मेरी मतवाली कुंवारी गाण्ड मार ही ली-2
मैं औंधा लेटा था.. सर ने मेरे चेहरे के नीचे एक तकिया लगा दिया और अपने घुटने मेरे बदन के दोनों ओर टेक कर बैठ गए।
मैं औंधा लेटा था.. सर ने मेरे चेहरे के नीचे एक तकिया लगा दिया और अपने घुटने मेरे बदन के दोनों ओर टेक कर बैठ गए।
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हाय! दोस्तो मैं फिर वापस आ गया हूं अपनी अधूरी कहानी लेकर आप, लोगों ने मेरी कहानी को काफी पसंद किया और बहुत सारा मेल भी, इसके लिये धन्यवाद।
हैलो फ्रेंड्स, आपने इस सेक्स स्टोरी में अब तक मोना और गोपाल की चुदाई के बारे में पढ़ा था।
यह बात सन 2008 की है, जब मैं गाँधीनगर में नौकरी करता था। मैंने एक कमरा लिया था किराए पर क्योंकि मैं गाँधीनगर में नया था। वहाँ मैं एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में इंजिनीयर था। मैंने कमरा दूसरी मंज़िल पर लिया ताकि मुझे कोई डिस्टर्ब ना कर सके। रोज़ सवेरे मैं ऑफ़िस निकल जाता था और शाम को देर से आता था।
मैंने इस साईट पर बहुत सारी हिंदी सेक्स स्टोरी पढ़ी हैं.. जिसमें से बहुत सारी कहानियाँ मुझे बहुत मस्त लगी हैं.. बाकी की कहानियों ने मुझे उत्तेजित तो किया है.. पर वे मुझे कम मजेदार लगीं।
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मेरा नाम रिशव है, मैं चूत की सहेली गाण्ड का दीवाना हूँ, लेकिन आज तक मैं किसी भी लड़की की गाण्ड नहीं मार पाया हूँ।
नमस्कार दोस्तो।
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प्रेषक : पुलकित झा
प्रेषक : साहिल राजपूत
मैं २२ साल का कुंवारा हूं। मैं ने फर्गुसन कालेज में बी .एस सी . की है। मेरा निक नाम सेम है। मैं हिंदु हूं। मैं पुने का रहने वाला हूं। पुने में चवन नगर पुलिस कोलोनी में रहने वाला हूं। तो मैं आपको मेरी पहली स्टोरी और पहली ही हकीकत मेरे साथ घटी हुई है वो मैं आप को बता रहा हूं। ये कोई झूठ कहानी नहीं बल्कि मेरे साथ घटी हुई घटना है।
प्रेषक : रॉकी
सेक्स कहानियों के शौकीन आप सभी दोस्तो, भाभी, आंटी, और लड़कियों को मेरे खड़े 8 इंच लम्बे लंड का नमस्कार!
लेखिका : शालिनी
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प्रेषक : संदीप नैन
अब तक आपने पढ़ा..
‘क्या आप इस संडे को मिल सकते हैं?’ उसने एक पल भी गँवाए बगैर पूछा।
तो मित्रो, आपको इस सेक्स स्टोरी के पहले भाग से मालूम हुआ था कि कैसे मैं अपनी प्यारी मामीजान की मालिश करके आया था।
दोस्तो, मेरा नाम मोहित है और मैं लखनऊ शहर का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र बीस वर्ष है और वर्तमान में लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक (ग्रेजुएशन) कर रहा हूँ।
किसी के आने की आहट से हम लोग अलग हो गए।
लेखिका : श्रेया अहूजा