मेरी हसीन सुहागरात
मेरा नाम कुनाल है। ये मेरी पहली कहानी है। आशा करता हूँ कि आपको पसंद आएगी।
मेरा नाम कुनाल है। ये मेरी पहली कहानी है। आशा करता हूँ कि आपको पसंद आएगी।
चलिए कहानी को आगे बढ़ाते हैं।
जैसे कि मैंने अन्तर्वासना पर पिछले भाग में बताया :
प्रेषिका : श्रुति
प्रिये मित्रो, आज मैं आपको एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ, आशा है आपको पसंद आएगी।
अगली सुबह मैं जरा देर से तब उठा जब बिंदा मुझे चाय देने आई। उस समय तक मैं नंगा ही था। मैंने तौलिये को अपने कमर पर लपेटा। तब तक सब चाय पी चुके थे।
हैलो दीदी, भाभी और भाई,
‘क्या हुआ मेघा क्यों उदास है तू?’ हॉस्टल के रूम में अपना क्लास करके आई मेरी सहेली जीनत ने पूछा।
हैलो दोस्तो, मैं आपका राज.. नई दिल्ली से हूँ.. मैं 5’9” की हाइट का हूँ.. रंग गोरा और बॉडी एकदम कसरती है क्योंकि मैं रेग्युलर जिम जाता हूँ।
मेरा नाम साहिल है, मैं 35 साल का विवाहित पुरुष हूँ और अपनी पत्नी व 6 साल की बेटी के साथ दिल्ली में रहता हूँ।
टोनी की जिद पर हार कर हमने अपने कपड़े पहन लिए।
एक बार फिर अपनी नई कहानी लेकर आया हूँ मैं राजवीर!
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम महेश कुमार है, मैं सरकारी नौकरी करता हूँ। मैं आपको पहले भी बता चुका हूँ कि मेरी सभी सेक्सी स्टोरीज काल्पनिक हैं जिनका किसी से भी कोई सम्बन्ध नहीं है, अगर होता भी है तो यह मात्र सँयोग ही होगा।
‘वाह.. मेरी गुड़िया रानी, ग्रेट है तू… आखिर मेरे लण्ड के लिए नई चूत का जुगाड़ फिट कर ही दिया तूने!’ मैंने कहा और आरती को बाहों में भर कर चूम लिया।
अब तक की मेरी नोन वेज स्टोरी में आपने पढ़ा था कि मामा जी के लंड से चुत चुदवाने की मेरी अधूरी ख्वाहिश पूरी होने ही वाली थी. मैंने मामा जी के लिए अपनी चुत की झांटें भी साफ़ कर ली थीं ताकि उनको चिकनी चुत का सरप्राइज दे सकूँ.
प्रिय अन्तर्वासना पाठको
अभी तक आपने मेरी गे कहानी में पढ़ा कि मैं अपनी माँ के साथ अपने घर वापिस आने के लिए बस में बैठा तो पास की सीट पर एक नव विवाहित जोड़ा बैठा था. मैंने देखा कि लड़के का लंड उसकी पैंट की चैन के पास एक साइड में किसी मोटे डंडे की तरह तनकर साइड में निकला हुआ है.
अब तक आपने पढ़ा..
प्रेषक : हर्ष
प्यारी मोना-1
नमस्कार दोस्तो, अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली सेक्सी कहानी है.
दोस्तो, अब मैं आपको काले के बारे में बता दूं जिससे चुदने की बात मैंने ढिल्लों से कह डाली थी। काले का कद लगभग ढिल्लों जितना ही था, यही कोई साढ़े छह फुट के करीब। रंग उसका ढिल्लों से भी काला था, आंखें बड़ी बड़ी गहरी लाल, ढिल्लों से भी सुडौल और बड़े शरीर का मालिक, देखने में सिरे का बदमाश लगता था और शायद कोई नशा भी करता था, जिसके कारण उसकी आंखें हमेशा चढ़ी रहती थीं।
नमस्कार दोस्तो, आपने मेरी
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा यानि शीलू का प्रणाम…
दोस्तो, मेर नाम अमित है, मेरा कद 5’11” और लण्ड का आकार 7 इन्च है। मैं दिल्ली में एक सोफ़्टवेयर कम्पनी में एक इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर हूँ।