गर्लफ्रेंड ने बुर चोदन नहीं करने दिया, गांड मरवा ली
दोस्तो मेरा नाम नीलेश है, मैं झाँसी उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ।
दोस्तो मेरा नाम नीलेश है, मैं झाँसी उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ।
अब तक आपने पढ़ा..
मेरी 2 बजे की अपॉयंट्मेंट थी। एक हफ्ते पहले यह अपॉयंट्मेंट पक्की हुई थी, तब से आज तक चैन से नींद नहीं आई है, पहली बार किसी से सेक्स के प्रति अपना डर बताने वाली थी..
प्रिय पाठको, मैं अपने इस लेख में कुछ गुप्त ज्ञान की बातें बता रहा हूँ.
उसने बताया कि ‘आज किस डे है.. और मैं तुम्हारे साथ इस दिन को मनाना चाहती हूँ।’
कहानी का पहला भाग : कट्टो रानी-1
दोस्तो, कहानी धीरे-धीरे अपने पूरे शवाब पर पहुंचेगी, बस आप कहानी के साथ बने रहिये, अभी बहुत से रहस्यों से पर्दा उठना बाकी है।
प्रेषक : गुप्त
मैंने गत अंक में बताया था कि कैसे मैंने नीलम रानी को होटल में चोद कर मैंने उसका कौमार्य भंग किया था।
प्रेषिका : पायल सिंह
भाभी मेरे लंड को चूसने लगी और कह रही थी- तुम मेरी चूत को ज़ोर ज़ोर से चूसो, नहीं तो मैं तुम्हारे लंड को खा जाऊँगी।
दोस्तो, मेरा नाम गगन (बदला हुआ नाम) है, मेरे लंड का साइज़ 6.5 इंच है और इसकी मोटाई 3 इंच की है. मैं हरियाणा के पानीपत में रहता हूँ. आज आपको मैं अपनी रियल कहानी बताने जा रहा हूँ. ये कहानी आज से 2 साल पहले मेरे प्लेबॉय बनने की बात है.
कैसे हैं मित्रो… देरी के लिए माफ़ी चाहता हूँ, वैसे कसूर मेरा नहीं है, इस देरी की वजह है रेणुका जी और वंदना… उन दोनों की वजह से ऐसा व्यस्त हो गया हूँ कि अपनी कहानी आगे लिखने का वक़्त ही नहीं मिल रहा था।
दोस्तो, मेरा नाम अशोक है, मैं 45 साल का हूँ। मैं अक्सर अन्तर्वासना पर सेक्सी कहानियाँ पढ़ता हूँ और सच बताता हूँ कि जब कोई कहानी बहुत अच्छी लगती है, तो पढ़ते हुये मुट्ठ भी मारता हूँ। जबकि बीवी है, उसको भी पेलता हूँ। पर सेक्स चीज़ ही ऐसी है, जब दिमाग में चढ़ता है, तो लंड पानी छोड़े बिना चैन नहीं लेता, फिर या तो फुद्दी मारो या मुट्ठ मारो।
आजकल के बच्चे और उनके सवाल !
यह कहानी है एक भाई बहन की जिनका नाम है समीर और हिना!
बाथरूम में जाकर कुछ देर लंड को सहलाया और समझाया कि जल्द ही तुझे एक कुंवारी चूत का रस पीने को मिलेगा। जब लंड नहीं समझा तो उसको जोर जोर से मसलने लगा।
दोस्तो, मेरा नाम नरेश है, उम्र 38 साल है, मैं एक्सपोर्ट कंपनी में काम करता हूँ और मेरी पोस्टिंग रायपुर में हो गई है।
प्रेषक : अमन
अब तक आपने जाना..
लेखिका : अरुणा
प्रेषक : प्रेम सिसोदिया
पिछली रात तेरी यादों की झड़ी थी
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