भाभी की चुदाई के चक्कर में चचेरी बहन को पकड़ लिया-2
मेरी चचेरी बहन तो चली गई पर मेरे अन्दर अन्तर्वासना का तूफान उमड़ रहा था, रात में मैंने दो बार हस्तमैथुन किया तब जाकर मैं सो पाया।
मेरी चचेरी बहन तो चली गई पर मेरे अन्दर अन्तर्वासना का तूफान उमड़ रहा था, रात में मैंने दो बार हस्तमैथुन किया तब जाकर मैं सो पाया।
मेरी पिछली कहानी
क्यों नहीं? तो मारो ! मेरा भी मन कर रहा है ! प्रेम तो गाँड को हाथ भी नहीं लगाता।
उस दिन माँ का फोन सुबह सवेरे ही आ गया ‘बेटा.. कैसे हो.. इस बार होली पर आ रहे हो ना.. कितने साल हो गए घर आए हुए?’
सम्पादक – इमरान
मेरी और पलक की चुदाई का जो तूफान उठा.. वो मेरे झड़ने के बाद ही खत्म हुआ।
सभी मित्रों का शुक्रिया, आप सब लोगों ने मेरी माँ की चूत की पिछली कहानी
नमस्ते पाठको,
जूजा जी
अब तक आपने पढ़ा..
दोस्तो, अभी कुछ दिन हुये, मुझे एक लड़के की ई मेल आई, वो अपनी कहानी मुझसे लिखवाना चाहता था। मैंने उससे बात की और धीरे धीरे उसने मुझे कुछ बहुत ही आश्चर्यजनक बातें बताई। जो मैं आपको बताता हूँ।
प्रेषिका : रिया रॉय
दोस्तो, जैसा कि आप सभी जानते हैं कि मैं चंदा और उसकी बेटी छवि दोनों की चूत और गांड दोनों चोद चुका हूँ। जिन पाठकों ने मेरी वो कहानियां
यह तब की बात है जब एक दिन मेरा दोस्त अनिल अपनी पत्नी के साथ मेरे घर आया। अनिल और मैं साथ साथ काम करते हैं, अनिल की पत्नी रानी टीचर है।
मौसी की चुदाई की यह कहानी मेरे एक दोस्त की है, उसी के शब्दों में पढ़ कर मजा लीजिए.
उसके पैर चूमते हुए उसकी साड़ी ऊपर करते हुए, उसकी नरम जाँघों तक आ गया। क्या खूबसूरत मखमली जांघें थीं। मैं दोनों जाँघों पर अपने होंठ से उसको मदहोश कर रहा था। वो अपना सिर जोर जोर से आजू-बाजू घुमा रही थी, अपने होंठ, दाँतों से चबा रही थी।
मुझे तो ज़ल्दी से माँ के साथ सोने की हड़बड़ी थी कि कैसे माँ से चिपक के उसके माँसल बदन का रस ले सकूँ। पर माँ रसोई साफ करने में ज़ुटी हुई थी, मैंने भी रसोई का सामान सम्भालने में उसकी मदद करनी शुरु कर दी।
देसी कहानी का पहला भाग: खेत खलिहान में देसी छोरियों का यौवन का खेल-1
प्रेषक : अरुण
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम रोहित है. मैं 27 साल का हूँ, बेंगलोर में रहता हूँ और यहीं जॉब करता हूँ. मुझे जिम जाने का बहुत शौक है और शारीरिक तंदुरुस्ती के साथ मेरे लंड का साइज भी 7 इंच का है और इंची टेप से गोलाई में नपा हुआ 4 इंच मोटा है.
दिनेश कटारिया
मेरी मॉम और मेरी कामवासना से आगे:
मेरा नाम आदित्य है। मैं आगरा से हूँ। मेरे घर के पास एक लड़की रहती थी.. उसका नाम काजल है, मैं उसको रोज़ देखता था, कभी कभार उसे मिस काल भी करता था, मेरे पास उसका फ़ोन नम्बर था।
मैं आमिर अलाहाबाद से हूँ, उम्र चौबीस साल है, मेरा लंड सात इन्च लम्बा है तीन इन्च मोटा है।
मर्दों और चूहों में एक समानता तो है कि