शादीशुदा चचेरी बहन की चूत चुद गई
मेरा नाम विजय है, मैं द्वितीय वर्ष का छात्र हूँ। मैं आपको जो कहानी बताने जा रहा हूँ वह गत वर्ष ग्रीष्मकाल की है।
मेरा नाम विजय है, मैं द्वितीय वर्ष का छात्र हूँ। मैं आपको जो कहानी बताने जा रहा हूँ वह गत वर्ष ग्रीष्मकाल की है।
मैं संजु, 26, लखनऊ उत्तर प्रदेश, ज्योतिष और सेक्सी कहानियों का शौकीन. सभी भाभियों सालियों कुंवारी चुदी चुदाई चूतों, भोसड़ों को एक बार फ़िर आपका संजु बार बार प्रणाम करते हुए ये विश्वास दिलाता है कि जिस तरह से आपकी बुर और भाईयों के लंड से मेरी पहली कहानी पढ़कर वीर्य के छीटें हिन्दुस्तान, पाकिस्तान, ब्रिटेन, अमेरिका तक पहुंचे. इस बार भी आप लोग पहले की तरह मेल करके बताइयेगा कि बुर भोसड़ा बन गयी या नहीं लंड के चोदने की रफ़्तार 4 गुना हुई या नहीं. बुर के फ़ौव्वारे से आदमियों के लंड भीगे या नहीं?
मैं देविका हूँ, उम्र 24 वर्ष और लम्बाई 5 फ़ुट 3 इन्च। मैंने अपने बॉब हेयर कट करवा रखे थे। मैं दुबली पतली पर आकर्षक लगने वाली युवती हूँ। मैं मुम्बई की एक निजी कम्पनी में पीए हूं। आईये आपको मैं बताती हूँ कि मुझे कम्पनी में कैसे प्रोमोशन मिला।
मुख़तार
लेखिका : नेहा वर्मा
प्रेम गुरु की कलम से…..
हेल्लो दोस्तों! मेरा नाम सोनिया है। मैं पंजाब में रहती हूँ। मैं काफी लंबे समय से अपनी बात, अपना अनुभव आपसे बाँटना चाहती थी। अब मैं शादीशुदा हूँ, पिछले महीने मेरी शादी हुई। लेकिन ये अनुभव जो आपके साथ बाँटना चाहती हूँ ये शादी से कुछ महीने पहले का है। दोस्तो, मुझे सेक्स के बारे में पता तो था पर यह नहीं पता था कि लड़कियां आपस में भी सेक्स को एन्जॉय कर सकती हैं।
मुझमें हमेशा से एक दिली इच्छा थी कि गाँव की खूब लंबी चौड़ी और मजबूत बदन की औरत को गचगचा कर चोदा जाए लेकिन दिल की इच्छा कभी बाहर नहीं आ सकी क्योंकि मैं बचपन में दुबला पतला और कद में कम था।
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हेलो डार्लिंग… क्या तुमने कभी किसी से प्यार किया है?
प्रेषक : अरनब बनर्जी
प्रिया इस मस्ती का बहुत मज़ा ले रही थी, वो झड़ने के बाद मुझे चूमते हुए बोली- ओ थैंक्स यार, तूने आज जन्नत दिखा दी।
मैंने स्नेहा का चेहरा पकड़ा और चेहरा घुमाकर सीधा उसके होठों पर किस कर दिया और कसकर पकड़े रहा। स्नेहा आंखें खोलकर देख रही थी अब और उसकी साँसें अटक रही थी तब मैंने उसे छोड़ा। मगर इतना करने पर भी उसने कोई विरोध नहीं किया था।
हमारे सभी पाठकों को मेरा सादर नमन।
आसाम की हरी भरी वादियों में यदि आप जायें तो आपका मन झूम उठेगा। मैं अपने पति के साथ आसाम के एक ओयल फ़ील्ड में हूं। 15 दिनों तक लगातार यहाँ फ़ील्ड में रहना होता है। केम्प से 3 किलोमीटर दूर ड्रिलिंग मशीन काम कर रही है। उसके लिये उन्हें लाने ले जाने के लिये वाहन की व्यवस्था है।
मैं बड़े आराम से राजे के बालों में उंगलियाँ फिराती हुई पड़ी रही, वो बार बार मुझे हौले हौले से चूम रहा था, समय रुक सा गया था, हम यूँ ही एक दूसरे के नंगे बदन के स्पर्श का मज़ा लेते हुए काफी देर लेटे रहे।
रात को रणजीत को एक होटल में छापा मारना था, उसने अपनी टीम के साथ पूरे होटल को घेर लिया और फिर ऑपरेशन शुरू कर दिया।
मेरी मकान मालकिन -2
हम नए नए इस घर में आए थे. इस कालोनी में मेरा कोई दोस्त नहीं था. स्कूल से आने के बाद मैं अकेला बैठ कर बोर होता रहता था. पापा सिर्फ सप्ताहाँत पर घर आते थे और मम्मी शाम 6 बजे तक.
सुबह के 4 बज रहे थे और मैं रोज़ की तरह अपनी सास के कमरे की ओर जा रहा था।
मेरा नाम प्रीति है.. मैं अपने साथ हुई सबसे पहले चुदाई की कहानी लिख रही हूँ।
मैं एक झोला छाप डॉक्टर हूँ। मैं एक छोटे से गाँव में अपनी डाक्टरी चलाता हूँ। मेरे पास पूरे गाँव की छोटी-मोटी बीमारी वाले मरीजों के अलावा, सेक्स सम्बन्धी रोग लेकर भी आदमी और औरतें आती हैं।
दोस्तो.. मेरी कहानी को आप सबका भरपूर प्यार मिल रहा है, इसके लिए धन्यवाद।
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प्रेषक : शिमत