चुद गई 18 बरस की लड़की-1
दोस्तो, आप सबको मेरा नमस्कार. आज मैं आप सबके सामने अपने जीवन की एक घटना पेश करने जा रहा हूँ. इस घटना को पढ़ कर आप सभी को तय करना ही होगा कि सामजिक परिस्थितियाँ किस प्रकार स्त्रियों को मजबूर करती हैं.
दोस्तो, आप सबको मेरा नमस्कार. आज मैं आप सबके सामने अपने जीवन की एक घटना पेश करने जा रहा हूँ. इस घटना को पढ़ कर आप सभी को तय करना ही होगा कि सामजिक परिस्थितियाँ किस प्रकार स्त्रियों को मजबूर करती हैं.
दोस्तो, मैं आतिफ हाज़िर हूँ आप सबके सामने एक आंटी की चुदाई की अपनी कहानी के साथ!
प्रेषक : वरिंदर
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मराठी मुलगी की प्यासी चूत में लंड की सेक्सी कहानी-3
एक बार आंख और दिल में लड़ाई हो गई.
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प्रिय दोस्तो, मैं यश अग्रवाल हूँ, अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली चुदाई की कहानी है. मैं अपनी सच्ची कहानी के माध्यम से सभी को बताना चाहता हूँ कि अपनी ही बहन को कैसे पटाते हैं और चोदते हैं.
दोस्तो, मैं कुणाल.. अब तक आपने पढ़ा कि मैं भाभी जी को बाथरूम के रोशनदान से देख रहा था।
प्रेषक : राजा बाबू
नमस्ते मेरा नाम सचिन है। मैं मुंबई में रहने वाला एक साधारण युवक हूँ।
अपनी पिछली कहानी में मैंने बताया था कि कैसे शाहीन की सखी पूजा मल्होत्रा मेरे घर में हफ्ते भर के लिए रुकी थी। उसके पापा कनाडा में थे और अपनी बेटी के साथ जो हुआ उसके बाद वहीं शादी कराने वाले थे। वैसे पूजा मस्त सेक्सी पंजाबन थी सही जगह उभार लिए।
मैं यह साफ महसूस कर सकता था कि प्रिया मुझसे कुछ कहना चाहती है, पर कह नहीं पा रही है।
लेखिका : वृंदा
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विक्की कुमार
अब तक आपने पढ़ा..
यह उस समय की बात है जब मैं अपने गाँव से 150 किमी दूर शहर में रहकर बीकॉम 2 की पढ़ाई कर रहा था। शहर में मैं कमरा लेकर अकेला रहता था, मैं अलग से फ़ैमिली रूम में रहता था इसलिये वहाँ आस-पास के लोगों से अच्छी जान-पहचान हो गई थी। और तो और मेरी मकान मालकिन और उनकी चारों बेटियों से मेरा अच्छा लगाव हो गया था, उनकी चारों बेटियाँ बहुत खूबसूरत थी, मगर इन सभी का मेरे लिए महत्व नहीं था क्योंकि मैं किसी और को चाहता था, वहीं मेरे रूम के सामने एक परिवार रहता था, जो मेरी मकान मालकिन के कोई रिश्तेदार लगते थे। उसके घर में थे तो कई लोग पर सिर्फ़ तीन लोग ही रहते थे, मेरी वाली अमृता, उसकी मम्मी और बड़ी बहन रीमा!
दो महिलाएँ आपस में कुछ अंतरंग बातें कर रही थीं, पीछे बैठा मैं उनकी उनकी बातों को सुनकर बड़ा आनंदित हो रहा था।
मेरी चूत की आग अब बर्दाश्त से बाहर हो चुकी थी … मैं भी बेशर्म होकर उसके सामने नंगी पड़ी थी; बार-बार अपनी गांड उठाकर उसका लोड़ा अपनी चूत में लेना चाह रही थी.
दोस्तो, मैं आपका विक्की खन्ना अपने सच्चे प्यार की सेक्स कहानी लेकर हाजिर हूँ, जिसमें 100% बस सच ही लिखूँगा.
लेखिका : वृन्दा
एक कहानी दो पहलू