नीलम चाची की चुदाई के लिए कभी ना कभी हाँ -1
प्रिय पाठको,
प्रिय पाठको,
मैं- रंडी, अभी तो तुझे चुदवाना नहीं था … अब क्या हुआ साली? अब अपनी माँ को दिखा तू कि तू कितनी बड़ी रंडी है। मेरे लंड के ऊपर आ जा और अपनी चूत में मेरा लंड लेकर अपनी गांड को उछाल उछाल के चुदवा!
एक दिन मेरे मामू और मामीजान हमारे घर मिलने आये क्योंकि मामू की नई नई शादी हुई थी। असल में तो वो सुहागरात मनाने के हिसाब से आये थे…
मुकेश कुमार
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम आनन्द है और मैं पहली बार हिंदी सेक्स स्टोरी लिख रहा हूँ, उम्मीद है कि आप इस कहानी को पसंद करेंगे।
दोस्तो, मैं भी अन्तर्वासना की कहानियों को नियमित पढ़ता हूँ, मैंने सोचा मैं भी अपनी कहानी आप सबको बताऊँ। यह मेरी पहली कहानी है, उम्मीद तो यही है कि सभी कुंवारी चूतें फड़फ़ड़ा जायेंगी और मेरे भाइयों के लण्ड फड़क उठेंगे उनको फाड़ने के लिए।
बात उस समय की है जब मैं गुरूग्राम में रहता था और जिम में फिटनेस ट्रेनिंग देता था।
अब तक आपने पढ़ा..
और यह बोलते हुए वो अपने दोनों पैर मेरे पैरों के दोनों किनारे रख कर मुझ पर बैठ गई और मेरे होठों को चूमना शुरू कर दिया। मैं भी उसके रेशमी बालों को सहलाते हुए उसे चूमने लगा और हम दोनों की प्रेमक्रीड़ा शुरू हो गई।
दरअसल अन्तर्वासना की वजह से सेक्स, उत्तेजना और कामुकता को पसंद करने वाले लड़के-लड़कियाँ, स्त्री-पुरुष को एक मंच मिल गया है जिसमें इस विषय को पसंद करने वाले लोग आपस में जुड़ रहे हैं और अपने विचारों का आदान-प्रदान कर रहे हैं।
हैलो मेरी प्यारी भाभी, आंटी… आपको राज़ा का प्यार भरा नमस्कार… कैसे हैं आप सब कुछ काम की वजह से मैं अपनी अगली कहानी लाने में लेट हो गया, जिसके लिये माफ़ी चाहता हूं.
प्रेषक : लकी
प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना
इमरान
अब तक आपने पढ़ा…
नमस्कार दोस्तो! मैं मिथुन आनंद आप सभी के साथ अपने जीवन की एक अनोखी स्मृति बांट रहा हूँ, इससे पहले मैं बता दूँ कि मैं बिहार प्रान्त का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र अभी 22 साल की है, और अभी मेरी शादी नहीं हुई है. मैं पिछले सात साल अन्तर्वासना वेबसाइट का नियमित पाठक हूँ, यहाँ से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला जिसके लिए मैं इस साइट का सदा आभारी रहूँगा।
लेखिका : कामिनी सक्सेना
अब उसे भी मज़ा आने लगा था इसलिए अब उसकी सिसकारियाँ मादक आवाजों में बदल गई थी- आह्ह… अब दर्द कम हो गया है… तुमने सच ही कहा था… पहले दर्द होता है पर बाद में जो मज़ा आता है… वो स्वर्ग के आनन्द से भी बढ़ कर है… करते जाओ… रुकना नहीं… प्लीज… और जोर से… वाओ… फ़क मी.!
प्रिय पाठको, यह मेरी कहानी प्रिया की नथ का तीसरा भाग है, मैंने प्रिया के साथ जब से सम्बन्ध बनाये तो मेरी तो चांदी हो गई थी, जब भी मेरा मन करता मैं उसे क्लास में रोक कर चूसता रहता, उसके मुलायम मम्मे मैं अपने हाथ में लेकर दबाता ही रहता। रोज़ मैं उसके मम्मे चूसने के लिए स्टाफ रूम में ले जाता और बहुत देर तक उसके मम्मे चूसता रहता। और वो जिस भी दिन स्कर्ट पहन कर आ जाती, उसी दिन उसकी चूत में अपना लिंग घुसा ही देता।
अन्तर्वासना के पाठकों को आपकी प्यारी नेहारानी का प्यार और नमस्कार।
नमस्कार दोस्तो, आज मैं आपको एक हकीकत बताने वाला हूँ जिसे मैंने कई सालों से अपने दिल में ही छिपा रखा है। यह बात उन कुछ सालों की है जब मैंने बचपन से जवानी में कदम रखा।
नमस्ते साथियो,
दोस्तो, आप सबको मेरा नमस्ते, मैं सागर, गुजरात से हूँ. मैं आज जो आपको नोनवेज स्टोरी बताने जा रहा हूँ, वो मेरी और मेरी सग़ी बहन ज्योति की है.
हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम देव है और मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ. मेरी उम्र 27 साल है और हाइट 5 फुट 6 इंच है. लंड नपा तुला 6 इंच का है.
प्रेषक : जूजा जी