ऑनलाइन के बाद पलंगतोड़ चुदाई
मेरा नाम रितेश शर्मा है, मैं आगरा से हूँ. मैंने एक अन्तर्वासना की पाठिका के साथ सेक्स किया, यह कहानी पूरी तरीके से सत्य है।
मेरा नाम रितेश शर्मा है, मैं आगरा से हूँ. मैंने एक अन्तर्वासना की पाठिका के साथ सेक्स किया, यह कहानी पूरी तरीके से सत्य है।
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अब क्या होगा? मेरी पिटाई होने में अब तो बस प्रिया के जवाब देने की ही देर थी. मुझे मेरी पिटाई होना अब तय ही लग रहा था. मैं विनती भरी नजरों से प्रिया को देख रहा था.
कॉलेज गर्ल सेक्स स्टोरी हिंदी में पढ़ें कि मैं नयी नयी जवान हुई थी और जवानी के असर से खिलती ही जा रही थी. क्लास के एक लड़के से दोस्ती हुई. उसके बाद क्या हुआ?
अब तक की इस सेक्स स्टोरी इन हिंदी में आपने पढ़ा था कि मोना की पड़ोसन मीना उसके लिए एक कमसिन काम वाली तलाश कर लाई थी और ये दोनों उसी लौंडिया की मचलती जवानी को लेकर चर्चा कर रही थीं.
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार.. मेरा नाम हार्दिक है। मैं पाँच फीट छ: इंच का नॉर्मल सा दिखने वाला लड़का हूँ। मेरा लण्ड साढ़े छ: इंच का है और ये गोलाई में साढ़े तीन इंच मोटा है। मैं अभी 23 साल का एक जवान और हट्टा-कट्टा लड़का हूँ। मैं दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश में रहता हूँ।
अब बारी मेरी और अश्वनी की थी, अश्वनी मुझसे धीरे से बोला- यार आकांक्षा, मुझे लगता है कि मेरा जल्दी निकल जायेगा।
अब तक आपने पढ़ा कि कैसे नशा उतरने के बाद भी पंकज की बहन और उसकी पत्नी इस सारे भाई बहन की चुदाई के प्रकरण से खुश थे और किसी को कोई अफ़सोस नहीं था। इसका कारण यह था कि सोनाली भी अपने भाई के लंड के सपने देखा करती थी और पंकज रूपा ने उसे वादा किया कि वो उसका सपना पूरा करने में उसकी मदद करेंगे।
अब तक तो मैं बेबाकी की हद तक पहुंच चुकी थी, मेरे दिल में आया कि मैं राजे की रानी अपने ही बैडरूम में बनूँगी… कितना मज़ा आएगा ना जब मैं अपने ही पति के बिस्तर पर इस महा चोदू से चुदूँगी जैसे इसकी कई रानियाँ इसके बैडरूम में इसकी पत्नी जूसी रानी के बिस्तर पर चुद चुकी हैं।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार!
सम्पादक – जूजा जी
प्रेषिका : रत्ना शर्मा
मेरा नाम समीर है.. मैं अभी 12वीं में पढ़ता हूँ, मैं गाँव में रहता हूँ। मेरे घर में 5 लोग रहते हैं। हमारे यहाँ खेती का काम है। मे बहन 11वीं में पढ़ती है। मैंने कभी सेक्स नहीं किया था.. पर मैं बहुत पहले से ही बहन को अपनी कल्पना में लेकर मुठ मारना शुरू कर चुका था।
हिन्दी सेक्स कहानी की सबसे पुरानी साइट अन्तर्वासना के प्यारे पाठक पाठिकाओ, मेरा नाम शिखा है, 18 साल की हूँ और एकदम भरपूर हुस्न की मालकिन हूँ! मेरा रंग हल्का सांवला है, फिगर 36-27-38 है।
प्रेषक : सोनू चौधरी
तीन बुड्डों ने मेरी चूत की सील तोड़ी-9
प्रेषक : आसज़
मैं अनिल एक बार फिर हाजिर हूँ. आप सभी पाठकों को मेरा सादर नमस्कार. आपने मेरी पिछली कहानी
कहानी का पिछ्ला भाग: गाँव की गोरी और डॉक्टर-1
मेरी पीठ मेरे ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी के सीने से लगी हुई थी। मैंने अपना सिर पीछे की ओर करके उनके कंधे पर रख दिया। साढ़े-चार इंच ऊँची हील के सैंडल पहने होने से मेरा कद उनके कद से मेल खा रहा था। उनके हाथ मेरे सीने के दोनों उभारों को बुरी तरह मसल रहे थे। आईने में हमारा ये पोज़ बड़ा ही सैक्सी लग रहा था।
दोस्तो, मेरी कहानी के सत्रहवें भाग में आपने पढ़ा कि मैं, मेरी सगी बहन और चचेरी बहन, हम तीनों ने एक ऊंची पहाड़ी पर जाकर चुदाई की, मेरी चचेरी बहन ने पहली बार गांड मरवाई.
दोस्तो, आप मेरी हिन्दी सेक्स स्टोरीज का आनन्द ले रहे हैं, जान कर ख़ुशी होती है।
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मेरे मस्ताने लंड की ओर से सभी काम की देवियों को हैलो ! मेरी कहानियों को पसंद करने के लिये आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद। और मुझे मेल करके मेरा हौंसला बढ़ाने के लिए तहे दिल से शुक्रिया ! आज मैं अपने एक दोस्त की कहानी उसी की जुबानी सुनाने जा रहा हूँ जो उसने मुझे मेल की थी, मैंने बस इसे सही आकार दिया है। आशा है कि मेरी पिछली कहानियों की तरह यह भी आपको बेहद पसंद आएगी।
नमस्ते दोस्तो, सबसे पहले में अन्तर्वासना का आभारी हूँ, जिन्होंने मेरी पहली सेक्स स्टोरी