मारवाड़ी आंटी को चोद कर माँ बनाया-1
हैलो फ्रेंड्स.. मेरा नाम अभिषेक है, मैं नागपुर से हूँ और एक नामचीन कंपनी में एच आर हूँ। आज मैं आप सबके सामने अपनी रियल लाइफ की घटना लेकर आया हूँ। ये सत्य घटना होने की वजह से थोड़ी लंबी है.. पर बड़ी रसीली है।
हैलो फ्रेंड्स.. मेरा नाम अभिषेक है, मैं नागपुर से हूँ और एक नामचीन कंपनी में एच आर हूँ। आज मैं आप सबके सामने अपनी रियल लाइफ की घटना लेकर आया हूँ। ये सत्य घटना होने की वजह से थोड़ी लंबी है.. पर बड़ी रसीली है।
दीवाली के दिन चल रहे थे.. और गाँव में कार्तिक का मेला लगा हुआ था। मेरे लिए यह मेरी शादीशुदा गर्लफ्रेंड मीना भाभी को चोदने का बड़ा सही मौका था। मीना भाभी को चोदना मुझे बहुत अच्छा लगता था और मीना थी ही ऐसी कि उसे देख कर चोदने का मन हो जाता था।
ये कहानी आज से करीब ४ साल पुरानी है। ये स्टोरी मेरे अंकल की है, जो कि मेरे घर के पास ही रहते थे। मेरी उमर २३ और अंकल की उमर ३३ है। वो मेरे रियल अंकल नहीं थे सिर्फ़ मेरी फ़ैमिली को जानते थे इसलिये मैं उन्हे अंकल कहता था। हम एक दोस्त की तरह थे। हम एक साथ बी ऍफ़ देखते थे। उनका घर और हमारा घर एक ही दीवार से बना हुआ था। मेरा रूम, अंकल के रूम के ठीक बगल वाला था। उनके और मेरे रूम के बीच एक खिड़की थी। अंकल एक गर्ल्स स्कूल टीचर थे। उनके पास कई गर्ल्स टूशन के लिये आती थी। उनके पास ७-९ लड़कियां आती थी, उनमे से एक लड़की, नेहा थी। जो कि बहुत दूर से टूशन के लिये आती थी। एक दिन तेज बारिश हो रही थी सब लड़कियां अपने-अपने घर चली गईं। नेहा भी उनके साथ घर जाने के लिये निकली, पर बारिश बहुत हो रही थी इस लिये वो बापस घर में आ गई उसके कपड़े पूरी तरह भीग गये थे। उसे देख कर अंकल ने कहा कि बारिश रुकने के बाद चली जाना। उसने कहा ठीक है।
हेल्लो अन्तरवासना के पाठकगण, मैं आपकी फ़ेवरेट आरज़ू। माफ़ी चाहती हूँ कि कल मैं अपनी कहानी पूरी नहीं कर पाई क्योंकि एक अरजेन्ट कॉल आया था सो आज मैं अपनी कहानी वहीं से दोबारा शुरू करती हूं जहां से अधूरी छोड़ी थी।
हेलो, मैं हूँ गोपी ! जी हाँ, मैं ही हूँ आपकी जानी पहचानी नाजुक सी, सदा खिलखिलाती सी गोलू मोलू सी गोपी भाभी !
कहानी चुदाई की के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि महेश अपने बेटे की पत्नी नीलम के जिस्म के साथ मजे लूट रहा था और उसने अपना वीर्य नीलम के जिस्म पर गिरा दिया. उसकी ये हरकत उसके बेटे समीर ने देख ली और अपने पिता को भला-बुरा कहने लगा. फिर उन दोनों के बीच में बात हुई कि घर की बात घर तक ही रहे और दोनों के बीचे एक सौदा हुआ. महेश ने अपनी बेटी और बहू को पटाने के लिए समीर को मना लिया और दूसरी तरफ नीलम ने अपने पति समीर से बदला लेने और उसको दोबारा पाने के लिए ससुर के साथ प्लान बनाना शुरू कर दिया.
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मेरा नाम यश है, मैं मुंबई का रहने वाला हूँ. मैं कई दिनों से सोच रहा था कि अपनी एक सेक्स स्टोरी आप सभी दोस्तो को सुनाऊं. इससे पहले मैं आगे बढूँ, पहले में अपने बारे में बता दूँ.
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प्रेषक : केशव शर्मा
मैं चंद्रलेखा आज फिर आपको एक सच्ची कहानी सुनाती हूँ. मेरी पिछली कहानी थी
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इस कहानी के प्रथम भाग में अब तक आपने पढ़ा कि मेरी सहेली सोनम के मामा का लड़का मेरे ऊपर डोरे डाल रहा था. मुझे भी उसे देख कर न जाने क्यों कुछ कुछ होने लगा था.
दोस्तो, मैं आपकी प्यारी सेक्सी कामुकता से भरपूर बिलकीस बानू… उम्मीद करती हूँ कि आप लोग मुझे भूले नहीं होंगे। आपको तो याद ही होऊँगी.
मैं संजु, 26, लखनऊ उत्तर प्रदेश, ज्योतिष और सेक्सी कहानियों का शौकीन. सभी भाभियों सालियों कुंवारी चुदी चुदाई चूतों, भोसड़ों को एक बार फ़िर आपका संजु बार बार प्रणाम करते हुए ये विश्वास दिलाता है कि जिस तरह से आपकी बुर और भाईयों के लंड से मेरी पहली कहानी पढ़कर वीर्य के छीटें हिन्दुस्तान, पाकिस्तान, ब्रिटेन, अमेरिका तक पहुंचे. इस बार भी आप लोग पहले की तरह मेल करके बताइयेगा कि बुर भोसड़ा बन गयी या नहीं लंड के चोदने की रफ़्तार 4 गुना हुई या नहीं. बुर के फ़ौव्वारे से आदमियों के लंड भीगे या नहीं?
नमस्कार दोस्तो, मैं अभिषेक.. 2007 से अन्तर्वासना का पाठक रहा हूँ..
जैसे ही मैंने नज़र उठाई तो सारा शरीर झनझना उठा, यूँ लगा कि बिजली का एक तेज़ करंट का तार मुझे छू गया हो।
अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट काम पर मेरी दूसरी कहानी
अभी तक आपने पढ़ा कि मैं एक कपल के घर गया वहां मुझे भाभी के साथ उनकी ननद भी मिली. दोनों मस्ती के मूड में थी.
मेरा नाम आदित्य है। यह मेरी बिल्कुल सच्ची घटना है, उम्मीद है आप लोगों को पसंद आएगी। मेरी हिंदी इतनी अच्छी नहीं है, लेकिन फिर भी कोशिश पूरी की है !
हम चार दोस्त अपनी अपनी बिवियों के साथ छुट्टियों में मस्ती करने एक फार्म हाउस पर गए. वहाँ स्वीमिंग पूल में दो बीवियाँ बिकिनी पहन कर आई लेकिन दो नहीं आई.
जिया पटेल
भाई बहन की चुदाई की कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मौका मिलते ही मेरा भाई समर हम दो बहनों सर मुसल्लत हो जाता है और पहले पानी से भीगे गलियारे और फिर बाथरूम में खेल करता है और हम बुरी तरह गर्म हो जाते हैं।
यह दो तीन साल पहले की बात है जब मेरी फुफेरी भतीजी गीता छुट्टियों में मेरे घर रहने आई हुई थी। गीता की उम्र 24 साल थी और मैं 31 साल का जवान था। धीर धीरे हम दोनों आपस में काफी घुलमिल गए और साथ साथ घूमने भी जाने लगे।