जिस्म की जरूरत -20
नमस्ते दोस्तो, उम्मीद है कि मेरी पिछली कहानियों ने आपका मनोरंजन किया होगा। आपके ढेरों खतों ने मुझे बहुत ख़ुशी दी और मुझे यह जानकर अच्छा लगा कि मेरी लम्बी-लम्बी कहानियाँ आपको बोर नहीं कर रही हैं।
नमस्ते दोस्तो, उम्मीद है कि मेरी पिछली कहानियों ने आपका मनोरंजन किया होगा। आपके ढेरों खतों ने मुझे बहुत ख़ुशी दी और मुझे यह जानकर अच्छा लगा कि मेरी लम्बी-लम्बी कहानियाँ आपको बोर नहीं कर रही हैं।
मैं प्रियंका राज अन्तर्वासना की नियमित पाठक हूँ। मुझे लगा कि अपनी भी कहानी भी शेयर करनी चाहिए।
हाय फ्रेंड्स, मैं विक्की आपके सामने मेरे जीवन की सच्ची कहानी लेकर आया हूँ जो मेरी और मेरी पड़ोसन हॉट भाभी के बीच की चुदाई की है. मैं इंदौर का रहने वाला हूँ. मेरे परिवार में हम 4 लोग हैं. मैं, मेरी छोटी बहन और मम्मी पापा.
मेरे पड़ोस में लड़की रहती थी आरती, 18 साल उम्र होगी उसकी, 12th में थी शायद!
अभी तक आपने पढ़ा..
लेखक : सुमीत कुमार
मेरी बातों से उसकी कामलालसा और ज्यादा भड़क रही थी, वो बोली- अब आ भी जाइए ना!
दोस्तो,
मेरा नाम राज है और मेरी पत्नी का नाम इला।
मैं भी मन ही मन में किसी और से चुदवाने के बारे में सोचने लगी थी। कोई हट्टा-कट्टा मर्द दिखाई दे तो लगता था- काश यह मुझे मिले और मैं इसके साथ मस्त चुदाई करूँ।
दोस्तो.. मैं अपनी गर्लफ्रेंड की पहली बार की चूत चुदाई की कहानी आपको बता रहा हूँ।
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कॉलेज गर्ल सेक्स स्टोरी हिंदी में पढ़ें कि मैं नयी नयी जवान हुई थी और जवानी के असर से खिलती ही जा रही थी. क्लास के एक लड़के से दोस्ती हुई. उसके बाद क्या हुआ?
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दोस्तो, मेरी पिछली वाइफ स्वैपिंग कहानी
दोस्तो, मेरी यह पहली कहानी है जो मैं अन्तर्वासना डॉट कॉम पर भेज रही हूँ।
हाय दोस्तो.. मैंने बहुत सी कहानियां पढ़ी हैं। आज मेरे भी मन में आया तो अपनी कहानी शेयर कर रहा हूँ।
इस कहानी के पहले भाग
दोस्तो, मैं फेहमिना एक बार फिर आप सबके सामने अपनी नई सेक्सी स्टोरी लेकर हाजिर हूँ।
बॉस जीवन के कहने के बाद मैं तैयार हुई और हम दोनों ने एक रेस्टोरेन्ट में लंच किया, फिर ऑफिस गये, वहां पहुंच कर जीवन ने ड्राइवर से गाड़ी की चाबी ली और उसे छुट्टी दे दी।
मैंने कुछ सुना नहीं, उनके बिस्तर पर धकेला… उनके पैर नीचे लटक रहे थे… मैंने सलवार की इलास्टिक खींची तो साथ में गुलाबी रंग की पैंटी भी नीचे आ गई।
प्रेषक : राज
खुली आँखों का सपना-1
मैं बहुत डर गई और घबराने लगी, मैंने भी जल्दी से अपने कपड़े पहने और खड़ी हुई, अंकित से बोली- प्लीज़ मुझे बचा लो! ऐसे हम दोनों को टायलेट में अंदर देख लेंगे तो मैं किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं बचूंगी।
मेरी गांडू कहानी के पिछले भाग