जवान बीवी की चूत चुदाई दोस्त से होते देखने का मजा-1
दोस्तो, कैसे हैं आप!
दोस्तो, कैसे हैं आप!
मेरी प्यारी बहनिया, बनेगी दुल्हनिया, बन के आएगें दूल्हे राजा,
Bahut Kuchh Khoya Bahut Kuchh Paya-2
यह कहानी मेरे एक मित्र की सच्ची कहानी है और इसमें थोड़ा सा रोल मेरा भी है।
मुझे चार दिन से वायरल बुखार चल रहा था। मेरे पति राजेश को अपने रूटीन कार्य सर्वे के लिये जाना जरूरी था। वो मुझे अकेला छोड़ कर नहीं जाना चाहते थे। पर मेरी सुविधा के लिये मेरे पति ने अपने पापा को अपने गांव फ़ोन कर दिया और परिणाम स्वरूप मेरे पति का छोटा भाई रोहन सवेरे ही पहुँच गया। उसे देख कर मेरे पति की सांस में सांस आई। मेरा देवर रोहन उस समय कॉलेज में पढ़ता था। अब तो वो जवान हो रहा था, उसका तो कॉलेज में जाकर पहनने ओढ़ने का तरीका, बोलने-चालने का ढंग सब ही बदल गया था।
अब तक आपने इस कामुक कहानी में पढ़ा था मैं अपने भांजे पीयूष और मौसी के बेटे लाल जी के साथ एकदम नंगी होकर चुदाई के पहले का मजा ले रही थी.
मेरा नाम तारिका है, उम्र 42 वर्ष शादी को 22 वर्ष हो चुके हैं, 21 वर्ष का बेटा है, 19 वर्ष की बेटी है और 16 वर्ष का छोटा बेटा है।
हाय दोस्तो, मेरा नाम योगेन्दर शर्मा है, मेरे घरवाले मुझे योगी और दोस्त पंडित कहकर पुकारते हैं, मेरी लम्बाई 5.8 इंच है और कसरत करने से शरीर कसा हुआ है। भगवान ने चेहरा भी ठीक ही दिया है, न तो ज्यादा बुरा और न ही ज्यादा अच्छा। परन्तु मेरे शरीर को सूट करता है। जो भी लड़का मुझे देखता बस यही कहता भाई मेरा भी शरीर ऐसा बनवा दो।
अब तक आपने पढ़ा था कि मैं कोमल भाभी के जिस्म के साथ अठखेलियाँ करते हुए उन्हें अपने कमरे में खींच कर गया था और दरवाजे बन्द कर लिए थे।
दोस्तो, मेरा आप सभी को प्रणाम! मैं राहुल गुप्ता भोपाल का हूँ। मैं अपनी सच्ची कहानी बता रहा हूँ।
अब तक आपने पढ़ा था कि मैं अपनी मम्मी और अंकल लोग के साथ कार में मानकपुर जा रही थी. जगत अंकल ने कर में ही मुझे अपनी गोद में बिठा कर अपने लंड को मेरी चूत में पेल दिया था. उनके लंड का मजा अपनी चूत में ले ही रही थी कि बगल में जो ठाकुर साब कहे जाने वाले अंकल बैठे थे. उन्होंने मुझे लंड खाते हुए देख लिया था और अब मैं अपनी मम्मी की निगाह से बचते हुए उनकी गोद में बैठ गई थी.
मेरा नाम आलम है, मैं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रहता हूं. अन्तर्वासना पर बहुत सी कहानियां पढ़ने के बाद मेरा भी दिल अपनी कहानी लिखने का किया. यह मेरी इस साईट की पहली सेक्स स्टोरी है अगर कोई गलती हो जाए तो माफ़ी चाहता हूं.
लेखिका : कामिनी सक्सेना
मेरा नाम अनुज गुप्ता है, मैं गिरिडीह में रहता हूँ। हमारे घर में मेरे माता पिता, मैं और मेरी दो बहनें हैं। मेरी उम्र 22 साल है, मेरी छोटी बहन कविता 20 साल की है, उससे छोटी आरती है।
आपने मेरे इस सत्य घटना के पहले भाग में पढ़ा कि किस तरह मैंने योजना बनाकर पंचर वाले की गांड मारी।
मेरी हिन्दी चुत चुदाई की सेक्सी कहानी के पिछले भाग
सम्पादक जूजा
नमस्कार साथियो.. मैं विकी सक्सेना.. मैं कॉलेज में स्टडी करता हूँ।
सोनम ने मेरी पसंद की मैक्सी पहन रखी थी पीछे से उसके चूतड़ और जांघें पूरी चमक रही थीं, गाण्ड का द्वार पूरा दिख रहा था, आगे से स्तन पूरे नंगे दिख रहे थे।
मेरे पड़ोस में लड़की रहती थी आरती, 18 साल उम्र होगी उसकी, 12th में थी शायद!
दोस्तो, मेरा नाम रशीद है, मैं लखनऊ में रहता हूँ। आज मैं आपको एक बहुत ही ज़बरदस्त कहानी बताने जा रहा हूँ।
दोनों भाई उठे और अपने कमरे में चले गए. दोनों भाइयों में लगभग छह महीने से बातचीत बंद थी और इतने दिन के बाद वो आपस में बातचीत करने वाले थे. दोनों को थोड़ा अजीब लग रहा था पर अब बात करना इतना जरूरी हो गया था कि क्या कहें. अगर वो बात कर के आपस में सुलह नहीं करते तो उनकी वो कामदेवी बहन उन्हें अपना चूत तो क्या एक चुम्बन भी नहीं देने वाली थी.
एक लड़की सलमा गाँव के बाहर गन्ने के खेतों के पास खड़ी एक लड़के पर चिल्ला रही थी- ओए अब्दुल ! तेरी माँ का भोंसड़ा, मादरचोद… हरामी की औलाद !
पिछले भाग में आपने देखा कि मैंने तनु को किस तरह प्यार किया और अपना दीवाना बनाया अब आगे..