अमृत कुण्ड जैसी चूत का रस
Amrit Kund jaisi Chut ka Ras
Amrit Kund jaisi Chut ka Ras
सन्ता को हर रोज़ रात को शराब पीकर देर से घर लौटने की आदत थी।
दोस्तो, मैं प्रेम, कैसे हैं आप सब?
मेरा नाम दीपक है, मेरी उम्र 22 साल की है, मैं बहुत सेक्सी किस्म का लड़का हूँ।
प्रेम गुरु की कलम से…
🔊 यह कहानी सुनें
हैलो फ्रेंड्स, मैं राजवीर (बदला हुआ नाम) हूँ, ये रंडी की चुदाई की सेक्स स्टोरी कुछ दिन पहले की है, जिसमें एक चालू लड़की हम 5 दोस्तों के साथ चुदी थी.
मेरा नाम शेखर है और मैं 18 साल का हूं. मैं अपने मम्मी पापा के साथ मुंबई में रहता हूँ. बात उन दिनों की है जब मेरे चाचा जी की तबीयत खराब हो गयी थी और वो मुंबई के हॉस्पिटल में भरती थे. इधर मेरी चाची जी को गाँव से लाने का काम मुझे करना था इसलिए मैं गाँव (उत्तर प्रदेश) चला गया. चाचा की शादी अभी २ बरस पहले ही हुई थी और शादी के कुछ ही महीने बाद से वो मुंबई में काम करने लगे थे. दो तीन महीने में एक दो दिन के लिए वो गाँव जाते थे. इधर बीमारी के वजह से वो तीन महीने से गाँव नहीं जा सके थे.
अब तक आपने पढ़ा..
🔊 यह कहानी सुनें
जवानी की मस्ती मैं जी भर के लूटना चाहती हूं, लगता है कि बस रोज रात को कोई मुझे दबा कर चोद जाये … जानते है जीवन में जवानी एक ही बार आती है … फिर आ कर ना जाने वाला बुढ़ापा आ जाता है … जी तरसता रह ही जाता है …
🔊 यह कहानी सुनें
एक शानदार वेबसाइट लॉन्च करने पर अन्तर्वासना के सभी कर्ता-धर्ता, समूचे स्टाफ व गुरु जी को सबसे ज्यादा प्यार और बधाई!
🔊 यह कहानी सुनें
प्रेषक : मुकेश कुमार
दोस्तो… पिछली कहानी में दोनों बहनों रीना और रिंकी ने तय किया था कि दशहरे की छुट्टियों में दोनों अपने पतियों के साथ खजुराहो जायेंगी।
प्रेम गुरु की कलम से……
🔊 यह कहानी सुनें
प्रिय पाठको, अब तक आपने पढ़ा था कि मेरे पति के 15 दिनों के लिए बाहर चले जाने से मुझे बहुत ही चुदास चढ़ने लगी थी। पन्द्रह दिनों के बाद जैसे ही मेरे पति विलास घर वापस आए तो हम दोनों तो जैसे एक-दूसरे में घुस जाने जैसा व्यवहार करने लगे थे.. और इसी बीच विलास के झड़ जाने से मैं बहुत व्याकुल हो उठी और विलास का लण्ड तो खड़े होने का नाम ही नहीं ले रहा था।
कहानी का पिछला भाग: भाभी की गीली पैन्टी -1
🔊 यह कहानी सुनें
दोस्तो! मैं राज आगरा से। एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूं। १० साल पहले जब मैं १८ साल का था, मेरे दूर के रिश्ते में चाचा चाची बरेली में रहते थे। एक दिन पता चला कि वो हमेशा के लिये आगरा में आ गये हैं। मै और घर के सभी लोग उनसे मिलने गये। लगभग १० साल पहले उनकी लव मैरिज हुई थी पर कोइ बच्चा नहीं हुआ। चाची कि उमर ३० साल होगी। मैने चाची को देखा तो देखता ही रह गया। लम्बी, गोरी चिटटी चाची का भरा बदन, चौड़ी कमर, बाहर निकले उत्तेजक हिप्स और ब्लाउज से बाहर झांकते बड़े-बड़े स्तन मेरे मन में हलचल मचाने लगे। मेरे मन में उनको नंगा देखने और चोदने का ख्याल आने लगा।
हेलो दोस्तो, मैं नील पुणे से एक बार फिर से आया हूँ मेरी हिंदी एडल्ट कहानी में मेरा एक और अनुभव आप लोगों से बांटने के लिए.
बात बहुत पुरानी है पर आज आप लोगों के साथ बांटने का मन किया, इसलिये बता रहा हूँ।
हमारे गाँव में पवन के पिताजी की करियाने की दुकान थी। वह अपने पिताजी की तरह मोटू व अकड़ू था। मेरे पिताजी नगर की नगरपालिका में क्लर्क थे, रोज छः किलोमीटर साइकिल चला कर दफ़्तर जाते और शाम को घर लौटते। पवन के अतिरिक्त हमारे साथ में वह भी खेलती थी- पड़ोस की हमउम्र नाजुक-नरम सी लड़की।