दोस्त की बहन की चुदाई में दीदी ने मदद की-3
दोस्त की बहन की चुदाई में दीदी ने मदद की-2
दोस्त की बहन की चुदाई में दीदी ने मदद की-2
अब तक आपने पढ़ा..
प्रेषिका : आशा
अन्तर्वासना पर मैंने अभी तक कई कहानियाँ पढ़ी हैं। उनमें से कई अच्छी लगीं.. पर कई बकवास भी लगीं। तब भी मैं ये मानता हूँ कि अन्तर्वासना से अच्छी कोई साईट नहीं है।
यह आपबीती मेरे एक सीनियर की है जिनका नाम अजय जायसवाल है।
This is more a Love Story than a Sex Story
Mera Hansta Khelta Sukhi Parivar-3
लेखिका : नेहा वर्मा
दोस्तो, मैं पारुल … मैंने अपनी कहानी के पिछले हिस्से में बताया था कि किस तरह मैंने जुगाड़ बना कर दो लोगों से एकसाथ बेहद आक्रामक संभोग किया था लेकिन फिर रघु मुलुक(देश, गाँव, मुल्क) चला गया था तो मैं तरस के रह गयी थी।
नमस्ते मित्रो.. मैं जलगाँव ब्वॉय आप सभी के लिए एक नई काल्पनिक कहानी के साथ आपकी चूत और लण्ड को गर्म करने हाजिर हूँ।
मेरी सेक्स कहानी के पहले भाग
प्रिय अन्तर्वासना पाठको
नमस्कार मेरे प्यारे पाठको !
Pahle Pyar ki Nashili Chudai-2
दोस्तो, मैं आपको आगे की सेक्स स्टोरी बताने जा रहा हूँ।
दोस्तो, मेरा नाम रानी है और मैं एक शादीशुदा महिला हूँ. मेरी उम्र 27 साल की है. मेरी शादी को 3 बरस हो चुके हैं. मेरे पति एक पुलिस ऑफिसर हैं और वह बहुत ही हट्टे-कट्टे मर्द हैं. साथ ही मेरे पति बहुत ही हैंडसम भी हैं और उनका लंड का साईज भी आम औसत लंड से बड़ा, पूरे सात इंच का है. उस लम्बे मोटे लंड से मेरी चुत की खुजली शांत होती है, पर मेरा मन और तन शादी के बाद बहुत ही कामुक हो चुका है. मेरे पति और में हफ्ते में 5-6 बार सेक्स करते हैं. वो मुझे बिस्तर में हर तरह से खुश रखते हैं.
दोस्तो मेरा नाम है यश … और मैं दिल्ली का रहने वाला हूं. मेरी उम्र 28 वर्ष है, हाइट 5 फीट 6 इंच है. मेरे लंड का साइज 7 इंच है. सभी जवान लड़कियों भाभियों और आंटियों को मेरे खड़े लंड की तरफ से प्रणाम. मैं अन्तर्वासना का रेगुलर पाठक हूं. कहानियां पढ़ते-पढ़ते आज मेरा भी दिल किया कि मैं भी आपको अपनी एक सच्ची घटना बताऊं.
दोपहर का वक्त था, मैं अपने काम से एक जगह गया था। वापस लौटते वक़्त सोचा साले के घर होता चलूँ।
इमरान ओवैश
अरूण मेरे बिल्कुल नजदीक आ गये। मेरी सांस धौंकनी की तरह चलने लगी। अरूण ने चेहरा ऊपर करके अपने होंठ मेरे होठों पर रख दिया। आहहहह… कितना मीठा अहसास था। उम्म्म्म्म… बहुत मजा आ रहा था। मेरी आँखें खुद-ब-खुद बन्द हो गई।
रात का खाना खा कर जब मैं सोने के लिए बिस्तर पर लेटा तब पापा फ़ोन पर किसी से बात कर रहे थे और उनकी बातों एवं चेहरे के हावभाव से मुझे अंदेशा हुआ कि वे ऋतु आंटी के साथ रात का कार्यक्रम तय कर रहे थे।
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अन्तर्वासना के सभी पाठकों का एक बार फिर से मेरा तहे दिल से नमस्कार।