जिस्मानी रिश्तों की चाह-50
सम्पादक जूजा
सम्पादक जूजा
आप सभी को नमस्कार और उन सभी पाठकों को बहुत धन्यवाद, जिन्होंने मेरी पिछली कामुकता भरी गर्म सेक्स स्टोरी को सराहा और मुझे मेल किए. मैं सभी लोगों को जबाव नहीं दे पाया उसके लिए मैं माफी चाहता हूँ.
लेखिका : शमीम बानो कुरेशी
दोस्तो, मैं नीतीश, अन्तर्वासना का बहुत बड़ा फैन हूँ। मैं करीब 15 वर्ष से अन्तर्वासना में कहानियाँ पढ़ रहा हूँ। बहुत दिनों से मेरे मन में भी ये विचार आ रहा था कि मैं भी अपनी प्यार की कहानी अन्तर्वासना पर भेजूँ। खैर, आज मैं अपनी चुदाई की कहानी आप सबों के साथ बाँटने जा रहा हूँ।
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सम्पादक – जूजा जी
नमस्कार! मैं आपका दोस्त फिर से हाजिर हूँ, मेरी पिछली कहानी
अन्तर्वासना के मेरे सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार. दोस्तो, आपको मेरी पहली कहानी
ज्योति को जॉब ज्वाइन किए एक हफ्ता हो गया था और वो और सास बहुत खुश थे। एक दिन सास ने मुझसे कहा- आप हमारा कितना ख्याल रखते हैं कि ज्योति को अच्छी सी जॉब दिला दी।
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बसन्ती सोते सोते सेक्स करती थी
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मेरा मेरा नाम सोनू है, मेरी उम्र 21 साल की है, मैं हिसार (हरियाणा) का रहने वाला हूँ। मैं देखने में भी मस्त हूँ और खुश रहने वाला लड़का हूँ। मेरी हाइट पूरी 5’8″ की है.. मेरा शारीरिक सौष्ठव भी मस्त है। मेरे हथियार का नाप कुछ ज्यादा ही मस्त है.. हरियाणा का हूँ न।
मेरा नाम समर सिंह हैं, उमर 28 साल, लंबाई 5’11” और वो भी काफी लम्बा है.
लेखिका : आंचल
हैलो मेरा नाम समीर है लोग मुझे प्यार से राज कहते है, जोधपुर में रहता हूँ और एक बहुत बड़ी कंपनी में मार्केटिंग मैंनेजर हूँ।
दो दिन बाद ऑफिस में:
मैं गुप्ता बहुत समय से अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ रहा हूँ. कई बार सोचा कि अपने जीवन की घटनाओं के बारे में लिखूँ. पर पता नहीं हिम्मत नहीं हो रही थी. आज जब एक बार फिर से मैं अन्तर्वासना की साईट पर गया तो फ़ैसला किया कि एक बार तो अपना अनुभव मैं भी लिखूँ.
जेम्स
हम लोग फिल्म चालू होने के 45 मिनट बाद ही निकल गए। हमारा होटल वहाँ से पांच मिनट की दूरी पर ही था। वहाँ से हम सीधे अपने कमरे में आ गये।
प्रेषक : पुरुषोत्तम शास्त्री
अब तक की इस हिंदी सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि संजय ने अपनी भांजी पूजा की चुत की सील खोल दी थी और दोनों बिस्तर पर थे।
तो दोस्तो, अब फिर एक बार मेरी ठुकाई की तैयारी पूरी हो चुकी थी, मेरे चोदू यार ने मेरी टाँगें उसने एक बार फिर अपने डौलों पर धर लीं और मेरी तह लगा दी मगर उसने खुद लौड़ा अंदर नहीं डाला और मुझसे बोला- डाल जट्टीये अपने आप अंदर!
अन्तर्वासना पाठकों को मेरा नमस्कार. मेरा विक्रम ठाकुर है और मैं मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में रहता हूं. मैं जाति से ठाकुर हूँ, इसलिए मेरी कद काठी एक हट्टे कट्टे मर्द जैसी है.