पड़ोसन लड़की को बिस्तर पर लाने की चाह -1
मेरा नाम सनी है.. हमारा गाँव छोटा सा है..
मेरा नाम सनी है.. हमारा गाँव छोटा सा है..
प्रणाम दोस्तो.. आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार। मेरा नाम सचिन है। मेरी उम्र 22 साल है और मैं मुंबई का रहने वाला हूँ। मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। काफ़ी समय पहले मेरी हिंदी सेक्स स्टोरी
नमस्कार दोस्तो, आप सभी का एक बार फिर से स्वागत करता हूँ, अन्तर्वासना की टीम का धन्यवाद करता हूँ जो समय समय पर हमें आपके रूबरू करवाते हैं. अन्तर्वासना सबसे बढ़िया मंच है आपके साथ अपने सेक्स के तजुर्बे सांझे करने का.
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अब तक आपने जो पढ़ा उसमें आंटी और मेरे बीच प्यार के अहसास थे, फिर मैंने ‘आयय हायय मेरी जानेमन…’ कहते हुए मैंने आंटी को अपनी बांहो में उठा लिया और मकान के उस चौथे कक्ष की ओर बढ़ गया जिसे हम लोगों ने इलाज और इस काम के लिए ही आरक्षित कर रखा था।
फ्री सेक्स कहानी का पहला भाग
अभी तक आपने पढ़ा..
भाभी ने नींद में मुझे अपने ऊपर ले लिया था और इतने में ही अलार्म बज उठा था।
दोस्तो, आपके ई मेल संदेश से पता चल जाता है कि आपको मेरी हिंदी सेक्स कहानियां काफी पसंद आ रहीं हैं।
हैलो फ्रेंड्स, यह लड़की की चुदाई की सेक्सी कहानी मेरी पहली कहानी है।
अभी तक आपने पढ़ा..
कामिनी ने मुझे फ़्रॉक दी, मैंने पहन कर देखी मैं काफ़ी रोमांचित हो गई।
नमस्ते मित्रो.. मैं जलगाँव ब्वॉय आप सभी के लिए एक नई काल्पनिक कहानी के साथ आपकी चूत और लण्ड को गर्म करने हाजिर हूँ।
मैं रोहित हूँ, मेरे पड़ोस में एक शोभा आंटी हैं, वो लगभग तीस साल की हैं, उनके चूतड़ बहुत ही बड़े और सेक्सी हैं। आंटी के मुलायम और गद्देदार चूतड़ देखते ही मेरा पैंट आगे से पूरा टाइट हो जाता है, उनकी बड़ी-बड़ी चूचियां उनके खुले गले वाली ब्लाउज में कहर ढाती हैं।
मैं : ना मौसी ना ! मेरी फ़ट जा गी ! तू मन्ने बख्श दे ! मन्नै नी लेणे मज़े !
प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना
लेखिका : कामिनी सक्सेना
मैं आपका दोस्त आशु हिसार से आज अपनी जिंदगी का एक और किस्सा लेकर हाजिर हुआ हूँ।
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मित्रो, अन्य कहानियों की तरह मेरी पिछली कहानी को भी पसन्द करने के लिये मैं अपने प्रिय पाठकों को हृदय से आभारी हूँ।
दोस्तो, मैं राज, रोहतक के नजदीक के गांव से हूँ. आपने मेरी कहानी
‘व्व्वो मैं क््क्कु…छ…नहींईईइ…’ बस इतना ही फूटा मुकुल के मुंह से…
मेरा नाम सोनू है, उम्र 21 साल, मेरी छोटी बहन शिवानी उम्र 18 साल, मेरी मम्मी प्रभावती उम्र 39 साल और मेरा बाप उम्र 45 के करीब होगा।
मेरा नाम जूही परमार है, मैं मुरैना की रहने वाली हूँ, पढ़ने में होशियार और होनहार लड़की हूँ। मैं एक छोटे से कस्बे से ताल्लुक रखती हूँ इसलिए एक बड़े शहर इंदौर में पढ़ने आई हूँ। इस शहर में मेरा कोई जान-पहचान वाला नहीं है तो मेरे पापा ने मुझे हॉस्टल में रुकने की आज्ञा दे दी थी।
कहानी का पिछ्ला भाग : अचानक ही चाची की चूत चोदने को मिल गई-1