Fanrasy – कोकशास्त्र की रचना -1
अन्तर्वासना के सभी पाठक मित्रों जलगांव ब्वॉय का नमस्कार!
अन्तर्वासना के सभी पाठक मित्रों जलगांव ब्वॉय का नमस्कार!
सम्पादक – जूजा जी
मैं जीजाजी के ही घर दो रात लगातार उन से चुद कर अगले दिन मैं वापिस अपने पीहर चली गई। जीजाजी खुद मुझे अपनी बाइक पर बिठा कर पर बस में बिठाने आये और मना करने के बाद थम्सअप की बोतल और काफी सारे फल लाकर दिए।
भाभी ने मेरा लन्ड चूस कर मेरा वीर्य गटका और भाभी और मैं फटाफट फिर से नहा कर बाहर निकल आए और कपड़े पहन कर घर की ओर चल दिए।
मेरा नाम धीरज है, हरियाणा का रहने वाला हूँ। अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है।
रोहण अपने तबादले पर कानपुर आ गया था। उसे जल्द ही एक अच्छा मकान मिल गया था। अकेला होने के कारण उसे भोजन बनाने, कपड़े धोने, घर की सफ़ाई में बहुत कठिनाई आती थी। संयोगवश उसे अपने मन की नौकरानी मिल ही गई।
प्रेषक : ?
रात को मेरी नींद पेशाब लगने से खुल गई, कमरे में घुप्प अँधेरा था, समय का कुछ पता ही नहीं चल रहा था। मैंने बेड साइड का लैंप जला दिया, कमरे में मद्धिम सी रोशनी फैल गई।
प्रेषक : सबीर
मेरा नाम रिशव है, मैं चूत की सहेली गाण्ड का दीवाना हूँ, लेकिन आज तक मैं किसी भी लड़की की गाण्ड नहीं मार पाया हूँ।
हैलो फ्रेंड्स.. समय खराब करे बिना मैं अपनी कहानी पर आता हूँ.. वैसे भी मेरे बारे में जान कर भी आप लोग क्या करेंगे।
मेरा नाम पूनम अग्रवाल है। मैं 36 साल की गोरे रंग की एक शादीशुदा औरत हूँ। हम दिल्ली में रहते हैं।
मेरा नाम लव है और मैं बिलासपुर जिले का रहने वाला हूँ. मैं दिखने में तो स्मार्ट हूँ, मेरी हाइट 5 फिट 8 इंच है. मेरा लंड साढ़े छह इंच लंबा और ढाई इंच मोटा है. मैं एक एथलेटिक्स बॉडी का लड़का हूँ. मैं अपनी 12 वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद कॉलेज की स्टडी करने रायपुर आ गया था.
ईश्वर सबसे बड़ा रचयिता है, उसके कला कौशल की कोई सीमा नहीं है. कितनी तरह के पेड़ पौधे, कितनी तरह के जीव जंतु, कितनी तरह के मनुष्य. सभी के रंग रूप अलग अलग. न कोई कलाकार परमपिता की बराबरी कर सकता है और न ही कोई कंप्यूटर उसके बराबर रचना कर सकता है. मनुष्य की रचना भी कितनी पूर्णता के साथ की. देखने के लिए आँखें हैं, खाने के लिए मुंह है, चलने के लिए पैर हैं. कार्य करने के लिए हाथ हैं और सृष्टि के संचालन के लिए यौनांग हैं. ईश्वर के द्वारा बनाई गयी कोई भी वस्तु निरर्थक नहीं है.
सुहागरात का असली मजा-1
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मेरी चूत में भी अब तूफान मच चुका था।
यूं तो अन्तर्वासना पर बहुत अच्छी-अच्छी कहानियां आती हैं पर यहां औसत कहानियां भी मिलती हैं, कुछ तो कल्पना की अधकचरा सी उड़ान होती हैं जिसमें नायक बस जाते ही, जानी-अनजानी सी नायिका की योनि में अपना लिंग प्रवेश करवा कर फ़टाफ़ट अपना वीर्य-स्खलन करवाता है और फिर पाठकों से अपनी कहानी पर राय माँगता है।
प्रेषक : आसज़
प्रेषक : संदीप कुमार
अब तक आपने पढ़ा कि मेरे जिस्म के खरीदार अशोक ने मुझे चोद दिया था और अब वो मुझे कुसुम की सच्चाई बता रहा था.
रात के 12 बज चुके थे, मैं अपने 2 शानदार और जानदार यारों के साथ गाड़ी में नंगी बैठी थी। अब तो मैं 2-2 लौड़ों से चुदने के बेताब हो चुकी थी लेकिन वो दोनों जल्दी नहीं कर रहे थे, पता नहीं क्यों?
मेरा नाम राजेश कुमार, उम्र 24 साल, कद 175 सेमी और मेरा वजन 65 किलो है। मैं अन्तर्वासना का बहुत पुराना पाठक हूँ। मैं बहुत साहस करके अपनी खुद की वास्तविक कहानी आप लोगों का बता रहा हूँ। मैं राजस्थान का रहने वाला हू और अभी गांधीनगर, गुजरात में रह रहा हूँ। गांधीनगर में मैं एक सिक्योरिटी कम्पनी में नौकरी करता हूँ और हर 3-4 महीने बाद घर जाता हूँ।
यह कहानी आर्मी लेडी कैप्टेन मैडम की चुदाई की है. मैं आप सभी के लिए बिल्कुल नई और आश्चर्यजनक कहानी लेकर आया हूँ..!!!
Dashehra par Strip Dance-1