पत्नी का रुक्ष व्यवहार
मेरा नाम विराट गांगुली है, मेरी पत्नी अनुष्का राय काफी अमीर परिवार से है।
मेरा नाम विराट गांगुली है, मेरी पत्नी अनुष्का राय काफी अमीर परिवार से है।
इमरान
हम दोनों काफी थक चुके थे तो पता ही नहीं चला कि कब हम दोनों ही नींद के आगोश में चले गये।
मेरा नाम राज है। मेरी उमर इस समय 24 साल की है। शादी के 3 साल बाद ही एक रोड दुर्घटना में भैया का स्वर्गवास हो गया था। मैं भाभी के साथ अकेला ही रहता था। मेरी भाभी का नाम ॠतू है। हमारा अपना खुद का बिजनेस था। भैया के स्वर्गवास होने के बाद मैं ही बिजनेस की देखभाल करता था।
मैं रोहन शर्मा भोपाल का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 24 साल है इस कहानी की नायिका मेरी माँ सुनीता शर्मा उम्र 42 साल है। माँ की लंबाई 5 फीट 4 इंच होगी रंग गोरा ओर शरीर की बनावट ऐसी की मेरी गली के छोटे से लेकर बूढ़े तक माँ को गिद्ध की तरह भूखी नज़रों से देखते हैं। माँ अक्सर साड़ी या सूट ही पहनती है साड़ी को नाभि के 2 इंच नीचे बांध कर जब निकलती है तो गाली के सभी लंड सलामी देते हैं। माँ का फिगर 38-32-42 के करीब होगा, अब बिल्कुल सही तो नहीं बता सकता, माँ है मेरी, कभी नापा नहीं है उसका फिगर।
मेरे मित्र ने जितना मुझे समझाया था, वो मैंने सफ़लतापूर्वक कार्यान्वित कर लिया था। अब मुझे प्रतीक्षा थी अपने मित्र से आगे के निर्देशों की ! मुझे पता नहीं था कि वे कब ऑनलाइन मिलेंगे मुझे तो मैं खुद ऑनलाइन होकर प्रतीक्षा में बैठ गई।
अंतर्वासना के सभी पाठकों को संदीप साहू का नमस्कार!
दोस्तो, आप मेरी हिन्दी सेक्स स्टोरीज का आनन्द ले रहे हैं, जान कर ख़ुशी होती है।
होटल आकर हम ससुर बहू ने जल्दी-जल्दी कुछ खाया और कमरे में पहुंच गये।
🔊 यह कहानी सुनें
प्रेषक : राज कुमार
लेखक : माइक डिसूज़ा
हैलो पाठको, मेरा नाम नेहा है. मैं आज आप सबके सामने अपनी एक कहानी बता रही हूँ.. जो मेरी आप बीती कहानी है. मुझे लगता है कि मेरी ये कहानी आप लोगों को बहुत पसंद आएगी.
अब तक की सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि मेरी गांड में राजीव अंकल का लंड घुस चुका था और मुझे मजा आने लगा था. मैं मुन्ना अंकल से भी जल्दी कुछ करने के लिए कह रही थी.
भाई से चुद कर मेरी छोटी बहन की चुदास और बढ़ गई, वो बीच रात में भाई से चुद रही थी। बहन की चुदाई के बाद नम्बर आया मेरी गांड का… और उसके बाद साहिल की गांड हमने डिल्डो से मारी।
दोस्तो, एक बार फिर आप सबके सामने आपका प्यारा शरद एक नई कहानी के साथ हाजिर है लेकिन कहानी लिखने से पहले आपसे एक बात शेयर करना चाहता हूँ।
अभी तक आपने मेरी गे कहानी में पढ़ा कि मैं अपनी माँ के साथ अपने घर वापिस आने के लिए बस में बैठा तो पास की सीट पर एक नव विवाहित जोड़ा बैठा था. मैंने देखा कि लड़के का लंड उसकी पैंट की चैन के पास एक साइड में किसी मोटे डंडे की तरह तनकर साइड में निकला हुआ है.
कुसुम रोते हुए बोली- मुन्नी मेरी अच्छी सहेली है। कल बेचारी ने पति से छुप कर हज़ार के दो नोट दिए थे, बोली थी ‘अपने घर भेज देना, तेरे मम्मी पापा मुश्किल में हैं।’ आप उसे कुछ मत बताना।
अन्तर्वासना सेक्स कहानी पढ़ने वाले मेरे दोस्तो, कैसे हैं आप सब!
दोस्तो, आपकी कोमल फिर हाज़िर है अपनी जवानी की कहानी के अगले भाग के साथ.
आपका मेरी गांड की चुदाई की कहानी में स्वागत है। मैं गे सेक्स स्टोरीज भी पढ़ता हूँ अन्तर्वासना पर…
मेरी चालू बीवी की इंडियन सेक्स कहानी के पिछले भाग
बड़ी अदा से रीटा ने बहुत लाहपरवाही से अपनी सुडौल टांग को सुकौड़ कर मासूमीयत से पैर के नाखूनों पर नेलपालिश लगाने लगी. काली स्कर्ट शीशे से गौरे चिकने पट्टों से सरकती चली गई और टयूब लाईट में रीटा की लाल पेंटी की ओट में से रीटा की बच्ची सी लरजाती चूत कच्छी के पीछे से राजू को निहारने लगी. रीटा की टाईट पेंटी चलने की वजह से और ठरक के जूस से इकट्ठी हो कर चूत और चूतड़ों में घुस कर दुबक सी गई थी. गुलाबी चूत की अकड़ी मक्खन सी उजली फांकों का हुस्न देख राजू के लन ने पानी छोड़ना शुरू कर दिया था. राजू पास पड़ी गद्दी से लण्ड को छुपा कर हाथ से लण्ड को रगड़ कर शान्त करने लगा.
रात के ११ बज़ रहे थे। मौसी के कमरे में ए. सी. चल रहा था मैं और मोनी वहां एक नेकर पहन कर बैठ गई। मौसी आई और वहां लेट गई और हमें अगल बगल में चिपका कर लिटा मेरे चूतड़ों पर हाथ लगा कर बोली,”अब चुदने को तैयार हो जा !”
मैं करीब 10 मिनट तक उन्हें चुम्बन करता रहा और करीब आधे घंटे तक हम दोनों एक-दूसरे के शरीर को चूमते रहे।