मेरी सेक्सी बिंदास भाभी ने मेरे लंड की सील तोड़ी-2
करीब एक घंटे के बाद मेरी नींद बहुत जोर से पेशाब लगने के कारण खुली, बहुत जोर से पेशाब लगी होने के कारण मैं उठा और बाथरूम से बाहर ही लंड को निक्कर से निकाल कर सीधे बाथरूम में घुस गया।
करीब एक घंटे के बाद मेरी नींद बहुत जोर से पेशाब लगने के कारण खुली, बहुत जोर से पेशाब लगी होने के कारण मैं उठा और बाथरूम से बाहर ही लंड को निक्कर से निकाल कर सीधे बाथरूम में घुस गया।
आज मैं अपने जीवन की ससुर बहु सेक्स की सच्ची कहानी लिख रही हूँ, चाचा ससुर ने बहु की चुदाई कैसे की.
प्रिय अन्तर्वासना पाठको
अरे हाँ.. काजल कहाँ है? सोचते हुए मैंने भी निगाह दौड़ाई, तभी सफेद रंग के तौलिये में लिपटी काजल बाथरूम के दरवाजे पर दिखाई दी।
दोस्तो… मेरा नाम अमन है, मैं चंडीगढ़ से हूँ।
अब तक आपने पढ़ा..
दोस्तो, मेरा नाम अशोक है, मैं 45 साल का हूँ। मैं अक्सर अन्तर्वासना पर सेक्सी कहानियाँ पढ़ता हूँ और सच बताता हूँ कि जब कोई कहानी बहुत अच्छी लगती है, तो पढ़ते हुये मुट्ठ भी मारता हूँ। जबकि बीवी है, उसको भी पेलता हूँ। पर सेक्स चीज़ ही ऐसी है, जब दिमाग में चढ़ता है, तो लंड पानी छोड़े बिना चैन नहीं लेता, फिर या तो फुद्दी मारो या मुट्ठ मारो।
मेरी हॉट स्टोरी के पहले भाग
Lambi Chudai-1
प्रेषक : हरेश जोगनी
दोस्तो, मैं अर्पित सिंह एक बार फिर से अपनी अधूरी प्रेम कहानी की आगे की दास्ताँ ले कर हाज़िर हुआ हूँ।
हैलो दोस्तो, मेरा नाम किशोर है, मैं राँची से हूँ। जिम करने की वजह से मेरा शरीर काफ़ी फिट और गठीला है। यह एक सच्ची घटना है, जो आज से तीन महीना पहले मेरे साथ हुई।
🔊 यह कहानी सुनें
🔊 यह कहानी सुनें
मेरा नाम मोनिका है। मैं हिमाचल की रहने वाली हूँ। मेरी उम्र 19 साल है। ब्रदर सिस्टर के सेक्स की यह बात करीब 2 साल पहले की है जब मैंने 12वीं के एग्जाम दिया था।
प्रेषक : प्रेम सिसोदिया
रवि
नमस्ते दोस्तो! मेरा नाम कृष्णा है, मैं आपसे अपना पहला सेक्स अनुभव बाँटने जा रहा हूँ।
अब हम रोज़ बाथरूम में जाकर किस करने लगे, हमारी नज़दीकियाँ बढ़ने लगी, वो मेरी चूचियों को भी कभी कभी छूने लगा।
मेरा नाम सपना है, मेरे पतिदेव का नाम रमेश है, हम यमुनानगर (हरियाणा) से हैं।
इस हिंदी सेक्सी स्टोरी में मैं आपको हमारे खानदान की सबसे अन्दर की बात बताने जा रहा हूँ मेरे हिसाब से मैंने कुछ बुरा किया नहीं है हालांकि कई लोग मुझे पापी समझेंगे। कहानी पढ़ कर आप ही फ़ैसला कीजिएगा कि जो हुआ वो सही हुआ है या नहीं?
प्रेषक : रमा शंकर
लेखिका : कला सिंह