयी और उपिंदर के लौड़े ने पानी छोड़ दिया.
प्रेषिका : माया
बलवंत_सीडी: हां तो मैं
मेरा नाम अमित है और मैं बहराइच के रहने वाला हूं, फिलहाल पढ़ाई की वजह से मैं लखनऊ में रहता हूं।
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अब तक आपने पढ़ा..
सम्पादक – जूजा जी
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दोस्तो.. यह मेरी पहली चुदाई की कहानी है जो मेरे साथ घटी है।
मैं जीजाजी के ही घर दो रात लगातार उन से चुद कर अगले दिन मैं वापिस अपने पीहर चली गई। जीजाजी खुद मुझे अपनी बाइक पर बिठा कर पर बस में बिठाने आये और मना करने के बाद थम्सअप की बोतल और काफी सारे फल लाकर दिए।
दोस्तो, मैं जय फिर से आप सभी के समक्ष एक नई सत्य दास्तान पेश करने जा रहा हूँ। मेरे द्वारा पूर्व में लिखी सत्य घटना पर आधारित कहानी
मैं बहुत ही दुबला पतला हूँ, मेरे शरीर पर नाम मात्र के बाल हैं। झांट और सर के बाल के अलावा छाती या हाथ पैर पर बाल नहीं हैं। मतलब यह है कि मैं अगर साड़ी में भी आ जाऊँ तो लोग मुझे पहचान नहीं पाएंगे, मेरी आवाज़ भी वैसी ही लड़कियों वाली है।
दोस्तो, मेरा नाम सागर है.. मैं इंदौर से हूँ, मुझे सेक्स में बहुत रूचि है।
तभी दरवाजे की घण्टी बजी, शायद मौसी आ गई थी। सौरभ दरवाज़ा खोलने के लिए उठा। मैंने कहा- एक मिनट रुको !
आप सभी पाठकों को प्रेमशीर्ष का प्रेम भरा नमस्कार !
दोस्तों मेरा नाम दलबीर सिंह है और दिल्ली में रहता हूँ। और पेशे से डाक्टर हूँ। मेरी उम्र अब 35 साल है। मैं अंतरवासना का पिछले 4 साल से पाठक हूँ।