मेरी नाभि और उसकी जवानी
Meri Nabhi aur Uski Javani
Meri Nabhi aur Uski Javani
प्रेषक : कुमार
गौरी को उसके घर के पास ड्राप करने के बाद ऑफिस जाते समय मैं सोच रहा था ‘साली यह नौकरी भी एक फजीहत ही तो है। पता नहीं ये पढ़ाई-लिखाई, नौकरी चाकरी, घर-परिवार, रिश्ते-नाते, शादी-विवाह, बालिग-नाबालिग किस योनि निष्कासित (भोसड़ी वाले) का आइडिया था। आराम से जंगलों या गुफाओं में रहते, कंद-मूल-फल खाते, मर्ज़ी के मुताबिक मनपसंद चूत और गांड मारते, बच्चे पैदा करते और सुकून से मर जाते।’
मेरा नाम गजानन है, मेरी उम्र 23 साल है. मुझे कंप्यूटर पर अच्छी तरह लिखना नहीं आता फ़िर भी कोशिश कर रहा हूँ. आपको लगे या ना लगे, यह मेरी सच्ची कहानी है.
यह कहानी मेरी माँ की चूत की चुदाई के लिए तड़प की है, मैंने अपनी विधवा माँ की चुदाई पड़ोसी से होते देखी.
लेखिका : टीना
प्रेषिका : स्लिमसीमा
मेरी पंजाबी चूत की चुदाई की इस कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि मैं अपने चोदू यार के दोस्त से चुद रही थी.
दीदी के देवर ड्रेस दिलाने के बहाने किराये के रूम में ले जाकर मुझे चोदना चाहा, देवर ने जैसे लंड घुसाया, मैं चीखी मेरी चीख सुन, उन्हीं के मकान मालिक आ गये और फिर दोनों ने मिलकर मेरी शील तोड़ी…
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम राज शर्मा है, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ. अन्तर्वासना पर मैंने लगभग सभी कहानियाँ पढ़ी हैं। कुछ मुझे सत्य लगीं और कुछ झूठ.. अब मैं आप सबको अपने बारे में बता दूं।
चूमा-चाटी खत्म होने के बाद माँ ने पूछा- और बेटे, कैसा लगा माँ की चूत का स्वाद? अच्छा लगा या नहीं?
प्रिय अन्तर्वासना पाठको
यह कहानी हमारे ही मोहल्ले में राशन की दुकान चलाने वाले असगर मियां की है। उम्र है करीब 60 साल। सफ़ेद लंबी दाढ़ी, मगर एक बलिष्ठ बदन! देख कर लगता है कि जवानी में खूब कसरत की होगी। बीवी का इंतकाल हुए बरसों हो गए। बच्चे सब अपने अपने काम धंधे में लगे हैं, इसलिए मियां असगर अकेले ही रहते हैं। दुकान के पीछे ही उनका घर है, घर क्या बस दो कमरे हैं।
हाय! आय ऍम राजेश जिंदल, मैं आज आप को अपनी लाइफ़ की पहली सेक्स स्टोरी बताने जा रहा हूं. मैं गुड़गांव में रहता हूं.
हाय फ्रेंड्स, मेरा नाम हिमानी है। मैं आज आप सबके सामने अपनी पहली चुदाई की कहानी बताना चाह रही हूँ। अगर लिखने में कोई ग़लती हो जाए.. तो मुझे माफ़ करना.. मेरी पहली कहानी है। मैं आपको सबसे पहले अपने बारे में बताती हूँ।
हाय दोस्तो, कैसे हैं आप सब.. आप सभी को नमस्कार.. मेरी प्यारी भाभियों आंटियों.. आप लोगों को मेरे खड़े लंड से नमस्कार.. और गर्ल्स आपको प्यार भरा.. और प्यारे भाइयों को भी नमस्कार..
दोस्तो, आज मैं आपको अपनी खुद की एक बहुत ही अजब गज़ब कहानी सुनाने जा रहा हूँ। हर इंसान की जीवन में बहुत सी घटनाएँ घटती हैं, जो उसके जीवन में उसे कई तरह के सबक देकर जाती हैं। मैं भी आपको आज अपने साथ घटी एक ऐसी ही घटना के बारे में बताने जा रहा हूँ।
प्रेषक : रोनी सलूजा
हम दोनों ने उस चरम अवस्था में इतनी जोर से एक दूसरे को भींचा था कि हड्डियां तक कड़कड़ा उठी थीं।
मेरा नाम राज कौशिक है। मैं अन्तर्वासना की कहानियाँ लगभग एक साल से पढ़ रहा हूँ।
मेरा नाम पिंकी है. मैं दिल्ली की रहने वाली हूँ. आज मैं आप सब को अपनी चुदाई की एक सच्ची सेक्स भरी हिन्दी कहानी सुनाने जा रही हूँ कि कैसे मैंने शादी के बाद अपने देवर से चुदवाया और कैसे मुझे बड़ा मजा आया.
सम्पादक – जूजा जी
आपने अब तक पढ़ा..
पिंकी सेन
🔊 यह कहानी सुनें