दूध की बरसात
हैलो दोस्तो,
हैलो दोस्तो,
प्रणाम पाठको, मेरे आशिको, लो आप की तम्मना दिल खोल कर पूरी कर रहा हूँ, सब शिकायत दूर कर दे रहा हूँ, बस आप सब मुझे ईमेल करते रहना, जिनको मेरी गांड चाहिए, वो लोग अपने जगह, उम्र, लंड का आकार लिख कर मेल करें। पंजाब में रहने वालों को पहल के आधार पर गांड दूंगा।
मेरे मन में कई ख्याल उमड़े, फिर कुछ समझ आया कि वंदना मुझे कितना भी प्यार करती है… कितनी भी समर्पित है… लेकिन है तो यह एक नारी ही ना!!
मैं संजु, 26, लखनऊ उत्तर प्रदेश, ज्योतिष और सेक्सी कहानियों का शौकीन. सभी भाभियों सालियों कुंवारी चुदी चुदाई चूतों, भोसड़ों को एक बार फ़िर आपका संजु बार बार प्रणाम करते हुए ये विश्वास दिलाता है कि जिस तरह से आपकी बुर और भाईयों के लंड से मेरी पहली कहानी पढ़कर वीर्य के छीटें हिन्दुस्तान, पाकिस्तान, ब्रिटेन, अमेरिका तक पहुंचे. इस बार भी आप लोग पहले की तरह मेल करके बताइयेगा कि बुर भोसड़ा बन गयी या नहीं लंड के चोदने की रफ़्तार 4 गुना हुई या नहीं. बुर के फ़ौव्वारे से आदमियों के लंड भीगे या नहीं?
फलक भाभी और मैं, हम दोनों झड़ गए, रिंकी और पिंकी भी अपना अपना पानी निकाल कर लेटी हुई थी, हम भी वहीं लेट गए।
Teen Buddon Ne Meri Seal Todi-11
वो मुझे अपने दांतों को भींचते हुए मुझे देख धक्के लगाते ही जा रहे थे और मैं उन्हें देख रही थी कि उनके सर से पसीना टपक रहा था और नीचे योनि और लिंग की आसपास तो झाग के बुलबुले बन गए थे।
हैलो दोस्तो, मैं आपकी प्यारी भाभी कोमल अपनी एक और चुदाई का किसा लेकर आपकी सेवा में हाजिर हूँ, आप मेरी कहानी
Meri Saasu Mere Premi ke Lund Chudvana Chahti hai
हाय दोस्तो, मेरा नाम महेश है, मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ।
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मेरे ऑफिस की जन संपर्क अधिकारी का नाम वंशिका है। चूँकि हम दोनों हमउम्र हैं इसलिये एक दूसरे से कई प्रकार के मजाक भी कर लेती थीं। उसने बहुत बार मुझे अपने घर चलने को कहा और एक दिन मैं ऑफिस के बाद उसके घर चली गई।
मेरे प्यारे प्यारे दोस्तो, मेरा नाम मन्जू वर्मा है, और मैं अभी 56 साल की हूँ। मैं एक वृद्ध आश्रम में रहती हूँ। अब देखा जाए तो अभी मैं इतनी बूढ़ी भी नहीं हुई हूँ कि मैं किसी वृद्ध आश्रम में रहूँ, मगर मेरा बेटा मुझे यहाँ छोड़ गया है। यहाँ तो बहुत ही बूढ़े लोग हैं, और मैं सबसे छोटी हूँ, अभी तो मेरे बाल भी आधे से ज़्यादा काले हैं।
अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज पढ़ने वाले मेरे प्यारे दोस्तो, अभी कुछ समय पहले ही मुझे एक नया सेक्स अनुभव हुआ जिसको मैं आप सब पाठकों से शेयर कर रहा हूँ.
हैलो दोस्तो… एक गांड की गे सेक्स स्टोरी भेज रहा हूँ।
यह कहानी उस समय की है, जब मैं 21 साल का था. हम अपने गांव में रहते थे. मैं मेरे माँ बाप का इकलौता बेटा हू्ँ. गांव में हमारा एक बहुत बड़ा खेत है, जिसमें हम फल और सब्जियां उगाया करते थे. इन सब्जियों को हम पास के बाज़ार में बेच देते थे. इसी से हमारे घर का गुजारा चलता था.
मेरी गन्दी कहानी में पढ़ें कि मैंने पड़ोसी को गांड चुदाई सिखाया और बदले में इनाम में पड़ोसन की गांड की चुदाई करने को मिल गई.
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हिंदी सेक्स स्टोरीज की सबसे बड़ी और अच्छी साईट अन्तर्वासना के प्यारे पाठको, मैं 2004 से यानि पिछले 13 साल से अन्तर्वासना स्टोरीज पढ़ रहा हूँ. उस वक्त इस साईट पर हफ्ते में सिर्फ 4-5 स्टोरीज या इससे भी कम स्टोरीज आती थी लेकिन अब हर रोज 5 रंग बिरंगी स्टोरीज पढ़ कर बड़ा आनन्द आता है.
मेरे अन्तर्वासना के प्रिय पाठको, मैं टी पी एल आप सबका हार्दिक अभिनन्दन करती हूँ।
अब तक आपने पढ़ा था कि मेरी चूत को अनवर जोर जोर से चोद रहा था, धक्के मार रहा था. तभी पीछे से मेरे बालों को पकड़ के कसके रमीज चोदने लगा था और गाली मुझे देने लगा था. मैं भी खूब गाली बकने लगी थी.
लेखिका : कामिनी सक्सेना
काफी देर तक सोनी नहीं आई तो मैंने फिर से उसे आवाज लगाई- सो गई क्या… जल्दी आ…
सभी मित्रों को मेरा नमस्कार.. यह अन्तर्वासना पर मेरी पहली कहानी है.. यदि मुझसे इस कहानी में कोई गलती हो जाए.. तो पहली कहानी मान कर मुझे माफ़ कर दीजिएगा।
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