चलती ट्रेन में चूत चुदाई का पहला अनुभव
नमस्ते दोस्तो, मैं करीब 4 साल से अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ. यह कहानी मेरा पहला अनुभव है, जो कि इसी दिसंबर महीने में हुआ.
नमस्ते दोस्तो, मैं करीब 4 साल से अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ. यह कहानी मेरा पहला अनुभव है, जो कि इसी दिसंबर महीने में हुआ.
पापा ने शायद फ़ोन लाउडस्पीकर पर किया हुआ था, तभी मम्मी की आवाज़ आई।
मैंने सोचा कि क्यूँ ना अभी ही सारी प्रॅक्टिकल नॉलेज दे दूँ!
मेरा नाम जिग्नेश है और में गुजरात के एक शहर में अपने पापा के साथ रहता हूं. मेरी मम्मी नहीं है और में घर पे ही अकाउंटस लिखने का काम करता हूँ. मेरा शरीर ठीक है या शायद कुछ पतला सा है और लंड भी ठीक है.
हम दोनों 15-20 मिनट चुदाई करते रहे और झड़ गए।
अब तक आपने भाई बहन की चुदाई की कहानी ले पहले भाग
शाम को मैं फिर घर पहुँची। राकेश आये तो उन्होंने रात को सोते समय फिर मुझे दबोच लिया, अपना खड़ा लंड मेरे हाथों में थमा दिया।
फिर हम लेटे लेटे बात करने लगे, मैंने कहा- कल और मजा आएगा, कल सुशील भी आ जायेगा।
नमस्ते दोस्तो,
मेरा नाम पूजा है.. मैं अपनी कहानी शुरू से सुनाना चाहती हूँ.. उस वक्त से.. जब मैं एक सीधी-साधी लड़की थी। मेरे घर में मम्मी-पापा एक छोटा भाई है।
दोस्तो.. यह मेरी पहली चुदाई की कहानी है जो मेरे साथ घटी है।
कहानी का पिछला भाग: एक लंड और पूरे परिवार की चुदाई-1
अब तक आपने पढ़ा कि भैया ने शराब के नशे में मुझे भाभी समझ कर पकड़ लिया था।
🔊 यह कहानी सुनें
हैलो दोस्तो, इस पहले इसी कहानी के दो भागों को पाठकों ने बहुत पसंद किया और मिस्टर राज गर्ग ने मुझे इसका एक और भाग लिखने को कहा।
उस दिन दोपहर को हम तीनों ने अपने चाचाजी की हवेली के पीछे बने हुये बड़े से खलिहान में जा कर मज़े करने की सोची। खलिहान में बड़े बड़े कमरे थे, जिनमें भूसा भरा था, गोबर के उपले रखे थे, खेती बाड़ी के औज़ार रखे थे, और भी बहुत कुछ समान रखा था।
🔊 यह कहानी सुनें
नंदा भाभी को चोदा बड़े भाई ने
प्रेषक : पीयूष त्रिपाठी
दोस्तो, पहली बार अन्तर्वासना के लिए जीवन के एक विचित्र किन्तु सत्य और सुखद वासनात्मक संयोग को कहानी के रूप में आप सब से परिचित करा रहा हूँ।
हैलो दोस्तो, हैरी बवेजा का नमस्कार.. मैं हैरी पंजाब से हूँ.. आप सब तो जानते ही होंगे.. फिर भी नए पाठकों में लिए अपना परिचय दे रहा हूँ। मेरी उम्र 27 की है.. हाइट 5 फीट 8 इंच की है।
मैं राज एक बार फिर अपने दोस्तों के लिए एक दिलचस्प सच्चा किस्सा ले कर आया हूँ। हर बार की तरह इस बार भी मैंने इस किस्से को थोड़ा मसालेदार बनाने के लिए कुछ बाते इस में जोड़ दी है। पर इससे मूल कहानी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। तो अब कहानी शुरू करता हूँ :
हैलो दोस्तो.. मैं कई सालों से अन्तर्वासना को पढ़ रहा हूँ.. पर आज तक मैंने अपनी कोई आपबीती को नहीं लिखा.. क्यूंकि कुछ हुआ ही नहीं था, परन्तु आज मैं आप सबको अपनी एक कहानी सुनाने जा रहा हूँ.. जोकि पिछले साल मेरे साथ बीती थी।
मेरे घर के पास एक शर्मा परिवार रहता है.. उसमें पति-पत्नि और पत्नी की ननद रहती है।
🔊 यह कहानी सुनें