आई एम लकी गर्ल-2
कहानी का पिछ्ला भाग: आई एम लकी गर्ल-1
कहानी का पिछ्ला भाग: आई एम लकी गर्ल-1
मेरी सेक्सी कहानी के पहले भाग
दरअसल अन्तर्वासना की वजह से सेक्स, उत्तेजना और कामुकता को पसंद करने वाले लड़के-लड़कियाँ, स्त्री-पुरुष को एक मंच मिल गया है जिसमें इस विषय को पसंद करने वाले लोग आपस में जुड़ रहे हैं और अपने विचारों का आदान-प्रदान कर रहे हैं।
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अन्तर्वासना की एक पाठिका अपनी एक समस्या पर आपसे कुछ सुझाव पाना चाहती हैं।
मेरी सेक्स स्टोरी उस वक्त की है.. जब मैं 12 वीं क्लास में पढ़ता था। मैं सेक्स के बारे में काफ़ी उत्सुक रहता था और हमारे घर के आस-पास की औरतों को हवस भरी नज़रों से देखता रहता था। ये हमारे फैमिली की सेक्स स्टोरी है।
दोस्तो, मेरा नाम आकाश है और मैं अमृतसर का रहने वाला हूँ।
अब तक आपने पढ़ा..
दोस्तो, मैं पीहू …
प्रेषक : होलकर
अन्तर्वासना के सभी पाठक मित्रों जलगांव ब्वॉय का नमस्कार!
पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मैंने और मेरी कोटा की फेसबुक फ्रेण्ड साक्षी गोयल ने रात भर होटल में चुदाई की।
हैलो पाठको.. मैं सागर सिंह.. 19 साल का हूँ और दिखने में ठीक-ठाक हूँ। अच्छा ख़ासा गठीला जिस्म है। मेरा लण्ड 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है।
मेरी कहानियों को पढ़ कर एक मोहतरमा ने मुझसे कहा- मेरी कहानी को आप हिंदी में लिख दीजिए।
मैं भारतीय हूँ, रशिया में रहता हूँ, मेरी बीबी भी रशियन है. मेरी नोन वेज स्टोरी पेश कर रहा हूँ.
प्रिय पाठको, मैं अपने इस लेख में कुछ गुप्त ज्ञान की बातें बता रहा हूँ.
दोस्तो, आज एक लम्बे अंतराल के बाद आपसे मुखातिब हूँ अपनी नयी कहानी के साथ. आज की कहानी विनय और रीना की है, जिनकी शादी छह महीने पहले ही हुई है. विनय एक एमएनसी में मार्केटिंग हेड है और रीना भी एक फ्रीलांसर इन्श्योरेन्स एडवाइज़र है और वो अपना काम घर से ही करती है. उसे बस हफ्ते में एक दिन ही ऑफिस जाना होता है.
हाय, मेरा नाम निर्माण है। मेरी इस साइट पर पहली और रियल सेक्स की गंदी कहानी है।
सभी लण्ड वालों और चूतों को राज का सलाम। उम्मीद है सभी प्यासे लण्डों को चूत… और चूतों को लण्ड मिल रहे होंगे और जिन्हें नहीं मिल रहे… या रही हैं… वो निराश न हों क्योंकि इस दुनिया में सभी लण्डों के लिए चूत और चूतों के लिए लण्ड बने हैं। बस समय का फेर है, चोदना या चुदवाना किसी को जल्दी तो किसी को बाद में नसीब होता है।
मेरे अन्दर भी खून का दौरा तेज हो गया, हम दोनों तो एक दूसरे से ऐसे लिपटे कि दुनिया जहान की खबर ही नहीं रही।
प्रेषिका : बरखा
दोस्तो, आज मैं आपके सामने एक ऐसी कहानी पेश करूंगा, जिसे पढ़ कर आप भी सोचेंगे के इंसान के मन में कब क्या चल रहा होता है, इसका कोई भी अंदाज़ा नहीं लगा सकता।
मैं कमरे से बाहर निकल कर बगल वाले कमरे में, जिसमें ससुर जी रह रहे थे, उसमें चली गई। ससुर जी कमरे में नहीं थे।