रिम्पी और उसका परिवार-4
प्रेषक : मनीष जैन (रुबीन ग्रीन)
प्रेषक : मनीष जैन (रुबीन ग्रीन)
प्रेषक – पवन कुमार
दोस्तो, आज मैं आपको एक वास्तविक घटना सुनाने जा रहा हूँ। मैं उत्तर प्रदेश के मेरठ का रहने वाला हूँ। और मेरे मामा-मामी जी भी मेरठ के रहने वाले हैं।
अब तक इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि बेहद खूबसूरत और हसीन कामवाली पिंकी मेरे साथ ही सोने लगी. अब मैं उसे लेस्बियन सेक्स के लिए तैयार करने की जुगत में थी.
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गौरी को उसके घर के पास ड्राप करने के बाद ऑफिस जाते समय मैं सोच रहा था ‘साली यह नौकरी भी एक फजीहत ही तो है। पता नहीं ये पढ़ाई-लिखाई, नौकरी चाकरी, घर-परिवार, रिश्ते-नाते, शादी-विवाह, बालिग-नाबालिग किस योनि निष्कासित (भोसड़ी वाले) का आइडिया था। आराम से जंगलों या गुफाओं में रहते, कंद-मूल-फल खाते, मर्ज़ी के मुताबिक मनपसंद चूत और गांड मारते, बच्चे पैदा करते और सुकून से मर जाते।’
अब तक की कहानी में आपने पढ़ा…
लड़कपन में मैं बुरी संगत में रहकर बिगड़ गया था, लड़कियों की नंगी तस्वीरें देखना.. गन्दी बातें करना.. टॉकीज़ में एडल्ट फ़िल्म देखना.. ये सब किया करता था।
लेखक- स्वीट राज और पिंकी सेन
मैं शर्मीला हीरो पटना बिहार से एक स्टोरी लेके आया हूं। जवान औरत से सेक्स करना और औरत को चोदना हर जवान लड़के का सपना होता है। मेरा भी था कि किसी अल्हड़, मस्त, जवान औरत की गांड और चूत मारी जाये और उसकी गांड में ज़बान डाल कर उसका रस चखा जाये। औरत की भरी-भरी कसी-कसी उठान लिये ब्लाउज़ में कैद दूध से भरी चूचियां हमेशा हिलते हुए मुझे अपनी ओर अकार्षित करती और मैं उनको दबाने के सपनो में खो जाता कि कब ब्लाउज़ के बटन खोल उन चूचियों को आज़ाद करुंगा, ब्लाउज़ के हुक खोल कर, ब्रा को हटा कर, दोनो चूचियां अपने हाथों में लेकर दबाउंगा। कब औरत के बूब्स, स्तन मेरे हाथों में आयेंगे? कब मैं भी उन निप्पलों को मुंह में लेकर पी पाउंगा? मोहल्ले की हर जवान, गोरी, सुन्दर और प्यारी भाभी के बारे में सोचता रात को ये कितना मज़ा लुटवाती होंगी और लंड की सवारी कर रोज़ जन्नत घूमने जाती होंगी। हर भाभी भी मुझसे बहुत घुली-मिली थी, कभी भी कोई काम होता तो उनका ये देवर हमेशा काम करने को तैयार रहता था।
मेरा नाम तल्ला है. मैं दिखने में ठीक-ठाक हूँ. मेरी हाईट 5 फीट है और मेरा लंड 7 इंच लंबा है और मोटा भी काफी है. मैं हमेशा से अधेड़ उम्र की लेडी को चोदना पसंद करता था.
प्रेषक : शशि कुमार
फिर हम बिस्तर पर लेट गए। बाहर से अभी भी तेज आवाज आ रही थी, मैंने झांक कर देखा तो…
प्रेषक : मुकेश कुमार
फीमेल फीमेल सेक्स पसंद करने वाली मेरी एक सहेली मेरे ही घर में मुझे समलैंगिक सेक्स के लिए उकसा रही थी. मुझे इस तरह के सेक्स में कोई रूचि ना थी.
हाय मेरा नाम गौरव है मैं आपके लिए एक बार फिर लंड में से पानी निकल देने वाली स्टोरी लेकर आया हूँ मैंने जब चाची को चोदा तो मेरे लंड को चुदाई का पानी लग गया।
मैंने सोचा कि क्यूँ ना अभी ही सारी प्रॅक्टिकल नॉलेज दे दूँ!
मैं लव कुमार फ़िर से अपनी कहानी को लेकर आया हूँ. मैं आपको याद तो हूँ ना? अरे वही जिसको आपने बहुत सारे मेल किये थे मेरी कहानी
मेरी यह कहानी, मात्र कहानी ही है। आदरणीया नेहा दीदी (वर्मा) ने इसमे कुछ संशोधन किया है और इसे आपके सामने सजा-संवार कर प्रस्तुत किया है, मैं दीदी की दिल से आभारी हूँ।
मेरी सेक्सी कहानी मेरी और मेरी बड़ी बहन की है.
सबसे पहले सेक्सी लड़कियों और भाभियों को मेरा नमस्ते।
मेरा नाम लव है, मैं अन्तर्वासना का एक लंबे समय से पाठक हूँ। मैंने कभी सोचा नहीं था कि मेरे साथ भी ऐसा होगा और मैं भी कभी कोई कहानी पोस्ट करूँगा।
अन्तर्वासना के सभी दोस्तों को अरुण का नमस्ते, आप लोगों के ई मेल के ज़रिये ही मुझे वर्तमान में सेक्स को लेकर लड़के लड़की या पति पत्नी के बीच क्या चल रहा है, यह मालूम पड़ता रहता है, और यही मेरे द्वारा लिखी कहानियों में झलकता है।
सम्पादक – जूजा जी
हैलो दोस्तो, कैसे है आप सब!