मेरी बेबाक बीवी-2
फिर भी दोस्त ने उससे पूछा- भाभी, आप बताओ और कोई प्रोब्लम तो नहीं है ना इन दोनों में?
फिर भी दोस्त ने उससे पूछा- भाभी, आप बताओ और कोई प्रोब्लम तो नहीं है ना इन दोनों में?
कहानी के पहले भाग में आपने जाना कि साक्षी से मिलने मैं देहरादून गया। वहाँ हम एक होटल में ठहरे।
साथियो, आप सभी की मस्त सविता भाभी आज फिर आपके बीच में हैं, उनकी कामुक जवानी की चुदाई की रसभरी कहानियों में से एक कहानी प्रस्तुत है।
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कामपिसाची का मतलब है- बहुत ज्यादा सेक्स की प्यासी..
दोस्तो, मेरा नाम अनीश है, मैं पुलिस महकमे में क्लर्क हूँ। आमदनी अच्छी है, थोड़ा बहुत ऊपर से भी बन जाता है, इस लिए पैसे की कोई दिक्कत नहीं। खाता पीता हूँ, रंगीन मिजाज हूँ, यार दोस्त भी ऐसे ही हैं। अभी शादी नहीं हुई है, सिर्फ 25 बरस का ही हूँ। 2 महीने पहले मेरी बदली दूसरे शहर में हो गई। एक यार दोस्त की मदद से किराए का मकान भी मिल
लेखक : अमन वर्मा
अब तक आपने पढ़ा..
हेलो दोस्तो, मैं मन्नु शर्मा एक बार फिर अपना नया अनुभव आप लोगों के साथ शेयर कर रहा हूँ जो अभी 2 महीने पहले का है और आप सभी पाठकों से क्षमा प्रार्थी भी हूँ क्योंकि ऑफिस के व्यस्त कार्यक्रम के कारण बहुत दिनों के बाद कहानी लिख रहा हूँ।
एक बार फिर बेड पर मैं अपने देवर सूरज की बांहो में लेटी हुई थी।
प्रेषक : समीर
नमस्त भाइयो तथा सभी प्रकार की चूतों को सादर प्रणाम!
मैं आपको बता दूँ कि मैंने कभी किसी को मजबूर करके सेक्स नहीं किया। जिसके साथ सेक्स किया, हमेशा उसकी रजामंदी से! चाहे वह गृहिणी हो या कुंवारी लड़की, यदि सामने वाली चाहती है तो सेक्स करना बुरा नहीं है, न ही दोबारा सेक्स करने के लिए मजबूर किया जाना चाहिए। कुल मिलकर आपसी सहमति से ही सेक्स को सुखद बनाया जा सकता है। प्यार और सेक्स एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
मैं हैरी 25 साल का हूँ। मैं अन्तर्वासना 6 साल से पढ़ रहा हूँ लेकिन कभी कहानी नहीं भेजी, इससे पहले मेरा सेक्स के बारे में ज्ञान कम था।
प्यारे साथियो, और चुत वालियों मेरा नमस्कार, आप लोगों के लिए मॉम की चुदाई की एक सच्ची स्टोरी पेश कर रहा हूँ,
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Chud Gai Kudi Gujrat Ki
यह कहानी मुझे एक पाठक ने भेजी थी, अन्तर्वासना डॉट कॉम में प्रकाशित करवाने के लिए… नाम और इमेल गुप्त रखने की शर्त पर…
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को नमस्ते.. मेरा नाम सुखमदीप सिंह है। मेरे परिवार में मेरे पापा बलदेव सिंह (52), माँ परमजीत कौर (48), भाई अमनदीप सिंह (25), बहन हरमनप्रीत (27) शादीशुदा, मेरी पत्नी(भाभी 25+) और मैं सुखमदीप सिंह (23) का हूँ। हमारे घर में सभी गोरे रंग के हैं.. एक मैं ही थोड़ा साँवला हूँ। मैं बी.टेक. का स्टूडेंट हूँ मेरा अभी 5 वां सेमस्टर चल रहा है।
प्रेषक : मिहिर रोहण
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हम दोनों एक होटल में रुक गए और मैंने अर्श को कमरे में जाते ही अपनी बाँहों में भरके एक चुम्बन ले लिया।
राहुल खुद जितना अजीब था उसकी कहानी उससे भी कहीं ज्यादा अजीब! सन 1999 में जब वो केवल कुछ महीने का था, उसे राकेश और उसकी बीवी रमा के घर के बाहर रख के चला गया था।
नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम सुभान है.. आज मैं अपनी जिंदगी की एक सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ। मुझे उम्मीद है कि आप सभी को मेरी यह कहानी पसंद आएगी।
प्रेषक : कुमार