चूत एक पहेली -74
अब तक आपने पढ़ा..
अब तक आपने पढ़ा..
हैलो दोस्तो, मैं यह पहली कहानी लिख रहा हूँ। मैं 23 साल का एक स्टूडेंट हूँ, मेरा नाम समर है। मेरा कद पाँच फुट दस इँच है। देखने में एवरेज से थोड़ा खूबसूरत हूँ, लेकिन कई लड़के मुझे चोदे बिना नहीं रह पाए।
मैं रेशू.. बचपन से सभी से घुल मिलकर रहती थी। किसी की भी गोद में बैठ जाती थी और किसी भी अंकल के साथ घूमने चली जाती थी।
मेरा नाम अंकित जैन है। मैं 21 वर्षीय हट्टा कट्टा नौजवान हूँ, इंदौर में रहता हूँ। मेरा अभी इंजीनियरिंग में एड्मिशन हुआ है। मेरा लौड़ा 9 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा और काला है। मुझे चोदने की काफी इच्छा थी पर पूरी नहीं होती थी। इसलिए दिन में कभी कभार मैं मूठ मार लिया करता था।
हाय दोस्तो,
सबसे पहले अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज साईट का धन्यवाद लोगों के बिस्तर में खेले जाने वाले जायज़ और नाजायज़ संबंधों को हम लोगों के समक्ष जाहिर करने के लिए!
शालिनी के अभी तक के दोनों सेक्स अनुभव बाथरूम में ही हुए थे और वो भी अकेले ही हुए थे, और बहुत ही अच्छे हुए थे और उसने बहुत एन्जॉय भी किया था।
नमस्कार मित्रो,
मैं सपना एक बार फिर से अपनी आपबीती आप सब लोगों तक लेकर आई हूँ. मुझे उम्मीद है कि पिछली जीजा साली सेक्स की कहानी
एक स्कूल-बस के पीछे लिखा हुआ था- बार-बार हॉर्न बजा कर मुझे मत छेड़िए, मैं तो बच्चों वाली हूँ…
जीजाजी से मेरी रोजाना बात होती थी और उनकी बातों का मुख्य विषय सेक्स ही होता था। पहले मुझे उनकी बातों से बोरियत होती थी पर कभी कभी अच्छी भी लगती थी !
सेक्स कहानी का पिछला भाग : इश्क विश्क प्यार व्यार और लम्बा इन्तजार-1
मैं यूपी का निवासी हूँ, मेरी सेक्स स्टोरी में आप अभी का स्वागत है।
इमरान
(प्रेम गुरु द्वारा संशोधित एवं संपादित)
थोड़ी देर गांड मरवाने के बाद सुषमा बोली- यार मनोज, तुमने इस तरह का प्रोग्राम बना कर कई बीवियों के मन की इच्छा पूरी कर दी। वरना बिचारी एक ही लण्ड पे पूरी ज़िन्दगी निकाल देती हैं और तरह तरह के लण्ड के लिए हमेशा तरसा करती हैं।
अब मैंने आगे बढ़ कर शशि भाभी को अपनी बाहों में ले लिया और उनके लबों पर ताबड़ तोड़ चुम्बन देने लगा और भाभी भी जवाबी चुम्मियां देने लगी।
शाम साढ़े सात बजे घर आया, साथ चाय पीने बैठे तो मैंने बात छेड़ दी- आज तो सानिया बेटी, तुमने कमाल कर दिया।
दीपक- अरे मेरी जानेमन तेरे लिए तो मैंने ये सब खेल खेला है.. अपनी बहन तक को चोद दिया.. तू क्यों तड़फ रही है.. आ जा ले तू ही चूस कर खड़ा कर दे इसे।
दोस्तो, आप सबको मेरा नमस्ते, मैं सागर, गुजरात से हूँ. मैं आज जो आपको नोनवेज स्टोरी बताने जा रहा हूँ, वो मेरी और मेरी सग़ी बहन ज्योति की है.
नमस्कार दोस्तो, आप सभी के मेल मुझे मिल रहे हैं, सभी का जवाब दे पाना मेरे लिए सम्भव नहीं है।
‘फिर क्या है.. हो गया पक्का, ना तो हम किसी को बताने वाले, और न ही तू, फिर किसी को क्या सपना आएगा कि हम दोनों ने मिलकर इसकी ली है.. या तू खुद ही इच्छुक नहीं है रुसी चूत का?’
प्रेषक – शाम
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार।
सुबह के लगभग 8 बजे हैं। रात को थोड़ी बारिश हुई थी इस वजह से मौसम आज थोड़ा खुशगवार (सुहावना) सा लग रहा है। अक्सर ऐसे मौसम में मधुर नाश्ते में चाय के साथ पकोड़े बनाया करती है। पर आजकल तो मधुर के पास मेरे लिए जैसे समय ही नहीं है। मधुर तो कब की स्कूल जा चुकी है.