लड़कपन की यादें-7
‘अभी तुम लोग अपने कमरे में जाकर सो जाओ… कल हम डैडी को कह कर उनका नया सीडी प्लेयर और पोर्टेबल टीवी अपने कमरे में मंगा लेंगें और फिर मेरे पास रखी पोर्न सीडी देखेंगे… सच में सीडी में गजब की क्लेअरिटी होती है।’ मैंने बात बदलते हुए कहा।
‘अभी तुम लोग अपने कमरे में जाकर सो जाओ… कल हम डैडी को कह कर उनका नया सीडी प्लेयर और पोर्टेबल टीवी अपने कमरे में मंगा लेंगें और फिर मेरे पास रखी पोर्न सीडी देखेंगे… सच में सीडी में गजब की क्लेअरिटी होती है।’ मैंने बात बदलते हुए कहा।
मैं दीपक, २५ साल का अविवहित युवक जयपुर में रहता हूं। पिछले साल तब मैं एक प्राईवेट स्कूल में पढाता था। उसमें लड़के लड़कियां दोनो साथ पढते थे। १२वीं क्लास में एक सुन्दर और सेक्सी लड़की निधि पढती थी, जो लगभग १९ साल की करीब ५ फ़ुट २ इन्च की थी।
पिछले भाग में जैसा कि आपने पढ़ा कैसे हम तीनों ने मस्त चुदाई की और फिर पीटर का मन मेरी गाण्ड मारने का था पर मैंने मना कर दिया।
मैं राज दिल्ली से हूँ। मैं एक कंप्यूटर इंजिनियर हूँ, और यहाँ जॉब करता हूँ। यह नोन वेज स्टोरी मेरे जीवन की एक महत्वपूर्ण घटना है जिसे मैं आज आप सबके साथ शेयर करना चाहता हूँ। मैं पहली बार अपनी कहानी पेश कर रहा हूँ। आप मेरे किरदार और उनकी परिस्थिति को समझ सकें, उसके लिए बीच बीच में आस पास की चीज़ों का अंदाज़ा लगवाने की कोशिश मैं करूँगा।
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लेखिका: अंजलि प्रधान
प्रेषक : विक्रम शर्मा
दोस्तो, मैं आपकी प्यारी प्यारी दोस्त प्रीति शर्मा।
मैं तो उसके मुंह से ऐसी रंडी वाली भाषा सुनकर दंग रह गया। साली पूरी रंडी ही बन चुकी थी। बड़े बेफिक्र होकर पैंट से सिगरेट निकाली और जला कर कश लेने लगी। उसके सामने धुंआ फेंका और उसके शर्ट को पकड़ा।
नमस्कार दोस्तो, पिछले भागों में आपने सैम, रेशमा का चले जाना, फिर सुधीर स्वाति का सच्चा प्रेम और बिस्तर तक की कहानी पढ़ी.. आगे की कड़ी लेकर मैं संदीप साहू आपकी सेवा में हाजिर हूँ.. इस कड़ी को आप ध्यान से पढ़ियेगा क्योंकि यह कड़ी आपको वापिस पिछली कहानी
अन्तर्वासना की कहानियाँ सत्य हैं अथवा काल्पनिक इसका निर्णय लेखक का अंतर्मन ही जान सकता है।
सम्पादिका: श्रीमती तृष्णा लूथरा
अन्तर्वासना के मेरे सभी दोस्तों को अरुण का नमस्कार,
अन्तर्वासना के सभी लेखकों और पाठकों को मेरा यानि प्रेम प्लेबोय का और उसके खड़े लण्ड का सलाम।
हैलो फ्रेंड्स, मैं शिबू यानि शिवम गर्ग बिहार से हूँ और दिल्ली में जॉब करता हूँ. यह मेरी पहली रियल सेक्स स्टोरी है, मुझ से कोई गलती हुई हो तो मुझे माफ़ कर देना.
हम लोगों ने राँची की एक नई हाउसिंग कॉलोनी में शिफ्ट किया है. हमारी परिवार कुल जमा 16 सदस्यों का है. रविवार के दिन हम अभी लोग इकट्ठा होते, जिसमें औरतों की किटी पार्टी बच्चों का खेल कूद मनोरंजन प्रोग्राम आदि होता. हम लोगों का चाय वगैरह के साथ नीतिगत निर्णय होते. उसी में हाउसिंग सोसाइटी का निर्माण हुआ तथा अध्यक्ष कोषाध्यक्ष आदि का चयन सर्वसम्मति से हुआ.
हैलो… मेरा नाम रोहित है और यह कहानी पूरी तरह काल्पनिक है.. इसका कोई भी किरदार सच्चा नहीं है।
मेरा नाम सागर है, मैं नोएडा से हूँ. मैं 22 वर्ष का एक सुन्दर और आकर्षक लड़का हॅू. मेरा मन हमेशा ही सेक्स करने का करता है. मैं आज आपको मेरी हॉट आंटी की चुदाई की कहानी बताने जा रहा हूँ. आंटी मेरे पड़ोस की रहने वाली हैं. उनकी चूचियां बहुत बड़ी हैं और चूतड़ भी तरबूज जैसे उठे हुए थे. सच में आंटी की जवानी इतनी कातिल है कि कोई भी उनको देख कर मुठ मारने लग जाए.
दोस्तो, मेरा नाम आनन्द है मैं जबलपुर, मध्य प्रदेश से हूँ मेरी उम्र 25 साल है। मैं एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हूँ।
अन्तर्वासना के पाठकों को आपकी अपनी अर्चना का नमस्कार ! मुझे खुशी हुई कि आप लोगों को मेरी पिछली कहानी ‘मेरी शुरुआत’ इतनी पसंद आई कि मुझे पहले ही दिन 500 से ज्यादा संदेश मिले।
डिवाइन लवर्स
मेरी पत्नी और मेरा एक दोस्त एक ही ऑफिस में काम करते हैं।
लेखक : जीत शर्मा (प्रेम गुरु द्वारा संपादित एवं संशोधित)
हैलो दोस्तो, मेरी लिखी कहानी ‘वाइफ़ स्वैपिंग की चाहत में दो दीवाने‘ पढ़ कर मुझे बहुत से लोगों के ई मेल्स आए और सब ऐसा ही कोई क्लब जॉइन करना चाहते हैं, मगर सब के सब अपनी प्राइवेसी को लेकर चिंतित थे।