शालिनी का प्यार
प्रेषक : राज आकाश
प्रेषक : राज आकाश
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प्रेषक : अजय कुमार
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लेखिका : कमला भट्टी
ये बात तब की है, जब मैं 18 साल का था. मैं जयपुर में पढ़ता था. मैं हर दूसरे महीने अपने घर उदयपुर आ जाया करता था. कुल नौ दस घंटे का रास्ता था, तो दिन मैं चार बजे की बस पकड़ के बारह घर पहुंच जाया करता था.
हैलो दोस्तो, आज मैं आपको एक नई कहानी सुनने जा रहा हूँ।
हैलो दोस्तो, मैं आरुष इलाहाबाद का रहने वाला हूँ।
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अन्तर्वासना के सभी दोस्तों का ढेर सारा प्यार मिला उनके ई-मेल के ज़रिये ! काफी अच्छा लगा इतने सारे ईमेल देख कर ..
दोस्तो, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ, मैंने सारी चटपटी कहानियाँ पढ़ी हैं और मैं पहली बार मेरी खुद की एक सच्ची कहानी बयान करने जा रहा हूँ।
मैं संजय एक बार फिर अपनी आपबीती आपको बताना चाहता हूँ. मेरी पहले की कहानी आप लोगो को बहुत पसंद आई, उम्मीद है आपको यह भी पसंद आएगी.
दोस्तो, मैं राज रोहतक से अपनी नई कहानी लेकर हाजिर हूँ। जो मुझसे अपरिचित हैं उनके लिए, मैं छह फिट का गोरा और तगड़ा लड़का हूँ, मैं जिगोलो बनना चाहता हूँ।
कमरे में घुसकर मानसी चली गयी बाथरूम में नहाने … मेरे लिए यही मौका था … जब पानी गिरने की आवाज हुई बाथरूम में तो मैंने जाकर गुस्से से सुशीला को पकड़ लिया।
मैं अजय शर्मा इंदौर में रहता हूँ और अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। लगभग सारी प्रकाशित कहानियाँ मैंने पढ़ीं हैं। आज मैं पहली बार अन्तर्वासना में अपने जीवन की एक वास्तविक घटना प्रकाशित करने के लिए भेज रहा हूँ। आशा है आदरणीय गुरूजी इसे प्रकाशित करेंगे।
अब तक की इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि संजय ने पूजा की कमसिन चुत में काफी अन्दर तक लंड पेल दिया था और अन्दर-बाहर करने लगा था.. उधर पूजा बेहोश हो चुकी थी.
कॉलेज में हड़ताल होने की वजह से मैं बोर हो कर ही अपने घर को कानपुर चल पड़ा. हड़ताल के कारण कई दिनो से मेरा मन होस्टल में नहीं लग रहा था. मुझे माँ की बहुत याद आने लगी थी. वो कानपुर में अकेली ही रहती थी और एक बैंक में काम करती थी. मैं माँ को आश्चर्यचकित कर देने के लिये बिना बताये ही वहाँ पहुँचना चाहता था.
प्रेषक : कालबॉय जॉन
अगली सुबह मैं जरा देर से तब उठा जब बिंदा मुझे चाय देने आई। उस समय तक मैं नंगा ही था। मैंने तौलिये को अपने कमर पर लपेटा। तब तक सब चाय पी चुके थे।
अन्तर्वासना हिंदी सेक्स स्टोरीज पढ़ने वाले सभी पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार!
दोस्तो, मेरी भाई बहन की सेक्स स्टोरी के पिछले भाग में आपने पढा़ कि मेरे भाई ने मेरी चूत और गांड को जमकर चोदा. उसने मेरी गांड की चुदाई तो इतनी जबरदस्त तरीके से कर दी थी कि मेरी गांड तो पूरी फट ही गई थी.
मेरे प्यारे दोस्तो, आप सभी को मेरा प्यार भरा नमस्कार. सबसे पहले मैं अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज साईट को धन्यवाद करना चाहता हूँ जिसने हमें अपनी एडल्ट कहानी शेयर करने के लिए अवसर और स्थान दिया.
अब तक आपने पढ़ा कि कैसे स्नेहा जैन ने मुझे जबरदस्ती भोपाल बुलाया अपनी चूत चुदाई के लिए… आते ही मैंने उसे खुली बालकनी ने पूरी नंगी करके चोद दिया.
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कहानी का पहला भाग: लॉस एंजेलेस(अमेरिका) में प्रणय का अंकुर-1