छिपी अन्तर्वासना की पूर्ति कनाडा में-1
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार।
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार।
मैं और कामिनी एक ही ऑफ़िस में काम करते थे। कामिनी ने कस्ट्मर केयर में अभी अभी नया ही जॉइन किया था और मैं अकाऊँटेंट था। वो एक सरल स्वभाव की चुप सी रहने वाली लड़की थी। ऑफ़िस में किसी से ज्यादा बात नहीं करती थी। ऑफ़िस में वेतन का भुगतान मैं ही करता था इसलिये हमारी बात कभी कभी हो जाया करती थी।
अब तक इस गर्म हिंदी सेक्स कहानी में आपने पढ़ा कि मेरी दीपक के साथ शादी की बात तय हो गई थी. उसने मुझसे मिलने की इच्छा जाहिर की थी.
दोस्तो, आज मैं तुम को नये साल के टाइम पर मेरी पहली चुदाई की बात बताता हूं।
प्रेषक – नन्द कुमार
सब दोस्तों को प्यार भरी नमस्ते, इस नाचीज़ सीमा की खूबसूरत हर अदा से प्रणाम!
हैलो फ्रेण्डस.. मैं ज्योति.. नई दिल्ली में रहती हूँ, मेरी उम्र 23 साल है.. मेरे चूचे छोटी उम्र में ही बड़े हो गए थे.. शायद ये अपने आप हुए थे.. और मेरी गाण्ड गोल-गोल ऊपर को उठी हुई है। बस इतना कह सकती हूँ कि मुझे कोई देख ले तो.. उसका लंड एक बार ज़रूर सलामी देगा।
मैं राजवीर एक बार फिर से हाजिर हूँ आपको मस्त करके लिए.
मेरी इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि मेरी दोस्ती अवी नाम के लड़के से हो गई थी और आज मैं उसके साथ पहली बार मॉल में जा रही थी.
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दोस्तो ! मैं अपने मित्र सुमित को विशेष रूप से धन्यवाद कहना चाहता हूँ जिसने इस कहानी के हिंदी रूपांतरण में मेरी सहायता की।
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हाय दोस्तों, मेरा नाम संजय है और मैं राजस्थान का रहने वाला हूँ। मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मैं भी आपको अपने जीवन की एक सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ।
प्रेषिका : स्लिमसीमा
‘हवसनामा’ के अंतर्गत यह अगली कहानी एक ऐसे व्यक्ति के बारे में है जो उच्च स्तरीय सरकारी सेवा में है और ‘सेक्स’ के पैमाने पर बेहद साधारण रहा है, लेकिन एक मुकाम फिर ऐसा भी आया है जब उसने इस भूख को ठीक युवाओं की तरह महसूस किया है। आगे की कहानी, उन्हीं की जुबानी।
मुझे चार दिन से वायरल बुखार चल रहा था। मेरे पति राजेश को अपने रूटीन कार्य सर्वे के लिये जाना जरूरी था। वो मुझे अकेला छोड़ कर नहीं जाना चाहते थे। पर मेरी सुविधा के लिये मेरे पति ने अपने पापा को अपने गांव फ़ोन कर दिया और परिणाम स्वरूप मेरे पति का छोटा भाई रोहन सवेरे ही पहुँच गया। उसे देख कर मेरे पति की सांस में सांस आई। मेरा देवर रोहन उस समय कॉलेज में पढ़ता था। अब तो वो जवान हो रहा था, उसका तो कॉलेज में जाकर पहनने ओढ़ने का तरीका, बोलने-चालने का ढंग सब ही बदल गया था।
यह मेरी सच्ची कहानी है। मेरी एक गर्लफ्रेंड हुआ करती थी पायल ! करीब छः साल पहले हम दोनों एक दूसरे के बहुत के करीब थे और शादी करना चाहते थे। हम रोज़ मिलने की कोशिश करते थे और सेक्स भी करीब रोज़ ही करते थे। हमने घर, गाड़ी, शॉपिंग-सेंटर, जंगल जैसी जगहों पर बहुत बार सेक्स किया हुआ है।
भाभी ने खेला मेरे बर्थडे पर चुदाई का खेल-1
हाय दोस्तो,
दोस्तो, मेरा नाम नीतू है।
कहानी का पहला भाग: मेरी सहेली मेरे ग्रैंडफादर से चुद गयी-1
अन्तर्वासना के समस्त पाठकों को कवि पंकज प्रखर का प्यार भरा नमस्कार…
दोस्तो, मेरी पिछली कहानी
दोस्तो, मैं पहली बार कोई चुदाई की कहानी लिख रहा हूँ, उम्मीद है कि आप लोगों को पसंद आएगी.
अगली सुबह मैं जरा देर से तब उठा जब बिंदा मुझे चाय देने आई। उस समय तक मैं नंगा ही था। मैंने तौलिये को अपने कमर पर लपेटा। तब तक सब चाय पी चुके थे।