ममेरी बहन और उसकी सहेली-2
भाग एक से आगे :
भाग एक से आगे :
हय स्वीटहार्ट… क्या तुम्हें क्रिकेट पसंद है?
मेरी सेक्स कहानी के पिछले भाग
पायल ने मेरे साथ न केवल चूमा-चाटी में मेरा सहयोग आरम्भ कर दिया था.. बल्कि वो खुद भी अब इसका मजा लेने लगी थी। उसने मेरा लौड़ा भी अपने हाथ से मुठियाया था। इस बार हम दोनों ही अपने प्रेमयुद्ध में स्खलित हो गए थे।
मित्रो, मैं अन्तर्वासना का पुराना पाठक व लेखक हूँ, चूत-लण्ड के किस्से सुनकर लोगों की तरह मैं भी अपना मन बहला लेता हूँ।
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मेरी पत्नी को सेक्स बहुत पसन्द है और वो है भी बहुत खूबसूरत. बचपन और बाद में स्कूल और कॉलेज में पढ़ाई के दौरान कर कुछ सेक्सी हरकत कर लेती रही, पर अपने अन्दर पनप रही कामाग्नि को खुल कर कभी हवा न दे सकी. बस कुछ शर्मा जाती. शादी के कुछ वर्ष वही हुआ … पति पत्नी के बीच दकियानूसी सा सेक्स होता. मैंने सोचा कि यह उसके अन्दर की कामकुता की भावना और उसके औरतपन के साथ नाइन्साफ़ी है.
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अब तक की मेरी इस इंडियन सेक्स कहानी में आपने जाना था कि अमित ने मेरे साथ चिपक कर खूब किस किये मेरे मम्मों को मींजा और अपने लंड का माल मेरी टांगों में निकाल कर अपनी उंगली से मुझे वीर्य का स्वाद चखा गया, मैं सोने का नाटक करती रही.
अभी तक आपने इस कहानी में पढ़ा कि बहू ने अपनी विधवा सास की कामुकता को समझा और उसकी मदद करने की कोशिश की. पहले उसने अपनी सास को लेस्बियन सेक्स का मजा दिया और अब वो अपने पति से साथ अपनी चूत चुदाई का सजीव नजारा अपनी सास को दिखाने वाली थी.
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आर्यन और सायरा एक दूसरे को चूमे जा रहे थे कि रूही कमरे में दाखिल हुई। “ये, यहाँ पर सब क्या हो रहा है?” रूही थोड़ा गुस्से में बोली।
मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ। मैं कहानी पहली बार लिख रहा हूँ.. शायद आपको पसन्द आए या ना भी आए.. लेकिन मुझे मेल करना न भूलिए।
पाठकों से दो शब्द : यह कहानी अच्छी रुचि के और भाषाई संस्कार से संपन्न पाठकों के लिए है, उनके लिए नहीं जिन्हें गंदे शब्दों और फूहड़ वर्णन में मजा आता है। इसे लिखने में एक-एक शब्द पर मेहनत की गई है। यौन क्रिया के सारे गाढ़े रंग इसमें मिलेंगे, बस कहानी को मनोयोगपूर्वक पढ़ें।
यह घटना पिछले साल की है. मैं घर से दीवाली की छुट्टियां मना कर वापस अपनी जॉब पर जा रही थी. मेरा बंगलोर के लिए दिल्ली से रिज़र्वेशन था, तो पापा मुझे दिल्ली स्टेशन तक छोड़ कर ट्रेन में बैठा कर वापस घर आ चले गए थे.
मेरी बातों से उसकी कामलालसा और ज्यादा भड़क रही थी, वो बोली- अब आ भी जाइए ना!
दोस्तो, मेरा नाम राहुल गांडू इन्दौरी है, मैं 6 महीने पहले ही इंदौर में आया था, मैं यहाँ अपने मामा मामी के यहाँ रहता हूँ.
हैलो फ्रेंड्स, मैं डिनाइयल गुप्ता (बदला हुआ नाम) कोटा राजस्थान से आपके सामने अपनी भाभी की चुदाई की कहानी लेकर हाजिर हूँ। आज जो घटना बताने जा रहा हूँ.. मुझे आशा है कि इसे पढ़ कर आप लोगों के लंड रात भर पानी छोड़ते रहेंगे।
प्रेषक : राजेश
मेरा नाम राहुल है, मैं देखने में सांवला हूँ, कद 5 फीट 6 इंच है, बदन गठीला है, 25 साल का हूँ।
अब तक आपने पढ़ा कि पंकज, सोनाली और रूपा ने सचिन को अपनी पारिवारिक चुदाई के खेल में शामिल करने की पूरी योजना बना ली थी। तैयारी भी पूरी थी और सचिन आते ही सबके साथ घुल मिल भी गया था।
कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा…
दोस्तो, आप सभी को मेरा नमस्कार। आज मैं आपको एक सच्ची घटना दीदी की चुदाई की बताने जा रहा हूँ कि कैसे मैंने अपनी चचेरी बहन को अपने बच्चे की माँ बनाया।
अंतरवासना मंच के पाठको, एक अरसे बाद मैं एक नई कहानी आपके सामने लेकर आया हूँ। मेरे पाठकों को पता है, मैं दिल्ली में रहता हूँ।
कहानी का पहला भाग : मेरी माँ सेक्सी माँ-1