मेरा गुप्त जीवन-1
शुरू के दिन
शुरू के दिन
अब तक की इस हिंदी में चुदाई की कहानी में आपने जाना था कि बाप अपनी बेटी से अपने लंड की मुठ मरवा रहा था, उसे मर्द के लंड की मुठ मारना सिखा रहा था.
अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज पढ़ने वाले मेरे प्यारे दोस्तो, अभी कुछ समय पहले ही मुझे एक नया सेक्स अनुभव हुआ जिसको मैं आप सब पाठकों से शेयर कर रहा हूँ.
प्रेषिका : परी
देर से ही सही … इतनी ज्यादा सेक्स में मजबूर होने के बाद ही सही पर अंत यही था कि उसने अब्बास से अपनी आज की दुर्दशा और अपनी ननद के दैहिक शोषण का बदला ले ही लिया था।
मेरा नाम दीप है। मैं जालंधर का रहने वाला हूँ। आज मैं आपको अपनी सच्ची कहानी बताउंगा। इस कहानी में मैं हीरो हूँ और मेरी गर्लफ्रेंड प्रीत हिरोइन है।
Hot Sence of Sex स्टोरी में पढ़ें कि मैं काफी दिन से चुदी नहीं थी. एक दिन मैं सड़क पर घूम रही थी कि एक लड़के ने मुझे कुछ पूछा. तो मैंने क्या किया?
अनिल गुप्ता
मैं बोली- कितने गन्दे हो, छी मुझे लेट्रिन करते देखा… थू!
माँ के मजे में बाधा होने पर उसने अपनी अधखुली आँखे पूरी खोल दी और मेरी ओर देखते हुए बोली, ‘रुक क्यों गया चूतिये? जल्दी जल्दी चाट ना अपने मालपुए को।
मेरी हिंदी पोर्न स्टोरीज पढ़ कर पाठकों के बहुत से मेल आते हैं. सबका जवाब नहीं दिया जा सकता इसलिए जो पाठक सबसे ज्यादा एक जैसे सवाल करते हैं, उनके जवाब देकर आज की कहानी से शुरुआत करती हूँ. कुछ सवालों के जवाब संक्षेप में:
बलवंत_सीडी: हां तो मैं
Mera Sex Partner Bade Lund Wala
पायल ने मेरे साथ न केवल चूमा-चाटी में मेरा सहयोग आरम्भ कर दिया था.. बल्कि वो खुद भी अब इसका मजा लेने लगी थी। उसने मेरा लौड़ा भी अपने हाथ से मुठियाया था। इस बार हम दोनों ही अपने प्रेमयुद्ध में स्खलित हो गए थे।
लेखक : सनी
हमारी नई शादी हुई है छह महीने पहले !
सम्पादक जूजा
‘मॉम, ये मेरे लिए एक पाप ही है। मुझे समझ नहीं आ रहा मैं आपको क्या जवाब दूँ और कैसे ये सब करूँ, मम्मी मुझे आपके साथ ये सब करने में बहुत झिझक हो रही है। क्या आ आप…?’
हाय दोस्तो, मेरा नाम विक्की है, मैं पूर्वी दिल्ली में रहता हूँ। काफ़ी समय से अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ता आ रहा हूँ।
हाय मैं ऋतु.. अन्तर्वासना पर मैं आपको अपनी चूत की अनेकों चुदाईयों के बारे में बताने जा रही हूँ.. आनन्द लीजिएगा।
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम मनीष है और मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ। यहाँ की अधिकतर कहानियाँ मुझे अच्छी लगती हैं। यहाँ की कहानियाँ पढ़ कर मुझे अपनी कहानी लिखने की इच्छा हुई। इसीलिए मैं आज अपनी कहानी के साथ आपके सामने हाजिर हूँ, जो कि एकदम सत्य घटना है और मेरे साथ दो साल पहले घटित हुई।
प्रेषक : रोहित खण्डेलवाल
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मैं और प्रीती मेरे फ्लैट में दाखिल हुए और मैंने पूछा, “प्रीती फ्लैट कैसा लगा?”
मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ। मैं कहानी पहली बार लिख रहा हूँ.. शायद आपको पसन्द आए या ना भी आए.. लेकिन मुझे मेल करना न भूलिए।