गलतफहमी-1
अंतर्वासना के सभी पाठकों को संदीप साहू का नमस्कार!
अंतर्वासना के सभी पाठकों को संदीप साहू का नमस्कार!
फरहान और मैं कमरे में आपी के इन्तजार में ब्लू-फिल्म देख रहे थे।
आइये, थोड़ी देर के लिए अपने विचारों के वायुयान को धरती के धरातल पर उतारें… ज़रा सोचें कि हमारे एक भारत देश में क्या हो रहा है, हम क्या कर रहे हैं, क्यों कर रहे हैं, इसका क्या असर हो रहा है, गलती कौन कर रहा है, इसका भविष्य क्या है!
यह कहानी मेरी बहन की चुदाई के साथ साथ उसकी सहेली की चुदाई की भी है.
मैंने कहा- अगले राउंड में विनय आंचल की चुत चोदेगा और हम सभी देखेंगे!
दोस्तो, मैं अरुण एक बार फिर से आपसे मुखातिब हूँ।
अभी हमारी सुहागरात का पहला सप्ताह ही था, मेरी बीवी नीना मुझसे पूरी तरह खुल जाना चाहती थी ताकि वह् पूरी जिंदगी भरपूर चुदाई का मजा लेती रहे. संयोग से मैंने यह सवाल भी छेड़ दिया. लेकिन वह बड़ी मासूमियत के साथ बताने लगी अपनी पहली चुदाई की कहानी.
अब तक आपने पढ़ा..
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आप सभी को मेरा नमस्कार!
यह कहानी मेरे साथ हमबिस्तर हो चुकी औरत की है.. जिसे मैंने हचक कर चोदा था। उसकी सच्ची कहानी को मैंने अपने शब्दों में ढाला है.. उसी की जुबानी सुनिए।
मैं भी अन्तर्वासना के लाखों चाहकों में से एक हूँ। मैंने यहाँ बहुत सी कहानियाँ पढ़ी हैं। कुछ तो इतनी लाजवाब हैं कि पढ़ते-पढ़ते किसी का भी लण्ड खड़ा/चूत गीली कर दे।
हैलो दोस्तो.. आपका मित्र अभिराज.. फिर हाजिर हूँ आपके सामने एक नए मसाले को लेकर.. पहले तो आप सभी का शुक्रगुज़ार हूँ कि आप सभी ने बहुत सारे ईमेल भेजे और लगभग हर एक का मैंने उत्तर भी दिया।
रात को मैं छत पर मोमबत्ती लेकर नग्न घूमने के बाद नीचे पहुँची और अपनी आप बीती लिख कर सबसे पहले इंटरनेट पर उन दोस्त को बताया कि मैंने कर दिखाया !
शाहीन बाहर जाने लगी तो मैं बोल पड़ा, “नहलाया तो है ही नहींं?”
मेरा नाम आदित्य है। मैं आगरा से हूँ। मेरे घर के पास एक लड़की रहती थी.. उसका नाम काजल है, मैं उसको रोज़ देखता था, कभी कभार उसे मिस काल भी करता था, मेरे पास उसका फ़ोन नम्बर था।
दोस्तो, वैसे तो मुझे चूत और गाण्ड मारना दोनों ही पसंद है.. पर जो मजा चूत लेने में है.. वो सच में गाण्ड मारने में नहीं है। गाण्ड तो केवल चूत का विकल्प है.. मेरी कई कहानियाँ आपने पढ़ी होगीं,
दीपक शर्मा
4-5 दिन बाद मैंने अपनी बहन को अपने यहाँ बुला लिया। मेरी बहन मेरी तरह बदमाश नहीं थी, विनोद की उससे अच्छी पटी। मैंने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि विनोद उसे चोद न दे। मेरी चुदाई करने के बाद से विनोद का लंड चोदने के लिए फड़फड़ा रहा था।
क्या मस्त चूतड़ थे दीदी के ! दिल तो कर रहा था कि पूरी जिंदगी दीदी की गाण्ड ही चाटता रहूँ..
मेरा नाम है शिवम 27 है। मैं साउथ दिल्ली से हूँ, मैं एक ज़िगोलो हूँ, दिल्ली में रहता हूँ।
उस दिन शाम को हम बाहर घूमने गए थे, घूमते घूमते हम बाज़ार में पहुँच गए। फ़िर शीला को पता नहीं क्या हुआ, मुझसे बोली- तुम कॉफ़ी शॉप में रुको ! मैं आधे घंटे में आती हूँ !
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