गांव वाली विधवा भाभी की चुदाई की कहानी-5
अब तक आपने पढ़ा..
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मेरा नाम सोनू है, मैं गुजरात के उना (जूनागढ़) से हूँ। मैं अन्तर्वासना का पिछले तीन साल से नियमित पाठक हूँ। मेरी उम्र 25 साल की है और मैं दीव के पास रहता हूँ। मैं एक प्राईवेट ऑफिस में काम करता हूँ। मैं दिखने में सामान्य हूँ मेरा लंड काफी लम्बा है। जो कि किसी भी लड़की या भाभी के लिए मजेदार है।
उस दिन के बाद भैया आने तक हर रोज़ सुमन मेरे से चुदवाती रही। नसीब का करना था कि वो गर्भ से हो गई परिवार में आनन्द ही आनन्द हो गया। सबने सुमन भाभी को बधाई दी। भैया सीना तान कर मूंछ मरोड़ते रहे। सविता भाभी और चम्पा भाभी की हालत औरर बिगड़ गई। इतना अच्छा था कि गर्भ के बहाने सुमन ने भैया से चुदवाने से मना कर दिया था, भैया के पास दूसरी दोनों को चोदने दे सिवा कोई चारा ना था।
कहानी का पहला भाग : सुहागरात भी तुम्हारे साथ मनाऊँगी-1
मैं रीता हूँ मेरे पति का नाम अतुल है। मेरे पति चाहते हैं कि मैं उनका लौड़ा चुसूं और पूरी नंगी होकर सेक्स में तरह तरह के खेल करूँ। इस बात को लेकर अक्सर मेरी उनसे लड़ाई हो जाती थी। मुझे लौड़ा चूसने से बड़ी चिढ़ थी मुझे लौड़ा चूसना बहुत गन्दा काम लगता था।
दोस्तो, आज मैं आपको अपनी आँखों देखा हाल एक कहानी के माध्यम से बताने जा रहा हूँ.. जो हकीकत मेरे सामने घटी.. वो मेरी मॉम संगीता की है।
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चूत की झांट साफ़ करवाने के बाद चूत चुसाई का लेस्बीयन खेल खेलने के बाद नमिता के चेहरे पर एक अलग तरीके की खुशी झलक रही थी।
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उस दिन दोपहर को हम तीनों ने अपने चाचाजी की हवेली के पीछे बने हुये बड़े से खलिहान में जा कर मज़े करने की सोची। खलिहान में बड़े बड़े कमरे थे, जिनमें भूसा भरा था, गोबर के उपले रखे थे, खेती बाड़ी के औज़ार रखे थे, और भी बहुत कुछ समान रखा था।
कहानी का पिछ्ला भाग: पहली मोहब्बत एक नशा एक जूनून-1
अब तक की इस बेटी से सेक्स कहानी में आपने पढ़ा था कि मोना ने उस नई कमसिन लड़की से गोपाल के पैरों की मालिश करवा के बीच में ही हटा दिया था, जिससे गोपाल लंड की मालिश करवाने की अधूरी चाह लेकर रह गया था.
अपने लिंग को शांत करने के लिए जब मैं हस्तमैथुन करके बाथरूम से बाहर निकला तब देखा की प्रीति बाथरूम के दरवाज़े के पास खड़ी मुस्करा रही थी।
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नमस्कार मित्रो, मैं परीक्षित कुमार, आपके समक्ष उपस्थित हूँ बहुत दिनों के बाद मेरी नई फ्री हिंदी सेक्स स्टोरी के साथ. काम, परिवार के साथ समय का कुछ पता ही नहीं चलता है.
दोस्तो ! मैं अपने मित्र सुमित को विशेष रूप से धन्यवाद कहना चाहता हूँ जिसने इस कहानी के हिंदी रूपांतरण में मेरी सहायता की।
कल मेरे एक दोस्त ने मुझे एक saxy story बताई, ऑफिस में बैठे थे कि मेरा एक दोस्त और उसके साथ एक और आदमी मुझ से मिलने आए।
बारिश में भीगने के बाद मेरे स्कूल के सिक्योरिटी गार्ड में मेरी कामुकता की आग पर अपने प्यार की जो बारिश की… मैं धन्य हो गई…
मुझे चार दिन से वायरल बुखार चल रहा था। मेरे पति राजेश को अपने रूटीन कार्य सर्वे के लिये जाना जरूरी था। वो मुझे अकेला छोड़ कर नहीं जाना चाहते थे। पर मेरी सुविधा के लिये मेरे पति ने अपने पापा को अपने गांव फ़ोन कर दिया और परिणाम स्वरूप मेरे पति का छोटा भाई रोहन सवेरे ही पहुँच गया। उसे देख कर मेरे पति की सांस में सांस आई। मेरा देवर रोहन उस समय कॉलेज में पढ़ता था। अब तो वो जवान हो रहा था, उसका तो कॉलेज में जाकर पहनने ओढ़ने का तरीका, बोलने-चालने का ढंग सब ही बदल गया था।
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मेरी पोर्न स्टोरी के पिछले भागों
प्रेषक : राज
मेरी हिन्दी कहानी के पहले भाग
दोस्तो, मेरा नाम सुलक्षणा है, 38 साल की गोरी चिट्टी खूबसूरत औरत हूँ, कद 5 फुट 6 इंच है, घने लंबे बाल हैं और बहुत ही अच्छा गदराया बदन है, जिस वजह से मेरी खूबसूरती में और भी चार चाँद लग जाते हैं।
Lucknow ke Navab ki Chudas-2