मेरे यौन जीवन की शुरुआत-4
लेखिका : रेखा जैन
लेखिका : रेखा जैन
मैं बहुत डर गई और घबराने लगी, मैंने भी जल्दी से अपने कपड़े पहने और खड़ी हुई, अंकित से बोली- प्लीज़ मुझे बचा लो! ऐसे हम दोनों को टायलेट में अंदर देख लेंगे तो मैं किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं बचूंगी।
इस सेक्स स्टोरी में अभी तक आपने पढ़ा था कि ग्रुप सेक्स की ताबड़तोड़ चुदाई हुई. सभी ने रात को चार बजे तक चुत और गांड की चुदाई का मजा लिया. लड़कियों ने भी बदल कर लंड लिए और सब थक कर वहीं ढेर हो गए और सो गए.
मेरा नाम गबरू है। मेरी उम्र लगभग 45 वर्ष की है। यूँ तो मैं एक टैक्सी ड्राइवर हूँ लेकिन मैं रंडियों का दलाल भी हूँ। मैंने अपने संपर्क से कई बेरोजगार लड़कियों को जिस्म-फरोशी के धंधे में उतारा। मैंने कभी भी किसी लड़की को जबरदस्ती इस धंधे में आने को मजबूर नहीं किया।
एक दिन मैं शाम को कैलाश के घर पहुंचा, थोड़ा अंधेरा हो रहा था, कैलाश के घर का दरवाजा बन्द था, जो जरा सा धक्का देने पर खुल गया।
यह कहानी मेरी सहेली की है.. उसी की जुबान में सुनिए..
दोस्तो, आप सभी का स्वागत है. मैं भावेश डायमंड नगरी सूरत, गुजरात से हूँ. मैं अन्तर्वासना का एक बहुत पुराना पाठक रहा हूँ. मैंने इधर की कामुक कहानियों को पढ़ कर सोचा कि क्यों न अन्तर्वासना के दूसरे पाठकों के साथ मैं अपनी कहानी को भी साझा करूं.
पिछले भाग में आपने पढ़ा कि मैंने सोनू से फ्रेंडशिप कर ली थी. वह भी मुझसे हमबदन होने के लिए उतनी ही बेताब थी जितना कि मैं था. फिर उस दिन मैंने जब उसकी चूत को छुआ तो उसने मुझे मना कर दिया.
अगली सुबह से ही मैंने रोहन की उस फेसबुक आईडी पर निगाह रखना शुरू कर दिया।
अब तक आपने पढ़ा था कि मैं अपनी मम्मी और अंकल लोग के साथ कार में मानकपुर जा रही थी. जगत अंकल ने कर में ही मुझे अपनी गोद में बिठा कर अपने लंड को मेरी चूत में पेल दिया था. उनके लंड का मजा अपनी चूत में ले ही रही थी कि बगल में जो ठाकुर साब कहे जाने वाले अंकल बैठे थे. उन्होंने मुझे लंड खाते हुए देख लिया था और अब मैं अपनी मम्मी की निगाह से बचते हुए उनकी गोद में बैठ गई थी.
मेरा नाम नरेश, उमर बाईस साल, मैं अबोहर, पंजाब का रहने वाला हूँ।
लता भाभी को चोदते हुए मुझे लगभग 15 दिन हो गये थे तो इसकी भनक हेमा भाभी को लग गई थी. वह ऐसे हुआ कि एक रोज़ लता भाभी शनिवार को, जब मेरी छुट्टी होती थी, मेरे कमरे में ऊपर आई और मैंने फटाफट दरवाज़ा बंद करके, अपना लोअर निकाला और उन्हें बेड पर लिटा कर, उनकी साड़ी ऊपर करके चोदने लगा. करीब 5-7 मिनट बाद ही मेरे दरवाज़े की घण्टी बजी, उस वक्त मेरे लंड से लता भाभी की चूत में वीर्य की पिचकारियां चल रही थीं, अतः कपड़े ठीक करते हुए दरवाज़ा खुलने में टाइम लग गया.
नमस्ते दोस्तो, मैं नीतू पाटिल फिर से आई हूँ मेरी सेक्स स्टोरी हिंदी में लेकर!
मेरा नाम राहुल है मैं एक अविवहित लड़का हूँ मेरी उम्र 24 साल है। मेरा रंग गोरा है और कसा हुआ बदन है। मैं एक निजी कम्पनी में काम करता हूँ। मैं भंडारा शहर का रहने वाला हूँ.. तथा अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ।
प्रेषिका : उषा मस्तानी
अब तक की इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि जवान लड़की की चूत संजय के लंड से चुदाई के लिए गर्म होने लगी थी और खाने के बाद डांस के दौरान वो और ज्यादा गर्म हो उठी थी।
नमस्कार मित्रो,
हाय दोस्तो, मैं साजिद, मैं सूरत का रहने वाला हूँ. मैं कहानी पहली बार लिख रहा हूँ, और यह मेरा पहला अनुभव था.
मैं आकाश गुजरात से अपको एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूं, जो मेरे साथ हुई थी, मेरी एक मौसी बहुत ही सेक्सी और मस्त लेकिन मैंने उनको कभी इस नज़रों से देखा नहीं था, लेकिन एक दिन की बात, मैं गर्मियों की छुट्टियों में उनके घर गया था अकेला, उनके परिवार में वो, मेरी मौसाजी और एक छोटी लड़की थी, मौसी देखने में गोरी, चिट्टी और बहुत सेक्सी थी, उनका फ़ीगर 38-32-38 था थोड़ी मोटी थी लेकिन अच्छी थी उनकी उमर 45 साल थी।
मैं जतिन शाह, मेरी उम्र 20 वर्ष है, मैं काफ़ी गठीले बदन का 5′ 9″ का बांका जवान हूँ।
सम्पादक जूजा
पाठक पाठिकाओं की सेवा में चूत निवास के खड़े लौड़े का इकतीस बार तुनके मार के सलाम!
सम्पादक – इमरान
दोस्तो, आपने मेरी पहली कहानी