सुबह सवेरे बीवी की मदमस्त चुदाई
अन्तर्वासना पर कहानी पढ़ने वाले सभी मित्रों और भाभियों को कुमार का नमस्कार. जिन्होंने मेरी पहले की कहानी
अन्तर्वासना पर कहानी पढ़ने वाले सभी मित्रों और भाभियों को कुमार का नमस्कार. जिन्होंने मेरी पहले की कहानी
नमस्कार, मैं सारिका आप सबका दिल से धन्यवाद देना चाहूंगी.
प्रेषिका : निशा
प्रेषिका : नेहा वर्मा
प्रेषक : प्रेम सिसोदिया
मेरा नाम फ़ातिमा है, उम्र अभी केवल 18 की है, मैं एकलौती हूँ मेरी अम्मी सायरा अभी केवल 34 साल की हैं। मेरे चाचाजान जो पास के ही एक छोटे से शहर में रहते हैं, अक्सर हमारे घर आया करते हैं, पर वे ज़्यादातर अम्मी के कमरे में ही घुसे रहते हैं। मुझे पहले तो कु्छ नहीं लगा पर एक दिन जान ही गई कि अम्मी अपने देवर यानि मेरे चाचा से ही फ़ुद्दी चुदवाने का पूरा मजा लेती हैं। मुझे बहुत आश्चर्य हुआ पर अजीब सा मजा भी मिला दोनों को देखकर।
मेरी पिछली कहानी
प्रेषक : राजेश
मैं राज गर्ग दिल्ली रहता हूँ और अपने बिज़नस के अलावा मेरा एक छोटा सा स्विंगर्स क्लब यानि वाइफ़ स्वैपिंग क्लब भी है। हम अपने क्लब में जब मीटिंग करते हैं तो, सभी क्लब मेम्बर्स आपस में अपने अपने पति और पत्नी बदल कर सेक्स करते हैं।
मेघा यूँ तो किशोर अवस्था को अलविदा कर चुकी थी। उसमें जवानी की नई नई रंगत चढ़ रही थी। इसमे मेघा की सहेलियों का बड़ा हाथ था। उनकी चुलबुली बातों से मेघा का दिल भी बहक उठता था। वो भी कभी कभी शाम की ठण्डी हवाओं में कहीं सपनों में गुम हो जाया करती थी। उसे लगता था कि कोई राजकुमार जैसा मनभावन युवक उसके कोमल अंगों को सहला जाये, उसे मदहोश बना जाये, उसके गुप्त अंगों से खेल जाये। आँखें बन्द करके उसी सोच में उसकी योनि भीग जाया करती थी, अपनी योनि को दबा कर वो सिसक उठती थी। यूँ तो रात को वो चैन की नींद सोती थी पर कभी कभी सपने में वो बैचेन हो उठती थी, उसे लगता था कि उसकी कोमल योनि में कोई लण्ड घुसा रहा है, उसे चोदने की कोशिश कर रहा है। पर उसे चुदाने का कोई अनुभव नहीं था सो बस वो उसे वो सुखद अनुभव नहीं हो पाता था।
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम रोहित है. मैं 27 साल का हूँ, बेंगलोर में रहता हूँ और यहीं जॉब करता हूँ. मुझे जिम जाने का बहुत शौक है और शारीरिक तंदुरुस्ती के साथ मेरे लंड का साइज भी 7 इंच का है और इंची टेप से गोलाई में नपा हुआ 4 इंच मोटा है.
अभी तक आपने पढ़ा था कि अंकल ने मेरी कच्ची जवानी को एकदम गरम कर दिया था. मुझे खुद उनसे ये सब करवाने में मजा आने लगा था. आज मेरी चूत के इलाके की चुम्मी लेने का दिन था.
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पिछले भाग में आपने पढ़ा कि मैंने सोनू से फ्रेंडशिप कर ली थी. वह भी मुझसे हमबदन होने के लिए उतनी ही बेताब थी जितना कि मैं था. फिर उस दिन मैंने जब उसकी चूत को छुआ तो उसने मुझे मना कर दिया.
गाण्ड मरवाने का चाव-2
मेरी इस कहानी का पहला भाग
एक बार एक पुलिस वाले ने दो लड़कों को एक लड़की के साथ एक पार्क में पकड़ा।
आपने पिछले भाग में पढ़ा कि मैं अपनी बहू की चुदाई के लिए बेचैन हो रहा था और आधी रात में नंगा ही उसके कमरे की ओर बढ़ा.
शादी के बाद अपने पति और अपनी सेक्स लाइफ से नाखुश होने पर टीचर ने अपनी चुत चुदाई अपनी कोचिंग पर आने वाले एक लड़के से करवा ली!
जूजा जी
अब तक आपने पढ़ा…
मैं लाली हूं। 35 साल की होने पर भी अकेली हूं और शादि के बारे में नहीं सोचा। मैं अपनी बूढी मां के साथ रहती हूं।
दोस्तो, आप सबको मेरा नमस्कार. आज मैं आप सबके सामने अपने जीवन की एक घटना पेश करने जा रहा हूँ. इस घटना को पढ़ कर आप सभी को तय करना ही होगा कि सामजिक परिस्थितियाँ किस प्रकार स्त्रियों को मजबूर करती हैं.
हाय दोस्तों!
मैंने सोचा कि बाथरूम में जाकर दर्पण का मुआयना करूँ और निकलूँ!