तू मेरी को – मैं तेरी को
दो लड़के दो लड़कियों के पीछे पड़े हुए थे।
दो लड़के दो लड़कियों के पीछे पड़े हुए थे।
प्रेषिका : शिखा शर्मा
प्रेषक : प्रांजल प्रातुश
अब तक की इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि सुमन के पापा ने उसको मॉल में ले जाकर किसी दूसरे की बेटी के लिए कह कर सुमन से ही उसके लिए बहुत शॉपिंग करवा ली थी।
मेरी जवानी की वासना की कहानी के पिछले भाग में पढ़ा कि मेरा मनपसंद लंड मेरी चूत में था और…
लेखिका : कामिनी सक्सेना
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मेरी ओर देखते हुए निशा बोली- अब तो कुछ बताओ अपने बारे में..
पिता-पुत्री की प्रेम लीला
मेरा नाम मधुर है और मैं बी.टेक के फाइनल ईयर का स्टूडेंट हूँ। मैं नौकरी के लिए चुना जा चुका हूँ।
सम्पादक : इमरान
खाना खाने के बाद प्रदीप और भैया तो हॉल में जा कर टीवी देखने लगे और इधर भाभी और मैं टेबल को साफ करने लगे। उसके हम दोनों रूम में चले गए, वहाँ भाभी ने फिर मुझसे कहा- रोमा, तुम्हें प्रदीप अच्छा लगा न?
मेरा नाम गुल्लू है.. मैं कानपुर का रहने वाला हूँ। मेरा कद 5’7″ का है.. रंग सावला और सेक्स के लिए हमेशा तैयार रहता हूँ। लेकिन अपने लंड की इच्छा लड़कियों से कहने से हमेशा झिझकता रहा हूँ। मुझे हमेशा चुदाई ही पसंद है.. लेकिन मेरी लड़कियों से ना बोलने की वजह से कोई नहीं लौंडिया ना पट सकी।
अब तक की इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि जवान लड़की की चूत संजय के लंड से चुदाई के लिए गर्म होने लगी थी और खाने के बाद डांस के दौरान वो और ज्यादा गर्म हो उठी थी।
प्रेषक : विनय पाठक
डेल्ही सेक्स चैट की दो लड़कियां आपस में एक रोल प्ले कर रही हैं, श्रेया ब्यूटी पार्लर में जाती है अपने बदन की फुल वैक्सिंग करवाने के लिए!
प्रेषक : हरी दास
विक्की कुमार
प्रेषक : रिन्कू गुप्ता
लेखक : प्रेम गुरु
लेखक : राज कार्तिक
मेरी सेक्सी कहानी के पिछले भाग
दोस्तो, यह कहानी बहुत पुरानी है, तब की है जब मैं और मेरे दोस्त स्कूल के आखिरी साल में थे, हम तीन चार ही शरारती दोस्त थे, क्लास की लड़कियों पर लाइन मारना, स्कूल के बाथरूम में जाकर गंदे चुटकुले सुनना सुनाना, एक दूसरे के साथ मुट्ठ मारने का मुक़ाबला करना कि देखें ‘किसका देर में छुटता है’, यही सब चलता था।
अन्तर्वासना के मेरे सभी दोस्तों को मेरा यानि कि अरुण का नमस्ते।
जुलाई का महीना था… उस दिन बारिश हो रही थी।