गर्ल्स हॉस्टल में रैगिंग
मैं जब हॉस्टल में आई तो मैंने देखा वहाँ पर रूम बड़े अच्छे और सभी सामान के साथ थे. एम ए की पढाई करने वालों के लिए सिंगल रूम था. रूम देख कर मैं बहुत खुश थी. हॉस्टल में आते ही जो अनुभव मुझे हुआ वो मैं आपको बताती हूँ।
मैं जब हॉस्टल में आई तो मैंने देखा वहाँ पर रूम बड़े अच्छे और सभी सामान के साथ थे. एम ए की पढाई करने वालों के लिए सिंगल रूम था. रूम देख कर मैं बहुत खुश थी. हॉस्टल में आते ही जो अनुभव मुझे हुआ वो मैं आपको बताती हूँ।
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मैं रेलगाडी में मुंबई से हावडा जा रहा था. मेरे सामने वाली सीट पर एक सुंदर महिला बैठी थी. उसने नीली साडी पहनी हुई थी, वो पतली दुबली थी मगर उसके दूध बड़े बड़े थे, ऐसा लगता था मानो अभी ब्लाउज़ फाड़ कर बाहर आने को बेताब हैं। उसका रंग भी बिल्कुल दूध की तरह सफ़ेद था। उसकी उमर कोई 28 साल की होगी।
उस समय मेरा लंड इतना टाइट हो गया था कि लगा जैसे फट जाएगा.. मैं धीरे से उठ कर बैठ गया और अपनी पैन्ट उतार कर लंड को माँ के चूतड़ से सटाने की कोशिश करने लगा… पर कर नहीं पाया। तो मैं एक हाथ से माँ की बुर में ऊँगली डाल कर बाहर निकले चमड़े को सहलाता रहा और दूसरे हाथ से मुठ मारने लगा.. 2-3 मिनट में ही मैं झड़ गया।
नमस्कार दोस्तो, मैं दीपक श्रेष्ठ, आप सब सुधि पाठकों के लिए मेरे जीवन में.. मेरे साथ घटित सबसे पहली और अनोखी घटना लेकर आया हूँ, जिसे पढ़ कर आप भी सोच में पड़ जायेंगे कि क्या सचमुच में ऐसा हो सकता है।
दीपक शर्मा
हैलो फ्रेंड्स, आज मैं आपको जो सेक्स स्टोरी सुनाने जा रहा हूँ वो मेरी एक पाठिका और मेरी चुदाई की कहानी है. पहले मैं आपको मेरा परिचय दे देता हूँ. मैं दिल्ली से हूँ मेरी हाईट 5 फुट 9 इंच है.
दोस्तो, मेरा नाम जिगर पटेल है, मैं भावनगर, गुजरात में रहता हूँ। अभी मैं सिर्फ 18 साल का हूँ। आप सोचोगे कि इतनी छोटी उम्र में मैंने आंटी की चुदाई करके ये हिंदी सेक्स स्टोरी कैसे लिख दी।
अब उसे भी मज़ा आने लगा था इसलिए अब उसकी सिसकारियाँ मादक आवाजों में बदल गई थी- आह्ह… अब दर्द कम हो गया है… तुमने सच ही कहा था… पहले दर्द होता है पर बाद में जो मज़ा आता है… वो स्वर्ग के आनन्द से भी बढ़ कर है… करते जाओ… रुकना नहीं… प्लीज… और जोर से… वाओ… फ़क मी.!
बहुत दिन हो गए आप से कोई कहानी शेयर करे। आज दिल किया एक पुरानी याद आप सब से सांझा करने का तो बैठ गया एक पुरानी याद एक नई कहानी के रूप में लिखने।
इस कहानी के पिछले भाग
मेरा नाम काजल है, 26 साल की हूँ और एक एड एजेंसी में काम करती हूँ।
अब मैंने आगे बढ़ कर शशि भाभी को अपनी बाहों में ले लिया और उनके लबों पर ताबड़ तोड़ चुम्बन देने लगा और भाभी भी जवाबी चुम्मियां देने लगी।
हैलो फ्रेंड्स, मुझे अन्तर्वासना पर जुड़े अभी एक सप्ताह ही हुआ है.. और यह मेरी पहली कहानी है.. जो मेरे जीवन में अभी दो महीने पहले ही घटी है।
मेरा नाम पिंकू है।
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अभी तक आपने सरिता की कहानी के पिछले भागों
आप सभी पाठकों को नमस्कार. मैं भी अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ. मैंने यहाँ की कहानियां पढ़ी हैं. मेरा नाम अमित है, मैं नागपुर का रहने वाला हूँ और यहाँ अकेला ही रहता हूँ. अभी मेरी उम्र 27 साल है. मैं एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हूँ. सोचा मैं भी अपनी कहानी आप लोगों को सुनाऊं, यह मेरी पहली कहानी है.
अब तक आपने पढ़ा…
सम्पादक जूजा
यह सेक्सी स्टोरी उन दिनों की है जब मैं 12वीं क्लास में पढ़ रही थी। मेरा नाम अलीशा है.. मैं क्लास में हमेशा अव्वल आती थी। मुझे मेरे मोहल्ले के लड़के हमेशा घूरते रहते थे.. पर मुझे समझ नहीं आता था कि ये क्यों घूरते हैं।
सलोनी रानी ने कहा- तू राजे… एकदम सीधा लेट जा… मैं तेरी तरफ अपने चूतड़ रखूंगी… तू चूसे जाना !
सारिका कंवल
प्रेषक : संजू बाबा
उसका पूरा नाम तो था सिमरन पटेल पर स्कूल में उसे सभी केटी (काली टोपी) और घरवाले निक्की या सुम्मी कहते थे पर मेरी बाहों में तो वो सदा सिमसिम या निक्कुड़ी ही बनी रही थी।