लागी लंड की लगन, मैं चुदी सभी के संग- 48
जब वेटर रूकता तो पापाजी मेरी गांड को ठोकते और जब पापा जी रूकते तो वेटर मेरी चूत की बैंड बजाता, फिर दोनों ने अपना वीर्य मेरे पेट पर गिरा दिया।
जब वेटर रूकता तो पापाजी मेरी गांड को ठोकते और जब पापा जी रूकते तो वेटर मेरी चूत की बैंड बजाता, फिर दोनों ने अपना वीर्य मेरे पेट पर गिरा दिया।
बन्ता यात्रा पर जा रहा था। रास्ते में रात हो गई तो उसने देखा कि पास में एक गाँव है। उसने सोचा कि किसी के घर में शरण मांग कर रात बिताई जाए।
प्रिय मित्रो, आज मैं आपको एक बहुत ही मज़ेदार बात बताने जा रहा हूँ। किसी किसी इंसान पर उसकी किस्मत इतनी मेहरबान होती है के वो खुद हैरान होता है, और उसकी किस्मत को देख कर और लोग जलते हैं।
प्रेषक : रॉकी
कॉलेज गेट पर उतर कर मैंने रूचि को साथ लिया और कुछ कदम दूर चौहान ढाबा पहुँच गया, वहाँ एक झोपड़े में चाय और टोस्ट मंगाया और रूचि को लेकर उसकी आगे की कहानी सुनने को बैठ गया।
मैं राज एक बार फिर अपने दोस्तों के लिए एक दिलचस्प सच्चा किस्सा ले कर आया हूँ। हर बार की तरह इस बार भी मैंने इस किस्से को थोड़ा मसालेदार बनाने के लिए कुछ बाते इस में जोड़ दी है। पर इससे मूल कहानी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। तो अब कहानी शुरू करता हूँ :
आप सभी पाठकों को मेरा नमस्कार, दोस्तो, इतने दिनों तक मैंने कहानी को रोके रखा इसके लिए माफ़ी चाहता हूँ.. क्योंकि पिछले कुछ दिनों से काम के चलते मैं अपनी कहानी को नहीं बढ़ा सका। अब आप सभी का मनोरंजन करने के लिए मैं फिर से हाज़िर हूँ..
रेखा चुदासी हो रही थी, उसने समीर को कहा की जाने से पहले घर होकर जाना।
अब तक आपने पढ़ा कि मैंने अपनी बुआ को राकेश से चुदते हुए देखा..
पहलू दो- संजीव का फ़साना
प्रेषक : यश
प्रेषक : अमन वर्मा
हम दोनों ने उस चरम अवस्था में इतनी जोर से एक दूसरे को भींचा था कि हड्डियां तक कड़कड़ा उठी थीं।
लेखक: राघव पवार
मैं रोनी सलूजा एक बार फिर आपसे मुखातिब हूँ। मेरी कहानी बाथरूम का दर्पण आप सभी ने पढ़ी।
अब तक आपने पढ़ा..
पाठक पाठिकाओं की सेवा में चूत निवास के खड़े लौड़े का इकतीस बार तुनके मार के सलाम!
मेरी इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि मेरी दोस्ती अवी नाम के लड़के से हो गई थी और आज मैं उसके साथ पहली बार मॉल में जा रही थी.
प्रेषक : रिंकू गुप्ता
मेरा नाम विशाल कुमार है। मैं 25 साल का हूँ.. एक साधारण सा लड़का हूँ..। मैंने आज तक कभी सेक्स नहीं किया था.. लेकिन सेक्स वाली फिल्में बहुत देखी थीं। मैं हमेशा अन्तर्वासना पर मादक कहानियाँ पढ़ता रहता हूँ।
नमस्ते दोस्तो.. मैं सूरत गुजरात का रहने वाला हूँ, मेरा नाम दीपक है, घर पर सब मुझे प्यार से दीप कह कर बुलाते हैं।
अभी मैं सोच ही रहा था कि एक और बारात गुजरने लगी। उसी में से एक उम्र में मुझसे थोड़ा बड़ा लड़का मेरे पास आया।
मैं पटना का रहने वाला हूँ। हालाँकि जिस घटना के बारे में मैं लिख रहा हूँ उस वक्त मेरी उम्र 24-25 की थी। पर कहानी को अच्छी तरह से समझाने के लिए मैं घटना की पृष्ठभूमि भी बता रहा हूँ।
अब तक आपने पढ़ा कि कैसे स्नेहा जैन ने मुझे जबरदस्ती भोपाल बुलाया अपनी चूत चुदाई के लिए… आते ही मैंने उसे खुली बालकनी ने पूरी नंगी करके चोद दिया.
एक बार एक आकर्षक युवती बूढ़ी औरत के साथ डॉक्टर के चिकित्सालय में प्रवेश करते ही लड़की ने कहा- हम यहाँ जांच करवाने आये हैं!